बहरहाल, यह यकीन करना मुश्किल है कि जानी-मानी और बहुमुखी परफॉर्मर, ‘डांस प्लस’ की कैप्टन शक्ति मोहन कभी आईएएस ऑफिसर बनना चाहती थीं! बिजली की तरह फुर्तीली यह डांसर सिविल सर्विस में अपना कॅरियर बनाना चाहती थीं और यह उनके पिता की सलाह नहीं थी, बल्कि उनकी अपनी इच्छा थी। शक्ति कहती हैं, ‘‘अपना ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद, मैं इस बारे में सोच रही थी कि मैं क्या क्या चुनूं, आईएएस बनने के लिये सिविल सर्विसेज की तैयारी करूं या फिर डांस में कॅरियर बनाऊं! चूंकि, मैं डांस और पढ़ाई दोनां में अच्छी थी, तो मैं आगे की राह चुनने की कोशिश कर रही थी। फैसला नहीं ले पाने के कारण, मैं अपने डैड के पास सलाह लेने पहुंची और मैंने अपने दिल की बात उनसे कही। उन्होंने मुझसे कभी यह नहीं कहा कि वह जो चाहते हैं मुझे उसे चुनना चाहिये, इसके बावजूद कि नीति दीदी एक सिंगर थीं। उन्होंने मुझे सपोर्ट किया और मुझे पूरी आजादी दी, उन्होंने हमेशा मुझसे यही कहा, ‘अपने दिल की सुनो’। सफल होने के लिये दूसरों से नहीं खुद से मुकाबला करो।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पिता ने कभी भी अपनी इच्छाएं मुझ पर नहीं थोपीं और उन्होंने मुझे एक बार भी नहीं कहा कि मुझे किसी ऐसे प्रोफेशन का चयन करना चाहिए जिसमें स्थायित्व हो। तब मैंने अपने मन की बात सुनी और एक कोरियोग्राफर बनने का सपना लेकर मुंबई आई तो उन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया। मैं गर्व के साथ कह सकती हूं कि मेरे पिता मेरे सबसे बड़े प्लस हैं। जब पैरेंट्स मुझसे कहते हैं कि वह चाहते हैं कि उनकी बेटियां मेरे जैसी बनें तो मुझे बहुत अच्छा महसूस होता है!’’
कैप्टन शक्ति और उनके पिता ‘डांस प्लस’ के सीजन 4 के इस मैसेज- ‘सपने सिर्फ अपने नहीं होते हैं’ के एक शानदार उदाहरण है! यह संदेश बताता है कि सफलता का यह सफर लंबा और मुश्किल होता है। वैसे यह कभी अकेले तय नहीं किया जाता! ‘सपने सिर्फ अपने नहीं होते’, के संदेश के साथ यह जाना-माना डांस शो ना केवल भारत के चमकते डांसिंग टैलेंट को मंच पर अपना जादू बिखरते हुए दिखा रहा है, बल्कि उनके टीम-मेट्स को भी सामने लेकर आ रहा है। जो हर कदम पर इस सफर में उनके साथ रहे हैं!
‘डांस प्लस’, शुरू हो रहा है 6 अक्टूबर से, प्रत्येक शनिवार और रविवार, रात 8 बजे, केवल स्टारप्लस पर!