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हर साल 21 नवंबर को वर्ल्ड टेलीविजन डे यानी विश्व टेलीविजन दिवस मनाया जाता है. यह दिन टेलीविजन के उस रोल के नाम है, जो वो अन्य चीजों के अलावा हमें शिक्षित करने, हमारा मनोरंजन करने, हमें मार्गदर्शन देने और ज्ञान साझा करने में निभाता है. इस दिन को मनाने के लिए, प्यार का पहला नाम राधा मोहन की निहारिका रॉय, भाग्य लक्ष्मी की ऐश्वर्या खरे और कुंडली भाग्य के शक्ति आनंद जैसे ज़ी टीवी के कलाकारों ने अपने व्यक्तिगत अनुभव बताए कि टेलीविजन ने उनकी जिंदगी पर क्या असर किया है, और कैसे इसका हिस्सा बनना उनके लिए एक कमाल का सफर रहा है.
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ज़ी टीवी के 'प्यार का पहला नाम राधा मोहन' में राधा का रोल निभा रहीं निहारिका रॉय ने कहा, "टेलीविजन हमारे लिविंग रूम में सिर्फ एक बॉक्स नहीं है, यह दुनिया का एक झरोखा है. यह एक कहानीकार, एक शिक्षक, प्रेरणा का स्रोत और एक सामूहिक ताकत है जो सरहदों और संस्कृतियों से परे है. यह लोगों में एक आम राय बना सकता है, भावनाएं जगाता है और महत्वपूर्ण मुद्दों पर जागरूकता ला सकता है. एक एक्टर के रूप में, मैं लगातार विकसित हो रहे इस कला रूप का हिस्सा बनकर खुद को भाग्यशाली महसूस करती हूं. टेलीविजन ने हमें अपनी कला दिखाने, विविध कहानियां बताने और जिंदगी के सभी क्षेत्रों के लोगों से जुड़ने का मंच दिया है. यह एक आईना है जो इंसानी स्वभाव की बारीकियों और हमारे समाज की पेचीदगियों को दर्शाता है. मैं टेलीविजन की इस बेमिसाल दुनिया में एक एक्टर बनकर वाकई बहुत खुशी महसूस करती हूं, और मैं यह देखने के लिए उत्साहित हूं कि इस माध्यम का भविष्य हमें कहां ले जाएगा. विश्व टेलीविजन दिवस की शुभकामनाएं!"
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जी टीवी के 'भाग्य लक्ष्मी' में लक्ष्मी का रोल निभा रहीं ऐश्वर्या खरे ने कहा, "टेलीविजन सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं है, यह संचार का प्रतीक है जिसमें लोगों को एक साथ लाने की ताकत है. टेलीविजन की दुनिया में मैं हमेशा से एक उभरती एक्टर के रूप में नाम कमाना चाहती थी. और आखिरकार, जब मुझे एक टीवी शो में अपना पहला रोल मिला, तो यह मेरे लिए परम आनंद था, बिल्कुल एक सपने के सच होने जैसा. अपनी पूरी जिंदगी में, टेलीविजन मेरा निरंतर साथी रहा है. अपनी पहली फिल्म, कार्टून शो और बाकी सबकुछ टीवी पर देखने की मेरी खूबसूरत यादें हैं. मेरी बचपन की पसंदीदा यादों में से एक है डिनर के बाद अपने परिवार के साथ बैठकर टीवी देखना. यह दिन के मेरे पसंदीदा हिस्सों में से एक हुआ करता था. टेलीविजन जगत ने एक लंबा सफर तय किया है और मैं इसका हिस्सा बनने के लिए आभारी हूं. इसका विकास देखने से लेकर इसमें अपना छोटा-सा योगदान देने तक, मैं वाकई आभारी महसूस करती हूं. तो, आइए कुछ समय निकालकर टेलीविजन के जादू और इससे हमारी ज़िंदगी में आने वाली खुशियों की सराहना करें. विश्व टेलीविजन दिवस की शुभकामनाएं!"
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ज़ी टीवी के कुंडली भाग्य में करण का रोल निभा रहे शक्ति आनंद ने कहा, "टेलीविजन उस समय से बहुत बदल गया है, जब मेरा परिवार शुक्रवार को मूवी नाइट के लिए इकट्ठा होता था. आजकल, इंटरनेट हर जगह है, यहां तक कि ग्रामीण इलाकों में भी. जब मैं बच्चा था, मुझे अपने छोटे टीवी पर अपने परिवार के साथ 'अजूबा' और 'मिस्टर इंडिया' जैसी फिल्में देखने का इंतजार करना बहुत अच्छा लगता था. वो पल हमेशा मेरे लिए खास रहेंगे, क्योंकि इससे बड़ी खुशी मिलती थी और लोग एक साथ आते थे. एक बड़े परिवार में बड़े होने के कारण, हम 'हम पांच' जैसे कॉमेडी शोज़ का खूब मजा लेते थे. यह एकमात्र समय था जब हम सभी अपने काम छोड़कर एक साथ समय बिताते थे. मुझे याद है कि रिमोट कंट्रोल को लेकर मेरी अपनी भाई-बहनों के साथ बड़ी मजेदार नोकझोंक होती थी, लेकिन ब्रेक के दौरान मैं उनसे सुलह भी कर लेता था. अब, यह सोचकर बहुत अच्छा लगता है कि मैं खुद टेलीविजन का हिस्सा हूं. यह सफर बेमिसाल रहा है, और मैं इसके लिए आभारी हूं कि कैसे टेलीविजन ने न सिर्फ मेरा करियर संवारा, बल्कि कुछ अमिट यादें भी बनाईं जो हमारी पारिवारिक कहानी का हिस्सा हैं. सभी को विश्व टेलीविजन दिवस की शुभकामनाएं, मैं इस बेमिसाल माध्यम के जादू और अनंत आकर्षण का जश्न मना रहा हूं!"
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