I Want to talk REVIEW: ऐसी फिल्म है जो नहीं देखी तो क्या देखा! सचमुच यह रिव्यू नहीं है, एक ऐसी फिल्म की चर्चा है जिसके लिए यही कहा जा सकता है कि अगर आप फैंटेसी फिल्मों से दूर हटकर कुछ देखना चाहते हैं तो "आई वांट टू टॉक" देखिए... By Sharad Rai 23 Nov 2024 in एंटरटेनमेंट New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 Follow Us शेयर सचमुच यह रिव्यू नहीं है, एक ऐसी फिल्म की चर्चा है जिसके लिए यही कहा जा सकता है कि अगर आप फैंटेसी फिल्मों से दूर हटकर कुछ देखना चाहते हैं तो "आई वांट टू टॉक" देखिए, जो देखने की नहीं महसूस करने की फिल्म है. ''पीकू', 'ऑक्टोबर', 'सरदार उद्धम' जैसी फिल्में बनाने वाले शूजित सरकार की यह नवीनतम कृति है जो आपकी सोच को कमर्सियली तराजू पर भले पूरी होती न लगे, दिल पर छाप छोड़ती आगे बढ़ती प्रतीत होगी. आंखे नम कर देगी. कहानी सरल सपाट अर्जुन सेन (अभिषेक बच्चन) की है जो आईआईटीएन और एमबीए डिग्री धारक, कैलिफोर्निया में मार्केटिंग की दुनिया मे धूम मचानेवाला एक एनआरआई है. जिसने बहुत अचीवमेंट किया है और करना चाहता है. जिसका विवाह के कुछ समय बाद ही पत्नी से विच्छेद हो गया है. एक बेटी रेया (पियरले डे) है जो वीकेंड में ही पापा को मिलती है. एक दिन उसे खांसी में खून आता है जब मालूम पड़ता है कि अर्जुन लाइलाज लाइरेन्जिअल कैंसर का शिकार है. चिकित्सा क्रम में दूसरे डॉक्टर (जयंत कृपलानी) से मालूम पड़ता है कि उसके पास जीने के लिए 100 दिन से भी कम समय है. उसका नौकरी चली जाती है. उसे अपनी बेटी से बहुत प्यार है और उसके लिए जीना है. स्थितियां विकट से विकटतम होती जाती हैं. डॉक्टर इलाज करते हैं उनके लिए मरीज महज एक व्यक्ति होता है लेकिन उस व्यक्ति के मन मे चल रहे हलचल को सिर्फ वही जानता है जो मरीज होता है. शरीर टूट रहा है, बेटी के प्रति प्यार अपार है. जीवन के सारे अंतरद्वंद, चाहतें और जिम्मेदारियों का बोझ लिए लड़ता है वह. वह जीना चाहता है, संघर्ष करता है जिंदगी से. मौत को हराने के लिए 20 बार ऑपरेशन कराता है. उसका 90 प्रतिशत पेट कट चुका है. गले की नशे सूख चुकी हैं.पर जीवन जीने की जीजीवीशा है. सर्जरी के कारण उसके रूप और शरीर मे बार बार बदलाव होता हैं. इसी हालात में उसे बच्ची की देखभाल भी करनी है और जिंदगी के दिन उसके पास 100 भी नहीं हैं. अभिषेक बच्चन के कंधे पर पूरी फिल्म है. 'युवा', 'सरकार', 'दसवीं', 'घूमर' जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का प्रभाव छोड़ने वाले अभिषेक ने एकबार फिर साबित किया है कि वह बेहतरीन अभिनेता हैं.यह फिल्म उनके कैरियर को ऊंचाई प्रदान करेगी. फिल्म में कलाकारों की भीड़ नहीं है, शोर नही है.अभिषेक बच्चन, पियरले डे और अहिल्या ड़ामरू के अभिनय से बनी, शूजित सरकार द्वारा बनाई गई यह फिल्म 22 नवम्बर 2024 से प्रदर्शित हो रही है. इस फिल्म के लिए यही कहना ठीक होगा "आई वांट टू टॉक" नहीं देखे तो क्या देखे ! Read More भारत में स्वतंत्र सिनेमा के समर्थन को लेकर बोले Manoj Bajpayee Imtiaz Ali ने Alia Bhatt को लेकर कही ये बात Manoj Bajpayee की फिल्म Despatch का टीजर आउट Shah Rukh Khan पर हल पल नजर रखता था आरोपी फैजान खान हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें यह भी पढ़ें Advertisment Latest Stories Read the Next Article