यह 5 बेहतरीन शोज़ और फिल्में जहाँ परिवार की वफादारी की कोई सीमा नहीं "खून बह सकता है, लेकिन रिश्तों की डोर कभी टूट नहीं सकती"- यह भावना उन अटूट बंधनों को खूबसूरती से बयां करती है, जो हमें अपने प्रियजनों के लिए हर सीमा पार करने को प्रेरित करते हैं... By Mayapuri Desk 16 Nov 2024 | एडिट 17 Nov 2024 12:00 IST in एंटरटेनमेंट New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 Follow Us शेयर "खून बह सकता है, लेकिन रिश्तों की डोर कभी टूट नहीं सकती"- यह भावना उन अटूट बंधनों को खूबसूरती से बयां करती है, जो हमें अपने प्रियजनों के लिए हर सीमा पार करने को प्रेरित करते हैं. इन अद्वितीय किरदारों का जश्न मनाने के लिए, हमने पांच ऐसी फिल्में और टीवी शोज़ की सूची तैयार की है, जहाँ परिवार की वफादारी की अनोखी कहानियाँ देखने को मिलती हैं. ये कहानियाँ बलिदान, संघर्ष, और साहस के उन भावनात्मक पलों को प्रस्तुत करती हैं, जो परिवार की रक्षा के लिए इंसान को किसी भी हद तक ले जा सकती हैं. तो पॉपकॉर्न के साथ तैयार रहें इन दिल को छू लेने वाली कहानियों को देखने के लिए! विजय दीनानाथ चौहान - अग्निपथ अग्निपथ फिल्म में ऋतिक रोशन ने विजय का किरदार निभाया है, जो अपने पिता की हत्या का बदला लेने के जुनून से भरा हुआ है. खलनायक कांचा के खिलाफ लड़ाई में विजय अपने परिवार की इज़्ज़त और विरासत को बचाने के लिए हर हद पार करता है. यह किरदार एक कमजोर बेटे से एक शक्तिशाली प्रतिशोधी तक के सफर को दर्शाता है. विजय की यह कहानी, जिसमें दर्द, साहस और बदले की भावना का मेल है, उसे अटूट संकल्प और दृढ़ता का प्रतीक बनाती है. सारिका - एक हसीना थी 'एक हसीना थी' में संजीदा शेख ने सारिका का किरदार निभाया है, जिसकी ज़िंदगी उसके प्रेमी के धोखे से बर्बाद हो जाती है. न्याय पाने के लिए संघर्ष करती सारिका, अपने जीवन की कठिनाइयों से निकलकर एक सशक्त महिला बनती है. यह कहानी प्यार, बदले और सशक्तिकरण की गहराई को दर्शाती है. सरिका का सफर एक पीड़िता से एक मजबूत और न्याय के लिए लड़ने वाली महिला के रूप में प्रेरित करता है. प्रेतनी - 10:29 की आखिरी दस्तक '10:29 की आखिरी दस्तक' में प्रेतनी का किरदार माही भानुशाली ने निभाया है. यह छोटी बच्ची अपनी माँ की मौत का बदला लेने के लिए एक डरावने सफर पर निकलती है. पुलिस अधिकारी अभिमन्यु सिन्हा के हाथों अपनी माँ की हत्या के बाद, प्रेतनी अपने गाँव की अन्य माताओं को निशाना बनाती है. अपनी माँ के प्रति अटूट प्रेम और न्याय के लिए उसकी दृढ़ता उसे एक कमजोर बच्ची से एक खतरनाक प्रतिशोधी ताकत में बदल देती है. यह किरदार भावनाओं और बदले की एक अनोखी कहानी प्रस्तुत करता है. शिवन्या - नागिन नागिन शो में मौनी रॉय ने शिवन्या का किरदार निभाया है, जो अपने माता-पिता की मौत का बदला लेने के लिए निकली एक इच्छाधारी नागिन है. न्याय की तलाश में शिवन्या का प्यार और प्रतिशोध के बीच का संघर्ष उसे एक अद्भुत किरदार बनाता है. उसकी पारिवारिक वफादारी और अलौकिक शक्तियाँ इस कहानी को रोमांचक और भावुक बनाती हैं. मानव और मायावी दुनिया के बीच उसकी यात्रा दर्शकों को अंत तक बाँधे रखती है. रणविजय सिंह - एनिमल 'एनिमल' फिल्म में रणबीर कपूर का किरदार रणविजय सिंह अपने पिता के साथ गहरे संबंधों से प्रेरित है. पिता के प्रति प्रेम और उनकी उम्मीदें रणविजय के जीवन और फैसलों को आकार देती हैं. यह कहानी पारिवारिक वफादारी और हिंसक प्रवृत्तियों के बीच संतुलन की जद्दोजहद को दर्शाती है. रणबीर का यह किरदार बाहरी दुश्मनों और अपनी आंतरिक लड़ाई के बीच संघर्ष करता है. परिवार के लिए उसकी असीम निष्ठा और कुर्बानी, इस फिल्म को भावनात्मक और रोमांचक बनाती है. इन सभी कहानियों में परिवार की अटूट वफादारी, प्रेम और संघर्ष के गहरे भावनात्मक पहलुओं को खूबसूरती से पेश किया गया है. यह हमें सिखाता है कि परिवार के लिए दी गई कुर्बानियाँ हमें किस हद तक ले जा सकती हैं. Read More Aditya Roy Kapur ने इन फिल्मों में किया बेहतरीन अभिनय मालदीव में इब्राहिम अली खान संग क्वालिटी टाइम बिताती दिखी Palak Tiwari कॉन्सर्ट में रोती हुई फैंन को ट्रोल होते देख दिलजीत ने लिया स्टैंड नवजात बेटे की मौत पर बात करते समय इमोशनल हुए B Praak हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें यह भी पढ़ें Advertisment Latest Stories Read the Next Article