-लिपिका वर्मा
अर्जन बाजवा हिंदी एवं तेलुगु फिल्मों में काम करते है। ,'Sampangi' तेलुगु फिल्म में,बस उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। बेस्टसेलर सीरीज अमेज़न प्राइम वीडियो पर हाल ही में रिलीज़ हुई है। यह एक साइकोलॉजिकल थ्रिलर है। मुकुल अभ्यंकर द्वारा निर्देशित एवं सिद्धार्थ मल्होत्रा द्वारा निर्मित यह वेब सीरीज अनोखी कहानी पेश करती है। श्रुति हासन इस शो से अपना पहला फीमेल लीड किरदार निभा रही है। और उनका साथ अर्जन बाजवा दे रहे है जो बतौर एक लेखक इस कहानी को और भी इंटरेस्टिंग बना रहे है। बेस्टसेलर दर्शकों को बेहद पसंद भी आ रही है।
आप एक लेखक का किरदार निभा रहे है उसके बारे में कुछ बताएं?
मै एक निश्चयात्मक लेखक हूँ कहानी में ट्विस्ट और टर्न भी है और मेरा बेहद बहुस्तरीय काम्प्लेक्स करैक्टर है। इस लेखक की यात्रा किस तरह वह शुरू करता है। और सफलता की चरम सीमा तक कैसे पहुँचता है यह बेहद बेहतरीन ढंग से दिखाया गया है। इस चरित्र की इन्सेक्युरिटीज़ भी दर्शाई गयी है।यह करैक्टर अपने आप में अत्यंत विषम करैक्टर है। एक पॉइंट पर आप को लहगेगा यह अल्फा मैन है। और कभी एक वुनेराब्ले बच्चे जैसा भी लगेगा। इसमें आपको लुभान्वित करने वाले सीन्स भी देखने को मिलेंगे।
अक्सरचका चौन्ध की दुनिया से बिलोंग करने वालेलोगों को कभी कॉंफिडेंट लगता है तो कभोइन्सेक्युरिटीज़ महसूस होती है,क्या कहना चाहेंगे आप?
जो कुछ भी हम बड़े पर्दे या छोटे पर्दे पर दिखलाते है वह समाज से ही लिया हुआ होता है। जो भी सामाजिक तौर से हम नार्मल या फिर असाधारण चीज़ होती हुई दखते है वही सिनेमा द्वारा आप सभी के सामने ले आते है। अलग शेड्स जीवन के पेश करते हुवे समाज का आईना दिखलाते है हम। और हम भी आम इंसान की तरह ही है। सभी को कभी कॉंफिडेंट या कभी इन सिक्योरिटी फील होती है।
आपने साउथ में काफी फ़िल्में की है, और क्या कुछ कर रहे है साउथ में?
साउथ में भी फ़िलहाल कुछ प्रोजेक्ट्स तो है। उस पर डिटेल में काम चल रहा है बहुत जल्द प्रोडूसर इन फिल्मों की घोषणा करेंगे।एक फिल्म मेरी अप्रैल में शूटिंग की शुरुआत होने वाली है इसके बारे में इस समय मै ज्यादा कुछ नहीं बोल सकता हूँ। अच्छी बात यह है कि मैं सुत फिल्मों में भी सक्रिय रहा हूँ। हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म,'बिगिल
टॉलीवूड फ़िल्में हाल में बहुत बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है। और हम साउथ की बाउट फ़िल्में रीमेक करते है, क्या कहना हैइस बारे में?
मुझे यह कहना है बस बेहतरीन फ़िल्में हमेशा ही रूल करती है बॉक्स ऑफिस पर। सभी इंडस्ट्रीज एक है। बस भाषा अलग अलग है। कई हिंदी फ़िल्में भी तमिल/तेलुगु में एडाप्ट की गयी है इस बात पर मुझे गर्व है। यदि तमिल/तेलुगु फ़िल्में अच्छा कर रहे है तो यह समय हम सभी के लिए अच्छी बातहै।
हिंदी फिमेन हाल में थोड़ा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही है तो आपको लगता है हमारेपास अच्छे लेखको की कमी है.अतःकंटेंट बेहतरीन नहीं हो पा रहा है?
ऐसा नहीं है कंटेंट कुछ फिल्मों का अच्छा है। सो हमारी फ़िल्में किसी तरह से सुफ्फेर नहीं कर रही है। हमेशा ऐसा नहीं है कि ख़राब फ़िल्में ही है यह कहना सही नहीं होगा। दर्शको को कभी कुछ अच्छा लगता है तो कभी नहीं। अब तो ओ टी टी में है और फ़िल्मकेर्स एवं अभिनेताओं के लिए बहुत काम है। साथ उस पर बेहतरीन फ़िल्में एवं शोज भी प्रदर्शित हो रहे है।
आप कभीनिर्देशक/प्रोड्यूसरकी बागडोरसंभालेंगे?
अभी तक इस बारे में मैंने सोचा नहीं है। बतौर प्रोडूसर बहुत ही जिम्मेदारी का काम है /फ़िलहाल मै एक्टर का काम करता रहूंगा जब तक मुझे काम मिळत है।