-यश कुमार
OTT पर कमाल का प्रदर्शन करने के बाद अब आपकी फिल्म 'सनक' का वर्ल्ड प्रीमियर होने जा रहा है ज़ी सिनेमा के उप्पर तो उसपर आप क्या कहना चाहेंगे?
मैं सनक के 27 मार्च को ज़ी सिनेमा पर प्रीमियर होने पर काफी ज़्यादा खुश हूँ, जिस समय सनक रिलीज़ हुई थी उस वक़्त मैं भोपाल में आश्रम की शूटिंग कर रहा था और उस वक़्त हम जिसे होटल में रुके थे और जिस शहर में थे वहां पर जितने भी लोग थे सबने सनक देखि थी और सभी लोगों को बेहद पसंद भी आयी थी और सबने मुझे काफी सराहा भी था। मेरा किरदार साजु सोलंकी का था जिसके लिए लोगों ने मेरी खूब वाह वाह की थी और उसके बाद अब मैं जहाँ भी जाता हूँ तो लोग आश्रम के बाद सनक का नाम सबसे ज़्यादा लेते हैं और मुझे पहचानते हैं और अब जब सनक आखिर कार टेलीविज़न पर आएगी तो मुझे लगता है की लोग इस फिल्म को और ज़्यादा देखेंगे क्यूंकि टेलीविज़न आजकल हर किसी के घर में होता है और छोटे गाओं से लेके बड़े शहर में हर कोई इस फिल्म को देख पायेगा तो अब मुझे लगा है की ये और भी काफी बड़ी हिट साबित हो पाएगी।
सनक में विद्युत् जामवाल के साथ काम करने का आपका अनुभव कैसा था?
सच बताऊं तो सबसे पहले मुझे शक था की क्या मैं ये कर पाउँगा की नहीं। कनिष्क वर्मा हमारी फिल्म के डायरेक्टर थे उन्होंने मुझसे कहा की ये फिल्म है और आप इसमें विलन है और आपके सामने इस फिल्म में है विद्युत् जामवाल जिनके साथ आपका एक्शन है तो ये सुनके मैं काफी डर गया क्यूंकि मुझे लगा की विद्युत् सिर्फ फूँक मारेंगे तो मैं उड़ जाऊंगा, क्यूनि कौन विश्वास करेगा की चंदन रॉय सान्याल लड़ रहा है और एक्शन कर रहा है मुझे लगा था की मेरा मज़ाक बन जाएगा लेकिन बाद में जब कनिष्क वर्मा ने मुझे काफी मनाया और समझाया इस रोल के बारे में तब मैंने इस रोल को एक चलेंज के तौर पर लिया, मगर मुझे डर था की कहीं मेरा मज़ाक न बन जाए लेकिन आजतक ऐसा हुआ नहीं मैंने इसे एक चैलेंज के तौर पर लिया और उसकी तैयारी भी फिर उसी तरीके से कि और मैंने एक्शन की ट्रेनिंग ली और पहली बार मैंने ऐसे बन्दूक चलाई थी। क्यूंकि लोगों को यकीन दिलाना था की मैं काफी सालों से बन्दूक चला रहा हूँ वो काफी ज़रूरी था और मुझे अपने अंदर वो आत्मविश्वास लाना काफी ज़रूरी था तो वो जब मैंने किया वो लोगों को काफी अच्छा लगा तो मैंने जो चैलेंज लिया उसपर मैं खरा उतरा।
आश्रम और सनक दोनों में आपने नेगेटिव किरदार निभाए थे, तो क्या आपको नेगेटिव किरदार ज़्यादा पसंद है इसलिए आप निभाते हैं?
मैने ऐसा कभी कुछ सोचा नहीं था की मुझे नेगेटिव किरदार ही करना है मैं हमेशा किरदार को किरदार की नज़र से ही देखता हूँ। एक किरदार जो मिल जाए फिर उसमे कितना मास है और कितनी हड्डी है और उसमे कितना कुछ है करने को। तो सनक में साजु सोलंकी और आश्रम में भोपा में मुझे वो मौका मिला उभरने का। मैंने Netflix की एक सीरीज 'रे' की थी जिसमे मैंने कॉमेडी की थी और उस किरदार को भी काफी ज़्यादा सराहा गया था। मुझे फिल्म इंडस्ट्री के काफी सारे लोगों ने फ़ोन करके सराहा थ। राम माधवानी फिल्म निर्माता ने भी मुझे फ़ोन करके काफी सराहा। तो मुझे लगता है की जो भी किरदार मैं करता हूँ तो उसे नेगेटिव या पॉजिटिव सोचके नहीं करता हूँ मैं उसे किरदार की तरह देखता हूँ की आखिर वो है क्या और कैसा लगेगा। जैसे मेरे किरदार भोपा और साजु सोलंकी है ये लोग काफी खराब है जो की किसी को मारना चाहते हैं, लेकिन मैं वो सब चीज़ें नहीं देखता। मैं ये देखता हूँ की इन किरदार में जान कैसे डाली जाए और क्या किया जाए जिससे लोगों को ये किरदार पसंद आये और इसलिए लोग चटकारे लेके मज़े से इन किरदारों को देखते हैं। तो आगे भी मैं जो भी रोल करूंगा वो आप देखेंगे कुछ अलग भी होगा मुझे कॉमेडी करने का काफी शौख है तो मैं भिन्न भिन्न तरीके के किरदार करना चाहता हूँ।
OTT और फिल्म आपने दोनों में काम किया है तो आप कहाँ काम करना ज़्यादा पसंद करते हैं और क्यों?
सच बताऊं तो मुझे OTT पर काम करने में अब ज़्यादा मज़ा आने लगा है, क्यूंकि यहाँ पर किरदार को अच्छे से निभाने का मौका मिलता है और हर किरदार को काफी महत्व दिया जाता है क्यूंकि फिल्मों में मैंने जिस तरीके का रोल किया वहां पर मुझे काफी कम स्क्रीन टाइम मिला है क्यूंकि फिल्मों में पूरा ध्यान सिर्फ हीरो पर ही होता है। तो फिल्मों में इतना ज़्यादा समय मिलता नहीं है अपनी कला का प्रदर्शन करने का। OTT के आने से ये फायदा हुआ है की मुझे ऐसा किरदार मिला है जिसके कन्धों पर पूरा शो चल रहा है। जैसा की भोपा का किरदार आश्रम में काफी ज़रूरी है और उसके बिना आश्रम की खानी बढ़ाना काफी मुश्किल है तो OTT के आने से ये फायदा तो हुआ है। तो मुझे लगता है की OTT और जो वेब सीरीज है वहां पर लोगों के लिए ज़्यादा चैलेंज है और ज़्यादा करने को भी मिलता है।
जनता अब बड़े स्टार से ज़्यादा अच्छी कहानी देखना पसंद कर रही हैं जैसा हमने 'कश्मीर फाइल्स' में देखा इसपर आप क्या कहना चाहेंगे?
ये काफी अच्छा है की लोग अब कहानियों पर ज़्यादा ध्यान दे रहे हैं और OTT के माध्यम से लोगों ने और भी काफी अच्छी और बेहतरीन कहानियां भी देखि, ये एक नया दौर बन रहा है जहाँ पर नई फिल्में बन रही हैं और नई कहानियां आ रही है और लोग आगे बढ़के नई कहानियों को मौका दे रहे हैं जो की पहले नहीं हो पाती थी, अलग तरीके के किरदार कहानियां बननी शुरू हो रही है जिसपे लोग पैसा लगा रहे हैं और देख भी रहे हैं।
अपनी आने वाली फिल्मों के बारे में कुछ बताएं?
अभी तो सबसे पहले आने वाली है मेरी वेब सीरीज आश्रम 2 जो की MX Player के उप्पर आएगी और उसके बाद अब हाल में ही मैं एक फिल्म के उप्पर काम स्टार्ट करूंगा और आश्रम 2 मुझे लगता है की जून-जुलाई महीने तक लोग देख पाएंगे बस अभी फ़िलहाल यही आने वाला है इसके आलावा मैंने अभी कुछ सोचा नहीं हालाँकि की मैंने और नया क्या करूँ, इसके साथ ही मैंने अपनी खुदकी फिल्म बनाई है जिसे मैं अभी एडिट कर रहा हूँ। और आश्रम भी इस बार और भी काफी ज़्यादा दमदार होने वाली है और लोगों को और भी ज़्यादा मज़ा आएगा।
अपने दर्शकों को आप क्या संदेश देना चाहेंगे?
मैं जनता का शुक्रियादा करना चाहूंगा और कहना चाहूंगा की जनता जो अब जागरूक हुई है और कहानियों और अभिनय को ज़्यादा पसंद कर रही है, सनक जैसी फिल्म को इतनी बढ़िया कामयाबी देना उसके लिए मैं बहुत शुक्रगुज़ार हूँ और आप लोग जितना हमारा साथ देंगे और हौसला देंगे उतना ही मुझे आगे काम करने का मौका मिलेगा और उसके जातीय मैं और काफी अच्छी कहानियन आप तक लेके आ सकता हूँ और बस अपना आशीर्वाद बनाये रखें।