सोनी सब के रोमांस ड्रामा ‘ध्रुव तारा-समय सदी से परे’ में ध्रुव (ईशान धवन) और तारा (रिया शर्मा) की कहानी दिखाई गई है, जो दो बिल्कुल अलग-अलग युगों से ताल्लुक रखते हैं. तारा 17वीं शताब्दी की एक राजकुमारी है, जो अपने भाई की जान बचाने के लिये समय की यात्रा करके वर्तमान युग में पहुंचती है. तारा का भाई एक गंभीर रोग से ग्रस्त है और उसका ठीक होना उसके साम्राज्य के लिये बेहद जरूरी है. रास्ते में उसकी मुलाकात ध्रुव से होती है, जो 21वीं सदी का एक न्यूरोसर्जन है और यहीं से उनकी प्रेम कहानी की शुरूआत होती है. तारा के नवरंग वैन से यात्रा करने और 21वीं सदी में ध्रुव से मिलने के बाद दर्शकों के लिये यह देखना दिलचस्प होगा कि वह इस सदी की चुनौतियों से कैसे निपटती है.
तारा को जब पता चलता है कि ध्रुव एक न्यूरोसर्जन है, तो वह बहुत खुश होती है और भगवान कृष्ण का शुक्रिया अदा करती है कि उन्होंने उसे इस सदी में एक ऐसे इंसान से मिलवाया, जो उसके भाई की जान बचा सकता है. हालांकि, उसकी खुशी थोड़ी देर ही टिक पाती है, क्योंकि उसे ध्रुव से बात करने का मौका नहीं मिल पाता है. इस बीच घटनायें इस तरह मोड़ लेती है कि ध्रुव के दादा-दादी को एक स्थानीय चोर द्वारा लूट लिया जाता है और तारा उन्हें बचाने के लिये आती है. उसे इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं होता कि ध्रुव के दादा-दादी को मदद करने का यह नेक काम उसे ध्रुव के और करीब ले आयेगा. अंत में वह ध्रुव के घर पहुंच जाती है.
क्या ध्रुव को पता चल जायेगा कि तारा उसके साथ उसके घर में रह रही है?
रिया शर्मा, जोकि तारा का किरदार निभा रही हैं, ने कहा, “मेरा मानना है कि ताराप्रिया का किरदार निभाने का मौका मिलना मेरी खुशकिस्मती है. इस किरदार को पर्दे पर निभाते हुये, मैं हर दिन कुछ-न-कुछ नया सीख रही हूं और इससे मुझे निश्चत रूप से बतौर कलाकार विकसित होने में मदद मिल रही है. ध्रुव तारा ने बेशक दर्शकों के दिलों के तार को छेड़ा है और पहले हफ्ते में ही दर्शकों से जो प्यार एवं सराहना मिली है, उससे मैं बहुत खुश हूं. पिछले कुछ दिनों में दर्शकों ने तारा का इस सदी में आना, ध्रुव से मिलना और उसके घर पहुंचना देखा और आने वाले हफ्ते में और भी ज्यादा रोमांचक मोड़ देखेंगे.”