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Sooraj Barjatya Latest Interview: ‘मैंने प्यार किया’ ((Maine Pyar Kiya), ‘हम आपके है कौन’ (Hum Aapke Hain Koun..!), ‘हम साथ साथ है’ (Hum Saath - Saath Hain), ‘विवाह’ और ‘प्रेम रतन धन पायो’ (Prem Ratan Dhan Payo) जैसी पारिवारिक फ़िल्में (Sooraj Barjatya movies with salman khan) बनाने वाले राजश्री प्रोड्क्शन के मालिक और निर्देशक सूरज बड़जात्या (Sooraj Barjatya, owner and director of Rajshri Productions) इन दिनों अपने नये टीवी शो ‘मनपसंद की शादी’ (Sooraj Barjatya TV show Manpasand Ki Shaadi) को लेकर चर्चा में बने हुए हैं. हाल ही में सूरज ने एक मीडिया हाउस को इंटरव्यू (Sooraj Barjatya interview) दिया जहाँ उन्होंने अपननी फिल्मों, बदलते ट्रेंड, फिल्मी सफ़र, सिल्वर-गोल्डन जुबली का दौर सहित कई मुद्दों पर बात की. आइये जानते हैं उन्होंने क्या कहा...
आपका हाल ही में रिलीज हुआ शो ‘मनपसंद की शादी’ (Manpasand Ki Shaadi) की कहानी और रिसर्च के बारे में हमें कुछ बताएं.
यह कहानी मेरे (king of family films Sooraj Barjatya) मन में काफी समय से थी. कलर्स की रिसर्च टीम (TV show Manpasand Ki Shaadi latest episode) ने एक साल छोटे-छोटे शहरों में जाकर युवाओं के विचार, उनकी पसंद-नापसंद को समझा. पता चला कि आज के युवा भागकर शादी नहीं करना चाहते — वे चाहते हैं परिवार शामिल हो, सबके साथ सेलिब्रेशन हो, लेकिन जीवनसाथी चुनने की स्वतंत्रता भी मिले. (TV show Manpasand Ki Shaadi latest update) हमारी कहानी एक छोटे गांव की पढ़ी-लिखी लड़की की है, जिसे परिवार ने एक तय रिश्ते में बांध दिया है, लेकिन वह अपने मन का साथी ढूंढने के लिए पिता से एक महीने का समय मांगती है. यही ‘मनपसंद की शादी’ का सार है — प्यार और परिवार, दोनों का संतुलन.
जब आपने 1989 में ‘मैंने प्यार किया’ (Maine Pyar Kiya) बनाई थी, वह शहरों में, छोटे सेंटर्स में, विदेशों तक चली… यहां तक कि आज भी चलती है. अब जब आप ‘मनपसंद की शादी’ कर रहे हैं, क्या आपको लगता है कि अब यह किसी खास क्षेत्र या छोटे पर्दे के दर्शकों के लिए है?
जब मैंने ‘मैंने प्यार किया’ (Maine Pyar Kiya) बनाई थी, तब मैंने यह कभी नहीं सोचा था कि इसे कौन देखेगा. बस एक विश्वास था कि यह कहानी बननी ही चाहिए. मेरा मानना है कि अगर कहानी अच्छी है, तो लोग उससे जुड़ते हैं — चाहे वह शहर हो, गांव हो या विदेश.
पिछली बार आपने बताया था कि आप और सलमान खान (Salman Khan) कभी बांद्रा बैंडस्टैंड पर खड़े होकर सिर्फ सपने देखते थे… आज जब मिलते हैं तो क्या सोचते हैं?
सबसे पहले तो हम हंसते हैं कि कहां से कहां पहुंच गए और फिर यह इच्छा होती है कि वो दुनिया फिर बना सकें. सलमान तो हमेशा कहते हैं, ‘सूरज बाबू, वही करते हैं’ — वही पुरानी दुनिया. कई बार वह मुझे मजबूर भी करते हैं उस दुनिया में लौटने के लिए.
पुराने समय में ‘सिल्वर जुबली’ और ‘गोल्डन जुबली’ फिल्में होती थीं, आज की पीढ़ी नहीं समझ पाती. वह समय कैसा था?
वह सुनहरा समय था. 25 हफ्तों तक चलने वाली फिल्म को ‘सिल्वर जुबली’ कहते थे, 50 हफ्तों वाली ‘गोल्डन जुबली’ और 100 हफ्तों वाली तो रिकॉर्ड बन जाती थी. गाने 150 म्यूज़िशियन्स के साथ एक टेक में रिकॉर्ड होते थे — लता जी (लता मंगेशकर- Lata Mangeshkar), बालू जी (एसपी बालासुब्रमण्यम- S. P. Balasubrahmanyam) जैसे लेजेंड्स बैठते थे — यह सब एक विलासिता थी जो हमने देखी.
आपके सीन अक्सर बहुत relatable होते हैं, क्या ये आपके व्यक्तिगत अनुभवों से आते हैं?
हाँ, मैं अपने पास हमेशा नोटबुक रखता हूँ जिसमें रोजमर्रा की देखी-बुनी बातें लिखता हूँ. फिर जब समय आता है, तो वह आंकड़े, डायलॉग अपने आप बहने लगते हैं. किरदार खुद बोलने लगते हैं.
आप इस पुराने प्रीव्यू थिएटर में काम करते हैं जबकि एक आलीशान ऑफिस भी रख सकते हैं, क्यों?
मुझे पता है कि सच्ची नीयत और ईमानदारी ही काम आती है. मैंने राजश्री प्रोडक्शंस (Rajshri Productions) का बुरा वक्त भी देखा है. कोई भी चमक-दमक असली मूल्यों की जगह नहीं ले सकती. यह थिएटर 1971 में बना था और यहीं माधुरी, सलमान, दिलीप कुमार तक ने टेस्ट और ट्रायल किए हैं.
आपकी एक खास पहचान है, जैसे करण जौहर (Karan Johar) और आदित्य चोपड़ा (Aditya Chopra) की अपनी पहचान है. अगर आप लोग स्टाइल बदल कर एक-दूसरे जैसा बनाने की कोशिश करें, तो क्या नुकसान हो सकता है?
हम तीनों एक बात पर बिल्कुल समान सोच रखते हैं. हां, वे मुझसे छोटे हैं, लेकिन हम एक ही पीढ़ी के हैं. हम सभी ‘गोल्डन स्पून’ वाले लोग हैं — जीवन के बहुत उतार-चढ़ाव नहीं देखे. हमने हमेशा सपनों की दुनिया दिखाई है, और लोग भी उसे देखना चाहते थे. 90 के दशक में परी-कथाओं जैसे सिनेमा का दौर था, और हम उसी में बहे. फर्क इतना है कि मैं तीनों में सबसे ज्यादा परंपरागत हूँ, शायद अपने संस्कारों की वजह से. यही मेरी ताकत भी है और इसीलिए मैं ट्रेंड से अलग जाकर फ़िल्में, वेब सीरीज और शो बनाता हूँ.
कुछ निर्देशक कहते हैं कि फ्लॉप फिल्में भी देखनी चाहिए, ताकि समझा जा सके कि दर्शकों से कहां जुड़ाव टूट गया. क्या आप इससे सहमत हैं?
बिल्कुल, जैसे फिल्म ‘ऊंचाई’ (Uunchai) में मैंने एक सीन लिखा था—"जब हमारे बच्चे छोटे थे तो हम उन्हें सुलाकर अपने काम पर चले जाते थे, तब उन्होंने हमसे सवाल नहीं किया, अब जब वो पार्टी में जाते हैं तो हमें दुख क्यों होता है?"—मैंने ऐसे ही लिख दिया, और लोगों ने खूब तारीफ़ की. यह चीज़ थिएटर में ही समझ आती है.
क्या आप आज की फिल्में देखते हैं और ट्रैक रखते हैं कि क्या हिट हुआ?
हां, जितनी भी देख सकूं, देखने की कोशिश करता हूँ. इससे पता चलता है कि दर्शकों को क्या पसंद आ रहा है और क्या नहीं. थिएटर में दर्शकों की प्रतिक्रिया सबसे सटीक सीख देती है.
क्या कभी आपने अपने स्टाइल से हटकर काम किया है?
हां, जैसे ‘मैं प्रेम की दीवानी हूँ’ (Main Prem Ki Diwani Hoon) और ‘प्रेम रतन धन पायो’ (Prem Ratan Dhan Payo) में मैंने थोड़ी अलग राह ली. मार्केट ट्रेंड कभी-कभी खींच लेता है, लेकिन अपने पुराने राजश्री वाले समय की याद दिलाने वाली ट्रॉफियां मुझे ज़मीन पर रखती हैं.
लोग कहते हैं आपकी फिल्में थिएटर में मिस की जाती हैं, तो फिर शो क्यों और फिल्म क्यों नहीं?
हम थिएटर के लिए तैयार हैं, लेकिन अंततः सब कहानी पर निर्भर करता है. ‘मनपसंद की शादी’ (Manpasand Ki Shaadi) पहली बार है जब हमने युवाओं की आवाज़ को केंद्र में रखा है. पहले हमारी कहानियां ज़्यादातर परिवार के इर्द-गिर्द होती थीं.
FAQ about Manpasand Ki Shaadi
शो ‘मनपसंद की शादी’ का कांसेप्ट क्या है? (What is the concept of the show 'Manpasand Ki Shaadi'?)
यह शो "मैरिज ऑफ चॉइस" की अवधारणा पर आधारित है, जहां युवा जोड़ों को अपने जीवनसाथी चुनने का मौका और समय मिलता है, और माता-पिता भी इस प्रक्रिया में शामिल होते हैं. यह लव मैरिज और अरेंज मैरिज से अलग, एक नया विचार है.
शो ‘मनपसंद की शादी’ की कहानी क्या है? (What is the story of the show 'Manpasand Ki Shaadi'?)
कहानी महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश सीमा पर स्थित विठलगांव के एक छोटे से गांव की आरोही शिंदे नाम की लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है. आरोही पढ़ाई में तेज है और उसे इंदौर में 60 लाख रुपये के पैकेज वाली नौकरी मिल सकती है.
शो ‘मनपसंद की शादी’ के निर्माता कौन हैं? (Who is the producer of the show 'Manpasand Ki Shaadi'?)
यह शो राजश्री प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित है, और इसके निर्माता सूरज बड़जात्या हैं.
शो ‘मनपसंद की शादी’ किस चैनल पर प्रसारित होगा? (On which channel will the show 'Manpasand Ki Shaadi' be telecast?)
यह शो कलर्स टीवी पर प्रसारित होगा.
शो ‘मनपसंद की शादी’ कब शुरू होगा? (When will the show 'Manpasand Ki Shaadi' start?)
शो के प्रसारण 11 अगस्त से शुरू हो गया हैं जो कलर्स पर रात 10 सोमवार से शुक्रवार प्रसारित होगा.
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