ऐसी दीवानगी आज कल कहां किसी के लिए
-अली पीटर जॉन मैं दिलीप कुमार के प्रशंसकों का साक्षी रहा हूं, जिन्होंने उन्हें एक धरती पर भगवान की तरह माना था। मैंने देव आनंद के प्रशंसकों को देखा है जो यह विश्वास नहीं करते थे कि देव एक मानव थे बल्कि ‘देव’ उनकी एक रेयर क्रिएशन है। मैंने राजेश खन्ना के
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