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21 जून, वर्ल्ड म्यूज़िक डे के अवसर पर भारत के कुछ सबसे लोकप्रिय और चर्चित संगीतकारों और गायकों ने बताया कि "संगीत उनके लिए क्या मायने रखता है?" इस सवाल के जवाब में बी प्राक, जुबिन नौटियाल, शिल्पा राव, जोनिता गांधी, स्टेबिन बेन, शाल्मली खोलगड़े और कुशाग्र जैसे कलाकारों ने अपने दिल की बात कही।
इनके जवाब केवल शोहरत या परफॉर्मेंस से जुड़े नहीं थे, बल्कि उन्होंने संगीत से अपने गहरे, भावनात्मक और व्यक्तिगत रिश्ते को सामने रखा।
बी प्राक के लिए संगीत एक जीवन रेखा है।
"संगीत मेरे लिए एक जीवनरेखा है। यह केवल आवाज़ नहीं, बल्कि मेरी भावनाओं, मेरी सच्चाई और मेरी यात्रा की अभिव्यक्ति है। अच्छे और बुरे दोनों समय में संगीत ने मेरा साथ दिया है। मैं बस शुक्रगुजार हूं कि मुझे हर दिन इस उपहार को जीने और महसूस करने का मौका मिलता है।"
जुबिन नौटियाल ने संगीत को अपनी ऑक्सीजन बताया।
"अव्यवस्था में यह मुझे सुकून देता है, कमजोरी में ताकत देता है। चाहे मंच पर लाइव गा रहा हूं या पहाड़ों में गिटार के साथ बैठा हूं — संगीत मुझे बिना शब्दों के खुद को व्यक्त करने का जरिया देता है। यह जादू है – और मैं इसमें जीता हूं।"
शिल्पा राव के लिए संगीत एक निजी आश्रयस्थल है।
"यह वो जगह है जहाँ मुझे स्पष्टता मिलती है और समझा जाता है। अनुभवों, लोगों और कोलैबोरेशन से मैंने बहुत कुछ सीखा है। संगीत सिर्फ कहानियाँ नहीं सुनाता, यह यादें भी संजोता है।"
जोनिता गांधी ने संगीत को अपनी बदलती पहचान कहा।
"यह मेरे अतीत और भविष्य के सपनों के बीच एक पुल है। जो भी सुर मैं गाती हूं, वो मेरे जीवन का हिस्सा होते हैं। सबसे सुंदर बात ये है कि कोई मेरे संगीत को महसूस कर पाता है।"
स्टेबिन बेन के लिए संगीत सच्चा प्रेम है।
"पहला प्यार हो, कोई जश्न या टूटे दिल की कहानी — लोग हर पल को एक गाने से जोड़ते हैं। मुझे खुशी है कि मेरी आवाज़ उनकी कहानी का हिस्सा बनती है। आज के दिन, मैं बस आभारी हूं कि हर सुर के जरिए मैं लोगों को प्रेम लौटा पा रहा हूं।"
शाल्मली खोलगड़े ने संगीत को अपनी निडरता की पहचान बताया।
"यह वो एक चीज है जो मुझे निडर, प्रयोगधर्मी और सच्चा बनाती है। मैंने अपने गानों में खुशी, बगावत और आत्मचिंतन पाया है। यह एक निरंतर परिवर्तन की यात्रा है – और वर्ल्ड म्यूज़िक डे एक सही मौका है रुकने, सोचने और संगीत को धन्यवाद देने का।"
सबसे युवा आवाज़ों में से एक, कुशाग्र ने संगीत को आत्म-अभिव्यक्ति का जरिया बताया।
"सब कुछ अभी भी सपने जैसा लगता है, लेकिन एक बात मैं जानता हूं — संगीत मुझे वो कहने देता है जो शब्दों में नहीं कह सकता। यह ताकतवर, भावुक और बेहद निजी होता है। मैं सीखते रहना चाहता हूं और चाहता हूं कि मेरी आवाज़ लोगों को कुछ सच्चा महसूस करा सके।"
इस वर्ल्ड म्यूज़िक डे, ये कलाकार हमें याद दिलाते हैं कि हर हिट गाने और यादगार प्रस्तुति के पीछे एक सच्चाई होती है — एक सफ़र, एक भावना और कलाकार की आत्मा का एक अंश।
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