Advertisment

‘‘वोटिंग सिस्टम दोषपूर्ण है और इसमें बदलाव किये जाने की जरूरत है- शीन दास

author-image
By Mayapuri Desk
New Update
‘‘वोटिंग सिस्टम दोषपूर्ण है और इसमें बदलाव किये जाने की जरूरत है- शीन दास

इन दिनों देश में चुनावी बुखार जोरों पर है और हर नागरिक ने अपना वोट डालने की तैयारी कर ली है। हालांकि, अभी भी कुछ ऐसे लोग हैं, खासकर से महिलाएं जोकि भारत के दोषपूर्ण वोटिंग सिस्टम पर उंगलियां उठा रही हैं। -एंड टीवी के ड्रामेडी शो ‘शादी के सियापे‘ ने इलेक्शन जोन में कदम रखा है और इसमें एक राजनीतिक मोड़ दिखाया जाने वाला है। भारत की छिपी वास्तविकता को दिखाते हुए, शो के आगामी एपिसोड में पुरूष प्रधान राजनीतिक परिदृश्य  को प्रस्तुत किया जा रहा है जोकि घरेलू महिलाओं को इस डर से वोट डालने के अधिकार से मना कर देता है कि वे एक मजबूत घरेलू पुरूष के खिलाफ अपना वोट डाल सकती हैं जोकि पार्टी के चुनावों में चुनाव लड़ रहा है।

इस मामले पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए शीन दास उर्फ बिजली कहती हैं, ‘‘यह बेहद निराशाजनक है कि भारत के छोटे इलाकों में रहने वाली महिलाएं देश के प्रति अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों से वंचित हैं। चुनावों में मतदान करना और अपनी पसंद की सरकार चुनना देश के हरेक नागरिक का अधिकार है। यही नहीं, भारत के ग्रामीण हिस्सो में चुनाव एवं वोटिंग सिस्टम से जुड़े विभिन्न मुद्दों ने कई समस्याओं को जन्म दिया है जिनका सामना कस्बे/शहर/राज्य की ज्यादातर महिलाएं करती हैं। लोगों को ऐसे मामलों में शिक्षित होना चाहिए और शहरी भारतीयों एवं सरकारी पहलों के जरिए इन मामलों को संबोधित किया जाना चाहिए। भारत मेंएक और मुद्दा है किसी दूसरे शहर/कस्बे राज्य में जाने के कारण वोटर्स अपना वोट नहीं डाल पाते हैं। नये स्थान पर जाने के फौरन बाद वोटर आइडी के लिए आवेदन कर इस मुद्दे से निपटना चाहिए। इससे वह व्यक्ति अपना वोट डालने से वंचित नहीं रहेगा। इसमें कोई संदेह नहीं कि वोटिंग सिस्टम दोषपूर्ण है और बदलाव अभी किए जाने की जरूरत है!‘‘

वोटिंग के महत्व की पुष्टि करते और कई नागरिकों को यह आवश्यक कदम उठाने का आग्रह करते हुए, उनकी को-एक्टर भाव्या गांधी उर्फ ननकु ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि 18 साल से अधिक उम्र के हरेक इंसान को अपना वोट डालना चाहिए क्योंकि यह सिर्फ भारत सरकार द्वारा दिया गया अधिकार भर नहीं है बल्कि हमारे कर्तव्य का भी हिस्सा है। एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर, मैं देश में होने वाले हर चुनाव में अपना वोट डालने की कोशिश करती हूं। मैं इस देश के सभी नागरिकों से अपील करती हूं कि वे सोच-समझकर वोट करें और चुनाव के दिन को छुट्टी के तौर पर न लें। इस देश में सबसे महत्वपूर्ण बदलाव तब होगा जब लोग अपना पूर्वाग्रह बदलेंगे और अपने देश की भलाई की दिशा में काम करना शुरू करेंगे।‘‘

‘शादी के सियाप‘ अपने कॉमिकल ड्रामा से दर्शकों को आकर्षित कर रहा है। इसमें बेहद दयालु फैंसी आंटी के साथ बृहस्पति ग्रह के एलिएंस को दिखाया गया है। क्या दर्शक एलिएंस को राजनीतिज्ञ बनते हुए देखेंगे? क्या एलिएंस जिन्होंने एक महिला की मदद करने के लिए अपना वोट डाला है, को पकड़ लिया जाएगा?

‘शादी के सियापे‘ पर सारी मस्ती देखें, शनिवार से रविवार, रात 8 बजे सिर्फ एंड टीवी  पर

Advertisment
Latest Stories