मायापुरी ने पहले ही कहा था-बाबुल सुप्रियो की छलांग “ना प्रचार के लिए थी ना सन्यास के लिए!” - शरद राय
आखिर ममता दीदी की अंगुली पकड़ ही ली बाबुल ने। पिछले अगस्त महीने में जब बाबुल सुप्रियो ने राजनीति से सन्यास लेने की बात कही थी और उनके बीच की नज़दीकियों ने कयास लगाया था कि बाबुल यह सब प्रचार पाने के लिए कर रहे हैं, तभी 'मायापुरी' में हमने बताया था कि बाबुल