अब्दुल जब हर लीटर पर दूध के दाम 5 रूपये बढ़ा देता है तब गोकुलधाम सोसाइटी के लोग दूसरे दूध वाले संतोष से सस्ते दामों पर दूध खरीदने लगते हैं। पर अगले दिन सभी गोकुलधाम निवासियों के घर के बाहर से दूध की थैलियां गायब हो जाती हैं। बाद में उनको पता चलता है कि साड़ी थैलिया को पता चला कि अय्यर ने गायब करी थीं क्योंकि लैब में टेस्ट करने पर उसको पता चलता है कि सस्ता दूध न केवल मिलावटी था बल्कि उसमे केमिकल भी थे।
जब सोसाइटी के सदस्यों को घर के बाहर ढूढ़ नहीं मिलता और पूछने पर पता हलता है कि कुछ लोगों ने अइय्यर को ढूढ़ की थैलियां ले जाते देखा था तब सभी उसके घर पहुंचते हैं। क्योंकि अय्यर को किसी को भी ये सच बताने का मौका नहीं मिला था और वह नहीं चाहता था कि कोई भी इतना खराब दूध नहीं पिए, इसलिए उसने सुबह सुबह सबके घरों के बार से दूध गायब कर दिया था।
सभी सोसाइटी मेंबर संतोष के पास सच पता करने के लिए जाते हैं।