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दिग्गज अभिनेता पंकज कपूर और जानी-मानी अभिनेत्री सुप्रिया पाठक की बेटी सना कपूर ने अपने भाई शाहिद कपूर के साथ फिल्म ‘शानदार’ के जरिए बॉलीवुड में कदम रखी थी. इस साल की शुरूआत में सना ने अपने बचपन के दोस्त और बॉयफ्रेंड मयंक पाहवा के साथ शादी रचा ली... पिछले साल सना ‘रामप्रसाद की तेहरवीं’ नामक चर्चित फिल्म में नजर आईं थीं जिसे उनकी सास सीमा पाहवा ने निर्देशित किया था. उल्लेखनीय है कि सना कपूर जल्द ही अभिषेक सक्सेना निर्देशित फिल्म ‘सरोज का रिश्ता’ में टाइटल रोल में नजर आने वाली हैं. खास बातचीत करते हुए सना कपूर ने अपनी फिल्मी फैमिली और अन्य मु्द्दों को लेकर हमारे सवालों के जवाब दिए -
‘सरोज का रिश्ता’ की एक्ट्रेस सना कपूर से भाई शाहिद कपूर और परिवार वालों के बारे में खास बातचीत के अंश-
अपनी सास द्वारा निर्देशित फिल्म ‘रामप्रसाद की तेरहवीं’ में काम करने का अनुभव कैसा रहा?
मैंने फिल्म में एक छोटा-सा किरदार निभाया था जो कि मेरे लिए एक बेहद मजेदार अनुभव साबित हुआ. आज वे (सीमा पाहवा) मेरी सास हैं मगर पहले वो मेरी आंटी हुआ करती थीं. मैं सीमा जी को बचपन से जानती हूँ. वे हमारी पारिवारिक मित्र हुआ करती थीं. ऐसे में हमारे बीच में हमेशा से एक बेहद सहज किस्म का रिश्ता रहा है. उस फिल्म की स्टार कास्ट और निर्देशक बेहद गजब के थे... मेरी मां भी उस फिल्म का हिस्सा थीं. मेरे लिए यह एक खुशनुमा अनुभव था. हालांकि इस फिल्म में मेरी मां जरूर नजर आईं थीं मगर फिल्म में मां के साथ मेरे कोई सीन्स नहीं थे. फिल्म में उन्होंने शानदार अभिनय किया था. आप सेट पर उन्हें काम करते हुए देखकर बहुत कुछ सीख सकते हैं.
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आप की मां बेहद सपोर्टिव हैं. क्या आपको इस बात से मदद मिलती है?
उन्होंने हमेशा से मेरा साथ दिया है. मगर वो नहीं चाहती थीं कि मैं इस इंडस्ट्री में आऊं. वो बचपन से मेरा बहुत ख्याल रखा करती थी और हमेशा से मेरी चिंता किया करती थीं. इस प्रोफेशन में कुछ दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है और ऐसे में वो नहीं चाहती थीं कि मैं एक्टिंग की दुनिया में कदम रखूं. मैं पूरी तरह से अपनी माँ पर अवलम्बित रहती हूँ... मैं उनके बिना अपने कपड़े भी नहीं चुन सकती हूँ और वो हर चीज में मेरी मदद करती हैं पर जब मैंने फिल्मों में काम करने की अपनी इच्छा जाहिर की तो उन्होंने मुझे बहुत स्पोर्ट किया.
शादी को लेकर मां ने आपको कुछ अच्छी सलाह भी दी होगी...
सही बताऊं तो वो अब भी मेरे साथ ही हैं, क्योंकि हम एक ही परिसर में रहते हैं. मैं वहां आती-जाती रहती हूँ. अक्सर फेसटाइम से भी बात हो जाती है. मैं खुशकिस्मत हूँ कि मुझे अपने सास-ससुर के सानिध्य में रहने और उनके बीच बड़ा होने का मौका मिला. बड़े होने के दौरान मैंने उनके घर में काफी वक्त गुजारा. यही वजह है हमारे बीच का रिश्ता बहुत ही सहज है. सैद्धांतिक तौर पर उनके रहन-सहन का तरीका अलग हो सकता है मगर आप आसानी से उनके साथ घुल-मिल सकते हैं. मेरे पति भी काफी सपोर्टिव किस्म के हैं. मैं जो कुछ भी चाहती हूं, वो मुझे करने देते हैं. हम बहुत ही अच्छे दोस्त रहे हैं और जब आप अपने सबसे अच्छे दोस्त से शादी करते हैं तो आपका उस शख्स के साथ रिश्ता बेहद सरल और सहज किस्म का होता है. माँ मुझे किसी तरह की कोई सलाह नहीं देते हैं और वो बस मुझे अच्छा बर्ताव करने के लिए कहती हैं. मुझे लगता है कि व्यवहार के मामले में मैं एक बेहद अच्छी लड़की हूँ!
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क्या आप शाहिद के साथ कोई फिल्म में काम करने जा रही हैं? क्या आपकी अक्सर उनसे मुलाकात होती है?
फिलहाल मैं उनके साथ किसी प्रोजेक्ट में काम नहीं कर रही हूँ. निकट भविष्य में कोई ऑफर आता है तो मैं उनके साथ जरूर काम करना चाहूंगी. हम एक ही परिवार का हिस्सा हैं तो हम डिनर और अन्य मौकों पर मिलते रहते है. वैसे सभी अपने काम में बेहद व्यस्त रहते हैं. बच्चों के स्कूल और क्लासेस भी तो होते हैं. जब भी मुझे मौका मिलता है, मैं उनके साथ वक्त बिताना पसंद करती हूँ. मुझे उनके बच्चों से बेहद लगाव है. हाल ही में जेन (शाहिद के बेटे) के बर्थडे पर हम मिले थे और बाद में हमारी मुलाकात मीरा (शाहिद की पत्नी) के जन्मदिन पर हुई थी.
आपका अपनी भाभी मीरा से किस तरह का है?
मैं उन्हें बहुत मानती हूँ. जिस तरह से उन्होंने खुद को हमारे परिवार के अनुरूप ढाला और सबकुछ संभाला, वो बहुत ही काबिल-ए-तारीफ है. वे एक बेहद शांत और अच्छे किस्म की इंसान हैं. अब जब कि मेरी शादी हो चुकी है, मैं समझ सकती हूँ कि उनके लिए अपने जीवन में इतने बदलाव लाना कितना कठिन रहा होगा. दिल्ली की लड़की होकर मुंबई में आना और यहीं रच-बस जाना, बड़ी बात है. मैं कई मामलों में उनसे प्रेरणा लेती हूँ.
क्या शाहिद से आपको शादी के पहले आपको किसी तरह की सलाह मिली थी?
शादीशुदा जिंदगी को लेकर उनके पास कोई टिप्स नहीं होते हैं! चूंकि मैं और मेरे पति एक अर्से से साथ हैं तो मेरे ससुराल से हर कोई उन्हें अच्छी तरह से जानता है. हर कोई मेरे बारे में अच्छा सोचता है और मेरा ख्याल रखता है.
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