80 के दशक में बॉलीवुड पर राज करने वाले दिग्गज अभिनेता कबीर बेदी आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. वहीं हाल ही में, दिग्गज एक्टर कबीर बेदी ने दिवंगत परवीन बॉबी के साथ अपने पिछले रोमांस के बारे में दिल को छू लेने वाला खुलासा किया. इसके साथ- साथ कबीर खान ने परवीन बॉबी की मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी उनकी लड़ाई पर बात की.
परवीन बॉबी को लेकर बोले कबीर खान
दरअसल, अपने हालिया इंटरव्यू के दौरान कबीर बेदी ने उस पल को याद किया जब उन्होंने परवीन बॉबी के निधन के बारे में सुना था, और उस गहरे दुख को याद किया जो उन्हें महसूस हुआ था. कबीर बेदी ने शेयर किया कि, "मैं एक फिल्म की शूटिंग कर रहा था और किसी ने कहा कि परवीन बॉबी का निधन हो गया है. मुझे बहुत दुख हुआ क्योंकि मैं जानता था कि उन्होंने जीवन में कितना संघर्ष किया था, भूमिकाओं के लिए नहीं, बल्कि अपने मन से. संघर्ष उनके मन के भीतर था".
इस वजह से परवीन बॉबी ने छुपाया अपना मानसिक स्वास्थ्य
वहीं कबीर बेदी ने बताया कि परवीन बॉबी ने अपने मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को इसलिए छिपाकर रखा क्योंकि उन्हें डर था कि इससे उनके करियर को नुकसान पहुंचेगा. उन्होंने कहा, "इतने सालों तक उन्होंने इंडस्ट्री के लोगों से अपने मानसिक (स्वास्थ्य) संघर्ष को छिपाया. वह जानती थीं कि अगर उन्हें पता चल गया कि उनके दिमाग में कोई समस्या है, तो उनका करियर खत्म हो जाएगा. कल्पना कीजिए कि जब आप एक स्टार हैं तो इस डर के साथ जीना कैसा होगा. उन्होंने इन सबका सामना किया और साथ ही साथ उनका दिमाग भी उनका साथ नहीं दे रहा था".
कई हस्तियों के साथ जुड़ा था परवीन बॉबी का नाम
वहीं परवीन बॉबी का नाम फ़िल्म इंडस्ट्री की कई जानी-मानी हस्तियों से जुड़ा था, जिनमें एक्टर- सिंगर डैनी डेन्जोंगपा, कबीर बेदी और फिल्म निर्माता महेश भट्ट शामिल थे. कबीर ने याद किया कि तीनों पुरुष उनके अंतिम संस्कार में उन्हें श्रद्धांजलि देने आए थे.उन्होंने कहा, "वह एक सुंदर, बुद्धिमान, संवेदनशील व्यक्ति थीं. अंत में, उनके अंतिम संस्कार के दौरान, मैं मौजूद था, महेश भट्ट वहाँ थे और डैनी डेन्जोंगपा भी वहां थे".
बॉलीवुड की प्रसिद्ध एक्ट्रेस थी परवीन बॉबी
बता दें परवीन बॉबी 1970 और 1980 के दशक में एक प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री थीं, जिन्हें दीवार और मजबूर जैसी फिल्मों में उनकी दमदार भूमिकाओं के लिए जाना जाता था. उन्हें गंभीर मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करना पड़ा, विशेष रूप से सिज़ोफ़्रेनिया, जिसका निदान उन्हें 1970 के दशक के अंत में हुआ था. इस स्थिति ने उन्हें कई व्यक्तिगत संघर्षों का सामना करना पड़ा, जिसमें एक सार्वजनिक टूटन भी शामिल है जिसके कारण उन्होंने 1984 में अभिनय से संन्यास ले लिया.