Advertisment

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म सर्जक रीमा दास की लगातार तीसरी असमिया फिल्म ‘‘तोरा के पति’’ का हुआ विश्व प्रीमियर

author-image
By Mayapuri
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म सर्जक रीमा दास की लगातार तीसरी असमिया फिल्म ‘‘तोरा के पति’’ का हुआ विश्व प्रीमियर
New Update

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित फिल्मों ‘विलेज रॉकस्टार’ और ‘बुलबुल कैन सिंग’ के साथ दिल जीतने के बाद, फिल्म निर्माता,लेखक व निर्देशक रीमा दास अपनी तीसरी असमिया फिल्म ‘‘तोरा के पति’’ के साथ एक बार फिर प्रतिष्ठित ‘‘टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव’’ में दस्तक दी है. ‘‘टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’’ में विश्व प्रीमियर होने वाली ‘तोरा के पति’ असमिया भाषा में दास की तीसरी स्वतंत्र फिल्म है, जो ‘प्लेटफॉर्म सेक्शन’ में विश्व प्रीमियर करने वाली पहली भारतीय फिल्म है. टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का 47 वां संस्करण 8-18 सितंबर 2022 तक आयोजित किया जा रहा है.

    जिया झांग-के की फिल्म ‘प्लेटफॉर्म‘ के नाम पर, यह निर्देशक -संचालित खंड अपने दृष्टिकोण में वृत्तचित्र या प्रयोगात्मक तकनीकों का उपयोग करके आश्चर्यजनक और कठोर तरीकों से कथा फिल्म निर्माण की सीमाओं को आगे बढ़ाता है. वह मूल, रोमांचक सिनेमाई भाषा का उपयोग करके हमारे दिन की कुछ सबसे जरूरी चिंताओं से निपटते हैं.  

अभिजीत दास और ताराली कलिता दास की मुख्य भूमिकाओं से सजी फिल्म ‘तोरा के पति’ एक प्यार करने वाले पिता और एक दयालु पड़ोसी की कहानी है,जो अपने छोटे शहर के व्यवसाय को बनाए रखने के लिए संघर्ष करते हंै. जबकि उसके रिश्ते बिगड़ते हैं, नुकसान और लॉकडाउन के बीच. लॉकडाउन के दौरान फिल्माई गई, फिल्म महामारी के दौरान एक छोटे से शहर में जीवन को दर्शाती है.

लेखक-निर्देशक-निर्माता रीमा दास ने एक छोटी युनिट के साथ स्वतंत्र रूप से फिल्म बनाई. अपनी यात्रा को साझा करते हुए रीमा दास कहती हैं- “मेरे नायक की कहानी महामारी के बीच रहने और काम करने की मेरी व्यक्तिगत यात्रा को दर्शाती है. नुकसान, लॉकडाउन और जीवन के बीच, हमने वास्तविक स्थानों और प्राकृतिक परिस्थितियों में 2 साल से अधिक समय तक फिल्म की शूटिंग की. इस फिल्म की शूटिंग मेरी पिछली फिल्मों की शूटिंग से ज्यादा चुनौतीपूर्ण थी क्योंकि महामारी आपको कई तरह से प्रतिबंधित करती है. डर और बेचैनी की यह निरंतर भावना थी, जिसे मेरे पात्र भी चित्रित करते हैं. लेकिन मुझे पता था कि मुझे बस इस फिल्म की शूटिंग करनी है, क्योंकि यह समय एक दिन इतिहास बन जाएगा.’’ रीमा दास ने इस फिल्म में अपने पिता भरत चंद्र दास को श्रद्धांजलि दी है,जिनकी कोविड  महामारी के दौरान मृत्यू हो गयी थी. खुद रीमा दास कहती हैं-‘‘मैंने फिल्म की शूटिंग के शुरुआती दिनों में अपने पिता को खो दिया था. मैं इस फिल्म को अपने पिता और उन सभी को समर्पित करता हूं जिन्होंने महामारी के दौरान अपने प्रियजनों को खो दिया है.”
फिल्म ‘तोरा के पति’ का कथा सार:

 नुकसान और तालाबंदी, जीवन और मृत्यु - दुनिया भर में हर जगह की तरह, असम में एक छोटे शहर का व्यवसायी अनिश्चितता और बेचैनी से जूझ रहा है. अपने आसपास रहने वालों के विपरीत एक विश्वदृष्टि के साथ, वह खुद का एक बेहतर संस्करण बनने का प्रयास करता है और अपने आसपास के लोगों से भी यही उम्मीद करता है. वह कभी आक्रामक हो जाता है तो कभी प्यार और धैर्य से तर्क करता है. लेकिन उसकी उम्मीदें बार-बार कुचली जाती हैं. अपने खराब प्रदर्शन वाले व्यवसाय और तनावपूर्ण व्यक्तिगत संबंधों से जूझते हुए, वह चलते रहने के लिए प्रेरणा खोजने की कोशिश करता है.  

फिल्मकार रीमा दास किसी परिचय की मोहताज नही है. दो बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता को स्वदेशी और यथार्थवादी कहानियां बनाने के लिए जाना जाता है जो जटिल रिश्तों का पता लगाने, उद्देश्य खोजने, उम्र के आने और प्रकृति के बीच जीवन का पता लगाने के लिए जाने जाते हैं. उनकी पिछली फिल्में ‘विलेज रॉकस्टार‘ और ‘बुलबुल कैन सिंग‘ का भी टीआईएफएफ में प्रीमियर हुआ था, और दुनिया भर के 120 से अधिक प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में 70 से अधिक पुरस्कार जीते गए थे.  विलेज रॉकस्टार्स एकेडमी अवाॅर्ड्स ‘ऑस्कर‘ 2019 में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि भी थी. उन्होंने अपनी परियोजनाओं के लिए लेखक, निर्देशक, निर्माता, छायाकार, संपादक की कई जिम्मेदारियों का निर्वाह कर चुकी है.

रीमा दास को 2018 की सबसे प्रभावशाली युवा भारतीयों में से एक के रूप में नामित किया जा चुका है. वह टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ‘शेयर हर जर्नी‘ अभियान की ब्रांड एंबेसडर में से एक हैं, जो सिनेमा में लैंगिक समानता के कारण को चैंपियन बनाती है. वह बर्लिन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल जेनरेशन 14 प्लस, मुंबई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, तेलिन ब्लैक नाइट्स फिल्म फेस्टिवल और जलिन फिल्म फेस्टिवल फॉर चिल्ड्रन एंड यूथ की ज्यूरी में रही हैं.

#National Award #National Award winning film
Here are a few more articles:
Read the Next Article
Subscribe