Advertisment

मैंने इस करैक्टर को थोड़ा स्त्रीलिंग टच दिया है: नवाजुद्दीन सिद्दीकी

New Update

-लिपिका वर्मा

नवाजुद्दीन सिद्दीकी अब अपनी अगली फिल्म, ‘‘हीरोपंती 2‘‘ में फेमिनी रोल निभातेे हुए विलेन के किरदार में नजर आएंगे। फिल्म अहमद खान द्वारा निर्देशित है और साजिद नाडियाडवाला ने इसे प्रोड्यूस किया है। टाइगर श्रॉफ के साथ तारा सुतारिया और नवाज भी नजर आने वाले है। फिल्म 29 अप्रैल को रिलीज हो रही है सो आप सभी नवाज को इस स्त्रीलिंग रूप में एक विलेन का किरदार निभाते हुए देखने जरूर आएं...

Advertisment

 आप कठिन चरित्र भी बखूबी निभा लेते है क्या कहना चाहेंगे? हीरोपंती 2 किस तरह से आपने अलग रंग ढंग पकडा खास कर इस चरित्रचित्रण के लिए?

फिल्म ‘हीरोपंती 2’ में, मैंने इस करैक्टर को थोड़ा स्त्रीलिंग टच दिया है। यदि मैं विलेन के चरित्र को पकड़ता तो थोड़ा भयानक लगता। बस इसीलिए यह फेमिनिन टच पकड़ा है। जैसे मैं कुर्सी पर चुप चाप बैठा हूँ और अचानक इस चरित्र को एक्टिव कर कुछ करता हूँ तो सामने वाला थोड़ा चैंक जायेगा। बस रिएक्शंस खुद को चैका देगा और साथ ही सामने वाले भी चैक जायेगे।

 आप कुछ खुरापाती लगेंगे इसमें यह तो तय है, क्या कहना चाहेंगे इस पर?

जी हाँ मुझे हमेशा से कुछ अलग और अजीब करने का ही मन था सो यह चरित्र इसी तरह पकड़ा है। मैं एक अलग फिल्म लिख रहा हूँ। वो फिल्म फेस्टिवल फिल्म होगी। बस अभी निर्देशक तय बीएस सोच विचार कर रहे है कौन इस फिल्म को सही ढंग मेरे विजन को, पर्दे पर उतार पायेगा। यह  थिएटर के अमूमन एक्टर्स से प्रेरित है और मुझ पर भी क्योंकि मैं भी थिएटर एक्टर रह चूका हूँ।

publive-image

 यह जो आप जो फिल्म लिख रहे है वह किस जॉनर की है?

हाँ आधी कहानी लिखी है मैंने। क्योंकि मैं राइटर नहीं हूँ अतः मैं बीच में अटक गया हूँ। अब किसी अच्छे राइटर की तलाश में हूँ जो मेरे साथ बैठ कर कहने को आगे बढ़ाये और पूरी कर ले। मैंने फिलहाल एक थॉटध्सोच, को जन्म दिया है। अब यह राइटर बिगनिंग और एन्ड दे सके बस उसी की खोज जारी है।

 आप कमर्शियल और आर्ट फिल्म से जुड़े है क्या कहना चाहेंगे?

ऐसा नहीं है। अलग-अलग जॉनर फिर चाहे वो कमर्शियल हो या आर्ट हो सभी करना चाहता हूँ। पीछे कुछ वर्ष में रोमांस करने की भूख लग रही थी। पर लेने के देने पड़ गए थे।

 आजकल इन्फ्लेंसर्स भी बड़े पर्दे पर काम कर रहे है इस पर आपको लगता है क्या कहना चाहेंगे?

वैसे इन्फ्लुएंसर्स जो एक मिनट की रील बनते है वह बहुत अलग है। पर जब आप फिल्म में कोई करैक्टर करते है वह एकदम अलग होता है। वो एक चलनध्ट्रेंड, है। पर फिल्म में, क्योंकि आप एक चरित्र को जी रहे होते है तो उसको पूरी फिल्म में आपको बखूबी होल्ड करना होता है। एक मिनट के लिए आप डांस कर या कुछ भी कर के लोगों को एंटरटेन कर सकते है यही ट्रेंड चल रहा है। पर फिल्म भी एक क्रिकेट मैच की तरह ही है ,इस में आपको पूर्णतः गेम की तरह ही इमोशनल एवं अन्य भाव रस से सभी को होल्ड करना है।

publive-image

 सुना है आपको लगभग 200 स्क्रिप्ट्स रीडिंग के लिए मिली है। आपकी प्रक्रिया होती है एक स्क्रिप्ट फाइनल करने हेतु?

स्क्रिप्ट का चयन मैं करैक्टर के हिसाब से ही करता हूँ। हाल ही में हमारी फिल्म, ‘‘सीरियस मैन‘‘ नई यॉर्क के लिए नॉमिनेट हुई थी। स्पेनिश और अमेरिकन फिल्म भी नॉमिनेट हुई थी। दरअसल में केवल चार फिल्मों को नॉमिनेट किया गया था। जिस फिल्म को अवाॅर्ड मिला उस फिल्म की कहानी को देख मैं बहुत उत्साहित हुआ। यह एक करैक्टर की कहानी थी जो 16 मर्डर के बारे में बता रहा है। यह सारे मर्डर रेलवे यार्ड में लोकेटेड एक तृण में घटे थे। यह सारी यानि वो एक करैक्टर इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर को सुना रहा है। और यह बंदा बहुत ही अद्भुत लगा। मुझे ऐसी कहानियां बहुत प्रेरित करती है। मुझे भी कैरेक्टर बेस्ड कहानी चुनने की इच्छा रहती है।

Advertisment
Latest Stories