श्रीनगर में 'भय मुक्त कश्मीर' का आयोजन मुंबई के फिल्मकार, गीतकार और पत्रकार कैलाश मासूम द्वारा किया जाना एक सराहनीय कदम कहा जा रहा है।(Bhaymukt Kashmir)
श्रीनगर में “भयमुक्त कश्मीर” आयोजन, मनोज सिन्हा ने डॉ. अंबेडकर और बुद्धा पीस अवार्ड प्रदान किए
पहलगाम की घटना के बाद जम्मू और कश्मीर में भय का माहौल व्याप्त हो गया था जिसके कारण फिल्मों की शूटिंग तथा पर्यटक लोग भी वहाँ जाने से डरने लगे हैं। (Srinagar event) जिसके कारण स्थानीय लोगों को रोज़गार की समस्या पैदा होने लगी है तथा वहाँ के पर्यटन को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। (Dr. Ambedkar Award)
ऐसे माहौल में बुद्धांजलि रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष कैलाश कुमार मासूम ने गत दिनों श्रीनगर में “भयमुक्त कश्मीर “ का आयोजन कर एक नई पहल किया है। (Jammu & Kashmir tourism)
भयमुक्त कश्मीर के इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर जम्मू और कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने भाग लिया और वह इस आयोजन के लिए कैलाश मासूम की जमकर प्रशंसा किए और इस अवसर पर आए देश भर की प्रतिभाओं और खासतौर से जम्मू और कश्मीर के सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और अन्य क्षेत्र से जुड़ी प्रतिभाओं को भारत रत्न डॉ. अंबेडकर अवॉर्ड्स तथा इंटरनेशनल बुद्धा पीस अवार्ड से सम्मानित किया! (Buddha Peace Award)
श्रीनगर में “भयमुक्त कश्मीर” आयोजन, डॉ. अंबेडकर और बुद्धा पीस अवार्ड से सम्मानित किए गए
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले और पूर्व लोक सभा सांसद नीलम सोनकर भी मौजूद थी ! (Kailash Masoom)
कैलाश मासूम ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में इस तरह का यह पहला कार्यक्रम है, जिसमें सैकड़ों लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया! हमें उम्मीद है कि भयमुक्त कश्मीर का यह कार्यक्रम लोगों को यहाँ आने के लिए प्रेरित करेगा और फिर से यहाँ पर्यटकों की बहार आएगी !
“भयमुक्त कश्मीर” तथा “कश्मीर हमारा, हम कश्मीर के” अभियान के तहत हुआ यह गरिमामयी कार्यक्रम बहुत ही सफल और भव्य माना जा रहा है! इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सीआईएसबी के मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्ण पिम्पले तथा फिल्ममेकर दासबाबू जायसवाल की भी अहम भूमिका रही। (social workers honored)
श्रीनगर में 'भयमुक्त कश्मीर' की सोच को मजबूती देने के साथ वहां भारत रत्न डॉ आंबेडकर अवार्ड और बुद्धा पीस अवार्ड से फिल्मवालों, राजनयिकों और सामाजिक जनों को सम्मानित करना एक अच्छी पहल है। (film shooting in J&K) इस आयोजन से कश्मीर में फिल्मों की शूटिंग करने जानेवाले फिल्मकारों का मनोबल बढ़ा है। कैलाश मासूम खुद अपनी फिल्म "घोड़ी पर चढ़कर आना" की शूटिंग का अगला शेड्यूल कश्मीर में करने जा रहे हैं।(Kashmir Our Pride campaign)
FAQ
प्रश्न 1: “भयमुक्त कश्मीर” कार्यक्रम किस बारे में था? उत्तर: श्रीनगर में आयोजित “भयमुक्त कश्मीर” कार्यक्रम का उद्देश्य जम्मू और कश्मीर में शांति, पर्यटन और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देना था।
प्रश्न 2: इस कार्यक्रम में कौन-कौन शामिल हुए? उत्तर: कार्यक्रम में उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले, पूर्व सांसद नीलम सोनकर, कैलाश मासूम और कई सामाजिक कार्यकर्ता और कलाकार शामिल हुए।
प्रश्न 3: क्या इस कार्यक्रम में कोई पुरस्कार प्रदान किए गए? उत्तर: हाँ, डॉ. अंबेडकर अवार्ड और इंटरनेशनल बुद्धा पीस अवार्ड फिल्मकारों, राजनयिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को प्रदान किए गए।
प्रश्न 4: इस कार्यक्रम का जम्मू-कश्मीर के पर्यटन और फिल्म निर्माण पर क्या प्रभाव है? उत्तर: कार्यक्रम का उद्देश्य फिल्मकारों का मनोबल बढ़ाना और पर्यटकों को जम्मू-कश्मीर आने के लिए प्रोत्साहित करना है, जिससे स्थानीय रोजगार और अर्थव्यवस्था को लाभ पहुंचे।
प्रश्न 5: इस कार्यक्रम के मुख्य आयोजक कौन थे? उत्तर: कैलाश मासूम, CISB के मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्ण पिम्पले और फिल्ममेकर दासबाबू जायसवाल ने इस भव्य कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।