क्रिकेटर हार्दिक पांड्या, केएल राहुल और बॉलीवुड फिल्म निर्माता करण जौहर के खिलाफ महिलाओं पर विवादित टिप्पणियों के लिए FIR दर्ज हुई थी. इस मामले के तीन साल बाद, जोधपुर उच्च न्यायालय ने उन्हें राहत दी है.
साल 2018 में करण जौहर के टॉक शो ‘कॉफ़ी विद करण’ के छठे सीजन के दौरान, पांड्या और राहुल शो में पहुंचे थे, जहाँ उन्होंने अपनी सेक्स लाइफ और फ्लिंग्स के बारे में बातें की थी. जैसे ही शो ऑन एयर हुआ, दोनों खिलाड़ियों को उनकी टिप्पणियों के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा, जिन्हें "सेक्सिस्ट, नस्लवादी और महिला विरोधी" के रूप में माना जाता था.
इस मामले को लेकर DR मेघवाल नाम के व्यक्ति ने उन पर केस दर्ज किया था. अब इस मामले में जोधपुर हाईकोर्ट ने तीनों को 'निर्दोष' करार दिया है.
हार्दिक पांड्या और केएल राहुल को BCCI ने टीवी शो में महिलाओं पर उनकी टिप्पणियों के कारण एक नोटिस जारी किया था. पांड्या जिनकी टिप्पणी की भारी आलोचना की गई थी, लेकिन पंड्या ने एक बयान जारी कर माफी मांगी, जिसमें लिखा था, "कॉफ़ी विद करण पर मेरी टिप्पणियों पर विचार करने के बाद, मैं उन सभी लोगों से माफी मांगना चाहता हूं, जिन्हें मैंने किसी भी तरह से चोट पहुंचाई है."
BCCI ने उठाया था ये कदम
शो ‘कॉफ़ी विद करण’ के प्रसारित होने के बाद उठे विवाद की वजह से BCCI ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (ODI) से दोनों को बाहर कर दिया था.
इस ख़बर ने BCCI को इस पर विचार करने के लिए प्रेरित किया कि क्या खिलाड़ियों को उन शो में भी शामिल होने की अनुमति दी जानी चाहिए जिनका क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं है.