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CM Stalin investigation commission Vijay delay: करुर में हुए स्टैम्प'पेड ! यानी-साउथ की फिल्मों के सुपर स्टार विजय की पॉलटिकल रैली की भीड़ में हुई भगदड़ के बाद समझा जा रहा है कि वहां की एक और तेजी से उभरती राजनैतिक पार्टी की हवा निकल गयी है। बताया जा रहा है कि थलाइवा कहे जानेवाले विजय की राजनैतिक रैली में मरनेवालों की संख्या तथा गंभीर रूप से घायल हुए अबोध लोगों की संख्या सैकड़े का आंकड़ा पार कर चुकी है। बहुत भयानक माहौल है अस्पतालों का ! रैली में विजय की झलक पाने पहुचे भीड़ से रौंद उठे युवक, बूढ़े, बच्चे और महिलाओं के परिवार जनों का क्रंदन सुनकर सिहरन का सा वहां का माहौल है। विजय की पहली संवेदना ट्वीटर X पर आती है जो अफसोस और भावनाओं का मरहम है। हालांकि बताए अनुसार वह उस समय मैदान छोड़कर एयरपोर्ट का रास्ता पकड़े देखे गए थे। साउथ फिल्म इडस्ट्री के दूसरे वरिष्ठ अभिनेता कमल हासन, रजनीकांत जैसों ने भी अपनी पोलटिकल पार्टी बनाया हुआ है, वे सब दुखी हैं और विजय से दूरी बना लिए हैं। आज पूरी साउथ फिल्म इंडस्ट्री के साथ पूरा देश हतप्रभ है। (Political stampede Vijay five hours late)
मुख्यमंत्री स्टालिन की जांच आयोग और विजय की पांच घंटे देरी के बीच भीड़ में उत्पन्न हंगामा
विजय से दूरी रखते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन ने जांच आयोग बैठा दिया है और विजय हैं जो सिर्फ कराह रहे हैं। उनकी वजह से इस स्टाम'पेड के हालात बने हैं... जैसे आरोपों पर विजय की मानसिक पीड़ा और अफसोस को उनकी कराह ही कहा जा सकता है जो शून्य हो गयी मानसिकता में हैं। ऐसा कुछ हो जाएगा शायद यह उनकी सोच से परे था। वह एक स्टार की तरह पांच घंटे देरी से वेन्यू पर पहुचे थे और भीड़ बढ़ती चली गयी थी...। अंदाजा नहीं था क्या कुछ घटित हो जाएगा ! जिस जमीन पर उनकी राजनैतिक पार्टी KVT मेघ की फुहार बनकर जनता की समस्याओं को सिंचित करने की बात कहती थी, उस जमीं पर बादल फट गए हैं। (Vijay mental distress political allegations)
विजय की राजनैतिक सोच :
दक्षिण के दूसरे सितारों की तरह राजनीति में प्रवेश रखने की चाह रखने वाले विजय भी हैं। उनके सपने में भी अन्ना दुरायी, एमजीआर, एनटीआर और जयललिता की तरह राजनीति की ऊँची कुर्सी पर बैठने की चाह ने जन्म लिया है। अपने सीनियर सितारे कमल हासन और रजनीकांत की तरह वह भी अपनी एक अलग राजनैतिक पार्टी TVK ( तमिलगा वेट्टारी कझगम) का गठन किये हैं। साल 2026 में तमिलनाडु में विधान सभा का चुनाव होनेवाला है। चुनाव में अपनी पार्टी के साथ उतरने के लिए विजय ने इस साल की शुरुआत से ही बड़ी लामबंदी शुरू कर दिया है। वह जगह जगह जन मीटिंग में भाग लेने की योजना बनाए हैं और ऐसी ही एक मीटिंग करुर में थी जहां भगदड़ हो गयी है। करुर मीटिंग की भगदड़ से पूर्व कहा जा रहा था कि विजय के विजय रथ से तमिलनाडु की वर्तमान DMK की स्टॅलिन सरकार में भय का माहौल बढ़ता जा रहा है। विजय के फैन सोशल मीडिया पर अपने स्टार को भावी मुख्यमंत्री घोषित करने लग गए थे। कहा जा रहा था कि साउथ के राजनैतिक गलियारे में फिर एकबार एक पर्दे का सितारा धूमकेतु की तरह चमकने जा रहा है। (Political event mishap Tamil Nadu)
जानिए कौन हैं विजय !
जोसेफ विजय चंद्रशेखर ! जो खास रूप से सुपर स्टार "विजय" के नाम से ही साउथ फिल्म इंडस्ट्री में जाने जाते हैं। बाल कलाकार से शुतुआत लेनेवाले विजय आज पैन इंडिया स्टार हैं। उनकी दक्षिण भाषाई फिल्मों की डब कॉपी किसी हिंदी फिल्म स्टार से ज्यादा बिजनेस कर जाती है। और, वह अब पूरे भारत मे अपनी एक अलग पहचान रखते हैं। विजय की कई फिल्में- पूवेअनक्कागा ( poove unakkaga), लव टूडे (love today), खुशी(khushi), मार्शल (marshal), मास्टर(master), बीस्ट( beast) आदि तमिल सिनेमा की माइल स्टोन फिल्में मानी जाती हैं। विजय ने 68 फिल्में किया है जिनमे बहुत सी का भाषायी रूपांतरण (डब या रिमेक वर्सन) दूसरी भाषाओं में आचुका है।विजय साउथ सिनेमा पटल के चमकते सितारे हैं जो दर्शकों में बहुत पॉपुलर हैं। आज वह पैन इंडिया स्टार हैं और सबसे अधिक पैसा लेने वाले सितारों में एक हैं। राजनीति में उनके अपनी पारी खेलने की शुरुआत ने कई राजनैतिक पार्टियों की चिंता बढ़ा दिया है। (Unexpected events at political rally)
याद दिलानेवाली बात है कि कुछ समय पहले रजनीकांत और कमल हासन ने भी अपनी पोलटिकल जमीन बनाने के लिए राजनैतिक पार्टी का गठन किया था। रजनीकांत पूरी तरह राजनीति को स्वीकार नही कर पाते और अब वह एक तरह से राजनीति से किनारा कर लिए हैं। कमल हासन की बनाई हुई पार्टी MNM (मक्काल निधि मैय्यम) ने मुख्यमंत्री को समर्थन देकर कमल हासन को राज्यसभा का सांसद बनवा लिया है। विजय की नव गठित पार्टी अपने दम पर सबकुछ करना पाना चाहती है। उनकी पार्टी KVT ना ही बीजेपी को समर्थन देने की बात कहती है ना ही कांग्रेस को। शायद इसीलिए करुर की रैली में जहां 10 हज़ार लोगों के पहुचने का अनुमान था वहां 30 हजार लोग पहुच गए। जनता का भरपूर समर्थन उनके स्टार को मिल रहा था। पर यह क्या जिस जमीन पर नए बदलाव की बरसात की फुहार लाने की बात कहने विजय गए थे वहां दुर्दांत बादल ही फट गए हैं। (KVT party promises and reality)
FAQ
Q1. मुख्यमंत्री स्टालिन ने किस मामले में जांच आयोग बैठाया?
मुख्यमंत्री स्टालिन ने विजय से संबंधित घटनाओं और उनके प्रभावों की समीक्षा के लिए जांच आयोग का गठन किया है।
Q2. विजय की पांच घंटे देरी का क्या असर पड़ा?
विजय की देरी के कारण भीड़ बढ़ गई और हंगामा उत्पन्न हो गया, जिससे आयोजकों और जनता दोनों के लिए स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
Q3. इस घटना के पीछे मुख्य कारण क्या था?
मुख्य कारण विजय की देरी और भारी भीड़ के कारण उत्पन्न परिस्थितियां थीं, जिनसे अप्रत्याशित राजनीतिक और सार्वजनिक प्रभाव पैदा हुआ।
Q4. KVT पार्टी का इस घटना से क्या संबंध है?
KVT पार्टी का नारा था कि वह जनता की समस्याओं को हल करने में सक्रिय है, लेकिन इस घटना में वास्तविक परिस्थितियों और घोषणाओं के बीच अंतर देखने को मिला।
Q5. विजय की मानसिक स्थिति कैसी थी?
आरोपों और भीड़ की स्थिति के कारण विजय मानसिक पीड़ा और अफसोस का अनुभव कर रहे थे, जिसे उनकी कराह के रूप में व्यक्त किया गया।
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