एंटरटेनमेंट:फिल्म मेकर संजय लीला भंसाली ने अपनी पहली स्ट्रीमिंग सीरीज हीरामंडी: द डायमंड बाजार में एक्ट्रेस शर्मिन सहगल को कास्ट किये जाने पर फैंस ने सवाल उठाये थे कि क्योंकि वह उनकी भतीजी है, एक इंटरव्यू में, फिल्म निर्माता ने कहा कि शर्मिन को कई दौर के ऑडिशन से गुजरना पड़ा, और उसका चेहरा आलमज़ेब के किरदार के लिए बिल्कुल उपयुक्त था, जो एक भोली-भाली युवा महिला थी, जो षडयंत्रकारी वेश्याओं और रईसों की दुनिया में पैदा हुई थी. हाल ही में इस विषय पर भंसाली ने बात की.
सही विकल्प बताया
एक इंटरव्यू में , भंसाली ने शर्मिन की कास्टिंग का बचाव किया, लेकिन उनके प्रदर्शन के बारे में कोई बात नहीं की, जिसकी बोर्ड भर में आलोचना हुई है “उसका चेहरा बिल्कुल वैसा ही है जैसा आलमजेब का होना चाहिए, कोई ऐसा व्यक्ति जो तवायफ नहीं बनना चाहता, वह तवायफ की तरह बात नहीं करती, वह तवायफ की तरह नहीं चलती उसके चेहरे पर मासूमियत थी, जबकि बाकी सभी लोग जीवन जी चुके थे, वे चालाकी और मानसिक खेल से बचे हुए थे आपको किसी नए, मासूम गुण वाले व्यक्ति की ज़रूरत थी... मुझे लगा कि शर्मिन आलम के लिए सही विकल्प थी, इसलिए नहीं कि वह मेरी भतीजी है''
परिक्षण से गुज़ारना पड़ा
उन्होंने आगे कहा, “उसे कड़ी मेहनत से गुजरना पड़ा अनगिनत संख्या में परीक्षण, ऑडिशन हुए, जब से मैंने उसे कास्ट करने का निर्णय लिया है, उसके बाद मैंने उसके साथ जितने परीक्षण किए हैं, उनकी संख्या का कोई अंत नहीं है मैंने उससे कहा, 'तुम्हें कड़ी मेहनत से गुजरना होगा, तुम्हें इसे सही करना होगा, क्योंकि इस दुनिया में तुम कभी नहीं गए हो, तुमने कभी इसमें अभिनय नहीं किया है इन सभी अन्य कलाकारों ने समय के साथ काम किया है, उन्होंने 'मैंने इस तरह के किरदार निभाए हैं और इन सभी नखरों, ठुमकों और नजाकत को समझा है...''
sharmin segal, sharmin segal heeramandi, heeramandi, sanjay leela bhansali, sanjay leela bhansali heermandi, sanjay leela bhansali