सुबह-सुबह टापू सेना के युवा सदस्य कॉलेज जाने के लिए तैयार हो रहे हैं और तभी टापू अपने दोस्तों को बड़ी ही गर्मजोशी के साथ मिलता है। जब सब उससे इसका कारण पूछते हैं तब वो अपनी नई स्मार्ट वॉच दिखा कर उसके गुण सुनाता है। सभी को उसकी घड़ी बहुत पसंद आती है। दूसरी तरफ बबीता के घर पर किटी पार्टी चल रही है, जहां दुनिया के अलग-अलग डांस फॉर्म पर चर्चा होती है। बबीता सबको स्पैनिश डांस 'फ्लेमेन्को' के स्टेप्स दिखाती है। तभी दो लोग, मिली और भगत, ये कहकर गोकुलधाम सोसाइटी में आते हैं कि वे 'टका टक' चाय के मालिक हैं और वो सबको स्पेशल चाय टेस्ट करवाना चाहते हैं।
चाय की एक नई वेराइटी चखने के लिए उत्सुक सारे लोग क्लब हॉउस में आ जाते हैं। चाय बेचने वाले सबको थोड़ी-थोड़ी चाय चखने के लिए देते हैं। इस कहानी में रोमांचक मोड़ तब आता है, जब गोकुलधाम के वासी चाय पीते-पीते हैं बेहोश होने लगते हैं। सबके बेहोश हो जाने के बाद मिली और भगत एक दूसरे को देखकर मुस्कुराते हैं। इसके आगे क्या करेंगे मिली और भगत गोकुलधाम के निवासियों के साथ? क्या हर नए शख्स को अपनी तरह ईमानदार और साफ दिल का समझ कर उससे मिलना चाहिए ? इसके आगे की कहानी तो आपको तारक मेहता का उल्टा चश्मा में ही देखनी पड़ेगी। लेकिन हम टीवीपुर की ऐसी ही और कहानियां, टीवी पर दिखाने से पहले आप तक जरूर लाते रहेंगे।