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आज के तेज़-तर्रार दौर में, जहाँ हम अपनी रोज़मर्रा की समस्याओं को हल करने के लिए इंटरनेट और तकनीकी उपकरणों का सहारा लेते हैं, 16वीं सदी में अपनी चतुराई और बुद्धिमत्ता से जटिल समस्याओं का समाधान करने वाला एक व्यक्ति आज भी लोगों के दिलों में बसा हुआ है. वह शख्स है तेनाली राम, जो विजयनगर के सम्राट कृष्णदेव राय के सलाहकार के रूप में न केवल अपनी चतुराई बल्कि अपनी दया और सृजनात्मक समस्या-समाधान क्षमता के लिए भी प्रसिद्ध था. तेनाली के जीवन और उनकी कहानियों से हम आज भी बहुत कुछ सीख सकते हैं, और यही कारण है कि उनकी विरासत आज भी जीवित है. सोनी सब पर प्रसारित होने वाले अपने मशहूर शो "तेनाली राम" के नए एपिसोड्स में, यह दिखाया जाएगा कि तेनाली की बुद्धिमत्ता आज भी कितनी प्रासंगिक है.
तेनाली की बेजोड़ चतुराई
विजयनगर साम्राज्य, जो सम्राट कृष्णदेव राय के नेतृत्व में समृद्धि, संस्कृति और कूटनीति का प्रतीक बना हुआ था, उसमें तेनाली राम का योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण था. तेनाली की तीव्र बुद्धि और सृजनात्मक समस्या-समाधान क्षमता ने उन्हें न केवल दरबार में बल्कि आम लोगों में भी अपार सम्मान दिलाया. पड़ोसी राज्यों से हो रहे आक्रमणों को चालाकी से मात देना हो, या दरबार में आंतरिक विवादों का हल हास्य और निष्पक्षता से निकालना हो, तेनाली राम की गहरी समझ और हास्य से भरपूर समाधान आज भी हमें प्रेरित करते हैं.
अभिमन्यु सिंह, सीईओ कंटिलो एंटरटेनमेंट और सोनी सब के "तेनाली राम" के निर्माता, तेनाली की चतुराई पर बात करते हुए कहते हैं, "तेनाली की सबसे बड़ी विशेषता यह थी कि उन्होंने कभी भी हिंसा का सहारा नहीं लिया. एक उदाहरण में, जब एक राजा ने विजयनगर पर आक्रमण की धमकी दी, तेनाली ने एक चालाक योजना बनाई, जिसमें छिपे हुए सैनिकों को दुश्मन को धोखा देने के लिए भेजा गया. इससे दुश्मन को पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा. यह घटना आज भी यह सिखाती है कि दिमागी ताकत अक्सर शारीरिक शक्ति से अधिक प्रभावी होती है."
तेनाली के मूल्यों का महत्व: सहानुभूति और हास्य
अभिमन्यु सिंह तेनाली राम को एक दुर्लभ संयोजन मानते हैं जिसमें बुद्धि, हास्य, सृजनात्मकता और सहानुभूति का अद्भुत संतुलन था. "तेनाली राम” सिर्फ समस्याओं का समाधान नहीं करते थे, वे दिल से हर मुद्दे को सुलझाते थे. उनके पास सभी से जुड़ने की क्षमता थी, चाहे वह राजा हों या सामान्य लोग.
वे एक और कहानी का उदाहरण देते हुए कहते हैं, "एक बार तेनाली ने एक गरीब किसान को अत्यधिक करों के खिलाफ बचाया, और हास्य व्यंग्य का इस्तेमाल कर सरकारी तंत्र की कमजोरियों को उजागर किया. उनका यह हल बदलाव लाने में सफल रहा. साथ ही उन्होंने यह साबित कर दिया कि गंभीर समस्याओं का समाधान भी सहानुभूति और हास्य से हो सकता है. तेनाली राम की एक और अनूठी विशेषता यह थी कि उन्होंने कभी भी संघर्ष को गुस्से या बल के माध्यम से हल नहीं किया, बल्कि हास्य का इस्तेमाल कर उन पर काबू पाया. जब किसी पड़ोसी राज्य ने सम्राट कृष्णदेव राय के दरबार का मजाक उड़ाया, तो तेनाली ने एक चतुर पहेली के माध्यम से न केवल आलोचकों को न सिर्फ चुप कराया बल्कि आपसी सम्मान भी बढ़ाया. उनका ऐसा करना यह दर्शाता है कि गुस्से और बल के बजाय संघर्ष को हास्य से सुलझाना एक सशक्त तरीका हो सकता है."
आज के समय में तेनाली की बुद्धिमत्ता का महत्व
अभिमन्यु बताते हैं, "तेनाली के मूल्य—न्याय, सहनशीलता और नए दृष्टिकोण से सोचने की क्षमता—आज भी सार्वभौमिक रूप से प्रासंगिक हैं. जिस दुनिया में हम आज रहते हैं, जहां अक्सर ध्रुवीकरण देखने को मिलता है, वहां तेनाली की तरह हर पक्ष को समझने और सामान्य जमीन पर लाने की क्षमता हमें आशा देती है." वे आगे कहते हैं, "जब तेनाली राम से देवी काली ने धन और ज्ञान में से एक को चुनने को कहा, तो उन्होंने दोनों की इच्छा जताई, यह समझाते हुए कि बिना संसाधनों के ज्ञान अधूरा होता है और बिना ज्ञान के संसाधन भी बेमानी होते हैं. यह संतुलन आज भी हमारे जीवन में एक मार्गदर्शक सिद्धांत के रूप में कार्य करता है."
हर उम्र के लिए एक नायक
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि तेनाली राम की कहानी एक दृढ़ संकल्प की कहानी है. छोटे-से गाँव से उठकर सम्राट कृष्णदेव राय के विश्वसनीय सलाहकार बनने तक, उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया, फिर भी कभी अपनी दिशा नहीं छोड़ी. अभिमन्यु कहते हैं "आज की युवा पीढ़ी के लिए तेनाली राम एक मार्गदर्शक की तरह हैं, वे हल्के-फुल्के अंदाज में सलाह देते हैं, यह दिखाते हुए कि समाधान कभी भी कठोर या सख्त नहीं होते. उनका ज्ञान रचनात्मकता और साहस को प्रेरित करता है, खासकर उन क्षणों में जब हमें संदेह होता है."
इसलिए, यदि आप तेनाली राम की जादुई दुनिया में खोना चाहते हैं, तो इस दिसंबर 8 बजे सोनी सब पर जुड़े रहें और तेनाली राम के नए एपिसोड्स का आनंद लें.
written by priyanka yadav
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