/mayapuri/media/media_files/2025/01/13/2MQQNZhmZrlCUNJW5f9s.jpg)
ताजा खबर: भारतीय फिल्म संगीत के इतिहास में सरदार मलिक का नाम एक ऐसे संगीतकार के रूप में दर्ज है, जिन्होंने अपनी मधुर धुनों और अद्वितीय शैली से श्रोताओं का दिल जीता. सरदार मलिक ने अपने करियर में 600 से अधिक गाने बनाए, लेकिन उनका जीवन संघर्ष और विवादों से भी भरा रहा. उनकी कहानी भारतीय संगीत जगत की जटिलताओं और चुनौतियों को उजागर करती है.
परिवार
फिल्मी करियर के अलावा सरदार मलिक का एक छोटा सा खुशहाल परिवार था जिसमें उनकी पत्नी बिलकिस और उनके तीन बेटे थे. सरदार मलिक के तीनों बेटों अनु मलिक, डब्बू और अबू मलिक ने संगीत में अपना करियर बनाया. लेकिन अनु मलिक के अलावा सरदार के दो छोटे बेटे वैसा जादू नहीं दिखा पाए जैसा उनके बड़े भाई ने दिखाया था. हालांकि अब सरदार के पोते अमाल मलिक और अरमान मलिक इंडस्ट्री में गायकी में अपना हुनर दिखाकर अपने दादा का नाम रोशन कर रहे हैं, भारतीय हिंदी फिल्मों के संगीत निर्देशक और संगीतकार सरदार मलिक का 27 जनवरी 2006 को 81 साल की उम्र में निधन हो गया था.
फिल्म इंडस्ट्री में इस तरह बनाई
सरदार मलिक का जन्म 1925 में हुआ था. उन्होंने संगीत की शिक्षा बचपन से ही ली और अपनी मेहनत और लगन से जल्दी ही फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना ली।पह्चा. उनकी पहली बड़ी सफलता फिल्म "सारंगा" (1961) के गाने "सारंगा तेरी याद में" और "हां दीवाना हूं मैं" से आई. इन गानों ने उन्हें रातोंरात मशहूर कर दिया. उनकी धुनों में भारतीय शास्त्रीय संगीत की गहराई और लोक धुनों की मिठास का अनूठा संगम देखने को मिलता था.
सरदार मलिक को पहला ब्रेक 1951 में फिल्म 'स्टेज' से मिला था. इतने लंबे इंतजार के बाद ब्रेक पाने वाले सरदार मलिक को पहचान पाने के लिए कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. दरअसल, सरदार मलिक ने 1953 में रिलीज हुई फिल्म 'ठोकर' से इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई थी. फिर अपने संगीत के दम पर सरदार को बॉलीवुड में ऐसा 'सरदार' मिला, जिसकी वजह से इंडस्ट्री का हर शख्स उन्हें पहचानने लगा
फंस गए अहंकार में
इसके बाद सरदार मलिक ने कई फिल्मों में अपने संगीत के लिए तारीफें बटोरीं, लेकिन साल 1961 में आई फिल्म 'सारंगा' ने उनकी किस्मत बदल दी. 'सारंगा' के गाने इतने मशहूर हुए कि मनोरंजन जगत में चर्चा का विषय बन गए. नतीजा ये हुआ कि पूरी इंडस्ट्री में हर कोई अपनी फिल्म के गाने उनसे ही निर्देशित करवाना चाहता था. ऐसा करते-करते कुछ समय में सरदार मलिक बॉलीवुड के जाने-माने भारतीय संगीत निर्देशक और संगीतकार बन गए. हालात ऐसे थे कि सरदार मलिक को लगातार फिल्मों के ऑफर मिल रहे थे, लेकिन फिर अचानक कुछ ऐसा हुआ कि उन्होंने संगीत से दूरी बनानी शुरू कर दी. दरअसल, एक फिल्म के गाने की रिकॉर्डिंग के दौरान एक मशहूर गायिका और गीतकार के बीच मतभेद के कारण सरदार मलिक को नुकसान उठाना पड़ा. वह बहुत बड़ी गायिका थीं और उस गीतकार का फिल्मी दुनिया में भी काफी प्रभाव था. इसके कारण सरदार मलिक को काफी नुकसान उठाना पड़ा.
प्रोजेक्ट्स मिलने बंद हो गए थे
इस विवाद का सरदार मलिक के करियर पर गहरा प्रभाव पड़ा. उन्हें नए प्रोजेक्ट्स मिलने बंद हो गए, और धीरे-धीरे उनका नाम इंडस्ट्री से गायब होने लगा. उनकी मधुर धुनों के बावजूद, उन्हें वह पहचान और मौके नहीं मिल सके, जिसके वह हकदार थे. यह दौर उनके लिए बेहद कठिन था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी.सरदार मलिक ने अपने जीवन का अधिकांश समय संगीत को समर्पित किया. उनके बेटे अनु मलिक ने भी उनके पदचिह्नों पर चलते हुए संगीत के क्षेत्र में नाम कमाया. अनु मलिक ने अपने पिता से प्रेरणा लेकर कई हिट गाने दिए और भारतीय संगीत जगत में एक नया मुकाम हासिल किया.
Read More
श्रद्धा के मोबाइल वॉलपेपर में दिखे राहुल मोदी? फैंस ने पकड़ी खास झलक
करण जौहर ने बताया किसे कर रहे डेट, कहा- ‘क्या नहीं है पसंद करने लायक’