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पिछले दस-बारह दिनों से बॉलीवुड में तूफान आया हुआ है. और इस तूफान की जड़ में कहीं न कहीं 'सबसे बड़ा रुपया' ही है. यह अलग बात है कि इस सच को कबूल करने के लिए कोई तैयार नहीं है. भला हो नाना पाटेकर का जिन्होंने फिल्म 'हाउसफुल 5' (Housefull 5) के ट्रेलर लॉन्च के अवसर पर खुलेआम स्वीकार किया कि उन्होंने निर्देशक व पैसा देखकर फिल्म 'हाउसफुल 5' में अभिनय करना स्वीकार किया. पर इस तरह का सच बोलने की हिम्मत बॉलीवुड में कितने लोगों में है? सच तो यह है कि बॉलीवुड में ऐसे लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो खुद सामने नहीं आते, मगर अपनी ट्रोल आर्मी व अपनी पीआर मशीनरी के बल पर बड़े स्तर पर छद्म युद्ध की शुरुआत कर देते हैं. ऐसा करते हुए मूल मुद्दे पर अपने मन की भड़ास निकालने की बजाय सामने वाले पर, अगर सामने वाला ताकतवर हुआ तो उससे जुड़े कमजोर इंसान की चारित्रिक हत्या करने से बाज नहीं आते. यही सब हम पिछले दस-बारह दिनों से देख रहे हैं. पिछले इस बारह दिनों के अंदर हालात इस कदर बदतर हो गए हैं कि लोग सीधा हमला करने की बजाय 'कहीं पे निगाहें, कहीं पे निशाना' की तर्ज पर हमला कर रहे हैं और दो दिग्गजों की लड़ाई में बेकसूर पिस रहा है. यह एक सच्चाई है, फिर चाहे फिल्म 'हेरा फेरी 3' (Hera Pheri 3) से परेश रावल का अलग होना हो या फिल्म 'स्पिरिट' (Spirit) से दीपिका पादुकोण के हटने का मामला हो. हम यहाँ पर दीपिका पादुकोण और संदीप रेड्डी वांगा के बीच छिड़ी जंग पर विस्तार से चर्चा करते हुए यह समझने की कोशिश करने वाले हैं कि यह विवाद कितना ज़रूरी था, इस विवाद की असली जड़ क्या है? इस विवाद से कौन घाटे में और कौन फायदे में रहने वाला है? कुछ हद तक यह मसला अहम, घमंड, अचानक दिन में बड़ा सपना देखने का नज़र आता है.
दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) और संदीप रेड्डी वांगा (Sandeep Reddy Vanga) के बीच छिड़े शीत युद्ध में आश्चर्य की बात यह है कि पहले दीपिका पादुकोण, 'कबीर सिंह' और 'एनिमल' ('Kabir Singh' and 'Animal') फेम निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा के निर्देशन में फिल्म 'स्पिरिट' करने को तैयार थीं. तब उन्हें स्क्रिप्ट पसंद थी. उन्हें फिल्म के हीरो प्रभास से भी कोई समस्या नहीं थी. संदीप रेड्डी वांगा को भी दीपिका के साथ काम करने में कोई समस्या नहीं थी. तभी तो उन्होंने अपनी फिल्म की स्क्रिप्ट के दो ड्राफ्ट दीपिका पादुकोण को सुनाए थे, जैसा कि कहा जा रहा है. तो फिर सवाल उठता है कि अचानक ऐसा क्या हुआ कि दोनों के बीच इतनी बड़ी तल्खी आ गयी? सोशल मीडिया पर अचानक दीपिका पादुकोण की ट्रोल आर्मी यानी कि फैंस क्लब और पीआर मशीनरी संदीप के प्रति टॉक्सिक हो गयी?
खुद को सर्वाधिक पारिश्रमिक राशि लेने वाली अभिनेत्री के रूप में प्रचारित करने वाली दीपिका पादुकोण 5 जनवरी 2023 को रिलीज़ फिल्म 'पठान' के अलावा 7 सितंबर 2023 को रिलीज़ फिल्म 'जवान' में नज़र आयी थीं. उसके बाद से वह किसी फिल्म में नज़र नहीं आयीं. इस बीच 8 सितंबर 2024 को दीपिका पादुकोण एक बेटी की माँ भी बनीं. माँ बनने के तीन माह बाद उन्हें लगा कि अब उन्हें जल्द से जल्द अभिनय में वापसी करने को लेकर बेताब थीं. इसी बीच उन्हें 'एनिमल' फेम निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा ने प्रभास के साथ तीन सौ करोड़ की लागत में बनने वाली फिल्म 'स्पिरिट' का ऑफर दिया, तो दीपिका ने तुरंत लपक लिया. दो बार स्क्रिप्ट सुनी गयी. सब कुछ ठीक चल रहा था. पर दीपिका पादुकोण के नज़दीकी सूत्र दावा कर रहे हैं कि अचानक मई के पहले सप्ताह में उनके अंदर माँ बनने के बाद करियर की शुरुआत एक बहुत बड़े बजट वाली फिल्म से कर एक नया रिकॉर्ड बनाने की बात आयी. यानी कि दीपिका पादुकोण की इच्छाएँ तेज़ी से बढ़ीं और तभी उन्हें 'जवान' फेम निर्देशक एटली (Atlee) ने अल्लु अर्जुन के संग आठ सौ करोड़ रुपये के बजट वाली फिल्म का ऑफर मिल गया. चर्चा है कि इस फिल्म का नाम 'आइकॉन' हो सकता है. दीपिका को लगा कि उन्हें तो जैसे मुँह माँगी मुराद मिल गयी हो. पहली बात तो निर्देशक एटली संग 'जवान' में काम करने के कारण दीपिका पादुकोण की एटली संग अच्छी केमिस्ट्री विकसित हो चुकी थी. दूसरी बात फिल्म का बजट बहुत बड़ा, तीसरी बात 'पुष्पा 2' फेम इंटरनेशनल ख्याति रखने वाले अभिनेता अल्लु अर्जुन के साथ काम करने का अवसर के साथ उन्हें इस फिल्म के लिए 40 करोड़ की पारिश्रमिक राशि मिलने की भी चर्चाएँ हैं. ऐसे में दीपिका पादुकोण के लिए हर लिहाज़ से संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म कमतर लगी, तो उन्होंने संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म को छोड़ने का मन बनाकर कई शर्तें रख दीं.
सोशल मीडिया पर जिस तरह की चर्चाएँ हैं, उस हिसाब से दीपिका पादुकोण ने जो शर्तें रखीं, उन्हें किसी भी स्तर पर एक प्रोफेशनल कलाकार के द्वारा रखी जाने वाली शर्तें नहीं कहा जा सकता. दीपिका पादुकोण खुद तेलुगु भाषी हैं और वह कई तेलुगु फिल्में कर चुकी हैं, इसके बावजूद उन्होंने संदीप रेड्डी वांगा के सामने शर्त रख दी कि वह फिल्म 'स्पिरिट' में तेलुगु के संवाद खुद डब नहीं करेंगी. इसके अलावा दीपिका ने कहा कि वह प्रभास के साथ बोल्ड सीन नहीं करेंगी. बीस करोड़ रुपये की फीस के साथ फिल्म के प्रॉफिट में 15 प्रतिशत का हिस्सा भी माँगा. शूटिंग के आठ घंटे में से सिर्फ छह घंटे ही शूटिंग करने की शर्त रख दी. चलिए वह एक छोटी बेटी की माँ हैं, तो कुछ शर्तें मानवीय आधार पर स्वीकार की जा सकती हैं. पर फिर बम फोड़ा कि हैदराबाद शूटिंग के लिए वह मुंबई से चार्टर्ड प्लेन में अपनी 26 सदस्यीय टीम के साथ आया-जाया करेंगी. दीपिका पादुकोण की यह शर्त भी अनप्रोफेशनलिज़म का ही प्रतीक है. बहरहाल, दीपिका पादुकोण ने काफी बड़ी रणनीति के साथ सोच-समझकर ऐसी शर्तें रखीं कि संदीप रेड्डी वांगा इसे स्वीकार न कर सकें और वह 'स्पिरिट' से बाहर हो जाएँ. जिससे वह अपनी विस्तारित इच्छा के अनुरूप एटली की फिल्म बिना किसी रुकावट के कर सकें.
खैर, हुआ बिल्कुल दीपिका पादुकोण की रणनीति के अनुसार ही... संदीप रेड्डी वांगा ने ऐलान कर दिया कि वह दीपिका पादुकोण के अनप्रोफेशनल रवैये को देखते हुए उन्हें फिल्म 'स्पिरिट' से बाहर कर रहे हैं. अब तक कहीं न कहीं इंसानियत नज़र आ रही थी.
लेकिन जैसे ही संदीप रेड्डी वांगा ने ऐलान किया कि उन्होंने 'स्पिरिट' में दीपिका पादुकोण की जगह तृप्ति डिमरी (Tripti Dimri) को साइन कर लिया है, जो कि उनके साथ फिल्म 'एनिमल' कर चुकी हैं. इस खबर से बॉलीवुड का एक बड़ा तबका चकित हुआ. मगर इससे दीपिका पादुकोण को ऐसी मिर्ची लगी कि संदीप रेड्डी वांगा के शब्दों में 'खुदक में बिल्ली खम्भा नोचे' वाली बात हो गयी. सही मुहावरा है—'खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे'. जी हाँ! तृप्ति डिमरी के 'स्पिरिट' से जुड़ते ही दीपिका पादुकोण ने एक घायल शेरनी की तरह संदीप रेड्डी वांगा के साथ ही तृप्ति डिमरी को भी बर्बाद करने के लिए अपने तरकश के सारे तीर छोड़ दिए. दीपिका पादुकोण ने अपने कथित फैंस, फैंस क्लब की ट्रोल आर्मी के साथ ही मज़बूत व बड़ी पीआर मशीनरी को सोशल मीडिया पर हर तरह से संदीप रेड्डी व तृप्ति डिमरी को बदनाम करने के लिए लगा दिया. सभी फिल्म मेकरों की ही तरह संदीप रेड्डी वांगा ने भी अपनी फिल्म 'स्पिरिट' की कलाकार दीपिका पादुकोण को पूरी स्क्रिप्ट दो बार सुनाई थी. दीपिका पादुकोण ने इस लड़ाई को निम्न से निम्न स्तर पर ले जाते हुए सारी इंसानियत व सभी इथिक्स को धता बताते हुए फिल्म 'स्पिरिट' की कहानी/बेसिक लाइन को भी सोशल मीडिया पर लीक करवा दिया या कर दिया. सच तो दीपिका पादुकोण व संदीप रेड्डी वांगा ही जानते हैं. यदि संदीप रेड्डी वांगा की बातों में कुछ भी सच्चाई है तो 'कलाकार व फिल्म निर्देशक व लेखक के बीच बिना किसी एग्रीमेंट के फिल्म की कहानी को लेकर जो भरोसा हुआ करता था, उस भरोसे को दीपिका पादुकोण ने तार-तार करके रख दिया है. जिसका बहुत बड़ा खमियाज़ा दीपिका को भविष्य में भुगतना पड़ सकता है. संदीप रेड्डी वांगा ने दीपिका का नाम लिए बगैर ट्वीट कर उन पर फिल्म की कहानी को सार्वजनिक करने का आरोप लगाया. संदीप रेड्डी वांगा ने काफी कुछ कहा है. संदीप रेड्डी वांगा ने इसे 'डर्टी पीआर गेम' की संज्ञा दी है. अपने इस ट्वीट में तो संदीप रेड्डी वांगा ने दीपिका को खुली चुनौती दे दी है कि वह उनकी फिल्म की पूरी कहानी को भी सार्वजनिक कर दें, तो भी वह उनकी प्रतिभा को नुकसान नहीं पहुँचा सकती. संदीप रेड्डी ने अंग्रेज़ी में ट्वीट करते हुए लिखा, जिसका हिंदी अर्थ हुआ—जो फिल्म निर्माता और अभिनेता के बीच के अघोषित विश्वास को तोड़ रहा है, कहानी का विवरण लीक कर रहा है और एक छोटी सह-कलाकार को नीचा दिखा रहा है. उनके ट्वीट का अंत "#dirtyPRgame" के साथ हुआ.
देखिए, संदीप रेड्डी वांगा अपनी जगह सही हैं. लगभग दस साल पहले तक फिल्म के रिलीज़ से पहले निर्माता की मर्ज़ी से कई फिल्म पत्रिकाओं में फिल्म की पूरी स्क्रिप्ट व संवाद तक छपते थे, फिर भी फिल्में सुपर डुपर हिट होती थीं. क्योंकि कागज़ पर लिखी स्क्रिप्ट तो परदे पर निर्देशकीय प्रतिभा से ही उतरती है. तथा 'कबीर सिंह' और 'एनिमल' फिल्मों के निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा को अपनी निर्देशन कला पर पूरा भरोसा है.
अब अहम सवाल यह उठता है कि फिल्म 'स्पिरिट' में तृप्ति डिमरी के आने से दीपिका पादुकोण को गुस्सा क्यों आया? यूँ तो इसका सही जवाब किसी के पास नहीं है. लेकिन बॉलीवुड का एक तबका मानता है कि दीपिका पादुकोण के अंदर अचानक जो बहुत बड़ी इच्छा पैदा हुई थी यानी कि बहुत ही कम समय में बहुत बड़ा धन अपनी झोली में डालने की उनकी इच्छा पर तृप्ति डिमरी के चलते कुठाराघात हो गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दीपिका पादुकोण एक तरफ जुलाई माह से एटली की आठ सौ करोड़ की फिल्म की शूटिंग शुरू कर उस फिल्म की फीस को अपनी झोली में डालने के बाद वह 'स्पिरिट' भी करना चाहती थीं. इस बीच वह शर्तें लादकर 'स्पिरिट' को अधर में लटकाए रखना चाहती थीं. वास्तव में निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा ने जब दो-दो बार अपनी स्क्रिप्ट दीपिका को सुनाई, तो दीपिका को अहसास हो गया कि संदीप रेड्डी वांगा ने उन्हें ही दिमाग में रखकर फिल्म की स्क्रिप्ट लिखी है. इसलिए वह उनकी जगह किसी अन्य हीरोइन को नहीं लेंगे. यानी कि दीपिका पादुकोण को यकीन था कि संदीप रेड्डी वांगा हर हाल में उनकी शर्तें मानकर उनके साथ काम करेंगे. पर संदीप रेड्डी वांगा भी ठहरे थोड़ा अक्खड़ व घमंडी. उन्होंने दीपिका से कह दिया 'तू नहीं तो और सही..'. दूसरी बात अब तक दीपिका की प्रतिस्पर्धा में तृप्ति डिमरी दूर-दूर तक कहीं नहीं थी. लेकिन अचानक तृप्ति डिमरी, दीपिका पादुकोण के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गयी. जी हाँ! अब तो तृप्ति डिमरी सीधे-सीधे दीपिका पादुकोण के लिए प्रतिस्पर्धी बन गयी. यह बात भी दीपिका को बर्दाश्त नहीं हुई. तीसरी बात दीपिका को भी पता था कि फिल्म 'स्पिरिट' की निर्माण कंपनी टी-सीरीज़ तो तृप्ति डिमरी से नाराज़ चल रही है. और टी-सीरीज़ अपनी एक फिल्म से तृप्ति डिमरी को बाहर का रास्ता दिखा चुकी है.
ऐसे में रातों-रात टी-सीरीज़ निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा के कहने पर तृप्ति डिमरी के नाम पर हामी भर देगा, इसकी तो दीपिका ने कल्पना ही नहीं की थी. पर दीपिका भूल गयी कि बॉलीवुड एकमात्र ऐसी जगह है, जहाँ न कोई परमानेंट दोस्त होता है और न ही कोई परमानेंट दुश्मन होता है. दीपिका ही नहीं हर कलाकार को यह याद रखना चाहिए कि हर निर्माता की तरह टी-सीरीज़ निर्देशक यानी कि संदीप रेड्डी वांगा की निर्देशकीय प्रतिभा व स्क्रिप्ट पर पैसा लगा रहा होता है, ऐसे में उसके लिए सही मायनों में कलाकार दोयम हो जाता है. हम यहाँ 1972 में रिलीज़ हुई फिल्म 'कोशिश' (film 'Koshish') याद दिलाना चाहेंगे. रोमू एन सिप्पी व राज एन सिप्पी निर्मित तथा गुलज़ार लिखित व निर्देशित फिल्म 'कोशिश' में पहले संजीव कुमार और मौसमी चटर्जी थीं. मौसमी की नई-नई शादी हुई थी, तो वह सेट पर नखरे दिखा रही थी. हर दिन जल्दी जाना चाहती थी. गुलज़ार ने निर्माता से बात की और राज एन सिप्पी ने एक ही दिन में मौसमी चटर्जी को बाहर का रास्ता दिखाकर जया भादुड़ी को इस फिल्म से जोड़ा था. इसी तरह 'स्पिरिट' की निर्माण कंपनी टी-सीरीज़ भी संदीप रेड्डी वांगा की स्क्रिप्ट व उनके निर्देशन का कायल होकर पैसा लगा रहा है, तो टी-सीरीज़ ने मान लिया कि संदीप गलत निर्णय नहीं लेंगे. फिर संदीप रेड्डी वांगा इससे पहले फिल्म 'एनिमल' में तृप्ति डिमरी से अच्छा काम करवा चुके हैं. 'एनिमल' के ही कारण तृप्ति डिमरी चर्चा में आयी. लेकिन दीपिका पादुकोण के लिए चुनौती बनते ही बिना गलती के भी तृप्ति डिमरी, दीपिका पादुकोण की कोपभाजन बनी हुई हैं.
तृप्ति डिमरी: दोहरा फायदा
दीपिका के गुस्से का तृप्ति डिमरी भले ही शिकार हो रही हो, मगर दीपिका पादुकोण और संदीप रेड्डी वांगा के बीच झगड़े से तृप्ति डिमरी को दोहरा फायदा हुआ है. पहला सबसे बड़ा फायदा यह हुआ कि उनकी टी-सीरीज़ में वापसी हो गयी. दूसरा फायदा यह हुआ कि उन्हें एक बार फिर संदीप रेड्डी वांगा जैसे बड़े निर्देशक के साथ एक बड़ी फिल्म 'स्पिरिट' का हिस्सा बनने का अवसर मिला है. तो वहीं सूत्रों पर यकीन किया जाए, तो इस बार तृप्ति डिमरी की फीस भी काफी बढ़ गयी है. मतलब उनकी पाँचों उंगलियाँ घी में हैं शायद ही वजह है कि वह दीपिका पादुकोण की ट्रोल आर्मी की परवाह नहीं कर रही हैं.
यदि इस पूरे प्रकरण को सीरियली देखें तो एक बात साफ तौर पर उभरकर आती है कि दीपिका पादुकोण के पास भले ही जबरदस्त ट्रोल आर्मी हो, पर वह एक जीती हुई बाज़ी पूरी तरह से हार चुकी हैं. माना कि उन्हें एटली की फिल्म मिल गयी है. पर एटली की फिल्म में दीपिका पादुकोण अकेली हीरोइन नहीं होंगी. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एटली की फिल्म में दीपिका के साथ जान्हवी कपूर, मृणाल ठाकुर, भाग्यश्री के अलावा एक अन्य हीरोइन भी होगी, जिसकी तलाश जारी है.
फिल्म इंडस्ट्री के सूत्रों पर यकीन किया जाए, तो मसला जल्द सुलझने वाला नहीं है. दीपिका पादुकोण व संदीप रेड्डी वांगा का यह युद्ध लंबा चलने वाला है. हम तो इंतज़ार करेंगे कि ऊँट किस करवट बैठता है.
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