प्यार की हर कहानी आकर्षण के साथ ही शुरू होती है। सोनी सब की आनेवाली प्रस्तुति ‘बावले उतावले’ ऐसे ही दो जवां दिलों, गुड्डू और फुंटी, की कहानी है, जो अपनी शारीरिक इच्छाओं की पूर्ति के लिये विवाह के बंधन में बंध जाते हैं। अपने दर्शकों को हंঁसाने के वादे के साथ, सोनी सब ला रहा है ‘बावले उतावले - #गुफु की विस्फोटक लव इस्टोरी', 18 फरवरी से, प्रत्येक सोमवार से शुक्रवार, रात 10 बजे |
मध्यप्रदेश की पृष्ठभूमि पर बने, ‘बावले उतावले - #गुफु की विस्फोटक लव इस्टोरी’ में भारत के छोटे शहर की सामाजिक विविधताओं को दर्शाया गया है, जहां ये बातें बहुत ही गहराई से जमी हुई हैं कि शादी शारीरिक अंतरंगता की इच्छाओं को पूरा करती है और प्यार तो उसके बाद हो ही जाता है। इस शो के मुख्य किरदार हैं दो युवा, पारस अरोड़ा और शिवानी बडोनी अभिनीत, गुड्डू और फुंटी, जिन पर रोमांटिक रिश्ते और अपने जीवनसाथी से मिलने की धुन सवार है। गुड्डू बहुत ही शिद्दत से एक लड़की के साथ जुड़ना चाहता है, वहीं उसे अपने परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का अहसास है और साथ ही वह ‘वन वुमन मैन’ होने पर भरोसा करता है। वहीं दूसरी तरफ, फुंटी का मानना है कि लड़की की जिंदगी शादी के बाद ही शुरू होती है और इसलिये वह एक राजकुमार के रूप में अपने जीवनसाथी के आने की प्रार्थना करती रहती है।
गुड्डू और फुंटी की इच्छाएं उस समय से शुरू होती हैं जब गुड्डू अपने बड़े भाई, ब्रजेश धिमोले (वैभव सिंह) की शादी फुंटी की कजिन, सोनारिका (मोहिता श्रीवास्तव) से होते हुए देखता है। उसकी उत्सुकता और थोड़ी गलती की वजह से वह नई शादीशुदा जोड़े के सुहागरात के बिस्तर के नीचे छिप जाता है। एक शमिंर्दा करने वाली स्थिति में फঁस जाने के बाद, उनकी भी जिंदगियां बदल जाती हैं, क्योंकि पहली ही नज़र में वे एक-दूसरे से प्यार कर बैठते हैं और एक नया सफ़र शुरू करने का फ़ैसला करते हैं। हालांकि, वे इस बारे में कम ही जानते हैं कि प्यार तो बस शुरुआत ही है! गुड्डू और फुंटी, जोकि शादी की बारीकियों से अनजान हैं, उनका सामना रास्ते में आने वाली कई सारी मुश्किलों से होने वाला है। जीवनभर का साथ निभाने की राह में आने वाली परेशानियों को क्या वे पार कर पायेंगे और एक-दूसरे के लिये आदर्श पति और पत्नी बन पायेंगे ?
राजन शाही के प्रोडक्शन हाउस ‘डायरेक्टर्स कट’ द्वारा निर्मित, ‘बावले उतावले - #गुफु की विस्फोटक लव इस्टोरी' शारीरिक अंतरंगता जैसे विषय पर हानिरहित लेकिन मज़ाकिया ट्विस्ट पेश करेंगे। साथ ही युवावस्था के कुछ विषयों पर भी प्रकाश डाला जायेगा जिनको भारतीय समाज अक्सर नजरअंदाज कर देता है। अनूठे कॉन्सेप्ट और सशक्त कहानी के साथ, यह शो सोनी सब के प्राइम टाइम टेलीविजन देखने के अनुभव को मज़बूती देता है।
टिप्पणी:
नीरज व्यास, बिजनेस हेड, सोनी सब पल
‘’सोनी सब में हम मस्ती और खुशियों को लेकर प्रतिबद्ध हैं और यह बात हमारे प्रोग्रामिंग रणनीति में स्पष्ट होती है। नया और अनूठा कंटेंट लाने के अपने वादे के साथ, हम ‘बावले उतावले’ को लॉन्च करने को तैयार है- एक ऐसा शो है जो नई पीढ़ी के युवाओं के इर्द-गिर्द घूमता है। यह छोटे शहरों में युवाओं की जीवनशैली और उनकी सोच का प्रतिबिंब है; जिसे हमारी लीड जोड़ी के माध्यम से दर्शाया गया है।‘’
राजन शाही, प्रोड्यूसर, डायरेक्टर्स कट
‘’बावले उतावले’ का विषय ऐसा है जिससे इस देश के युवा खुद को जोड़ कर देख पायेंगे। यह उनके जीवन के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को दर्शाता है जैसे शादी को लेकर उत्सुकता, अपने जीवनसाथी से मिलने का जुनून और साथ जीवन बिताने की जरूरत। इन सारे पहलुओं को हमारे शो की लीड जोड़ी गुड्डू और फुंटी के माध्यम से बखूबी दर्शाया जा रहा है, वह भी उपदेश दिये बिना।‘’