हुसैन साहब ने मुझे अपने रंगों से मालामाल कर दिया..
- अली पीटर जॉन जब दुनिया, दुनियावाले और दुनियादारी हुसैन साहब को बीमार कर देते थे, वो एक अंजाना सा अस्पताल के एक छोटे से काम में भर्ती हो जाते थे और ऐसे ही सफेद कपड़ो में जमीन पर और आपके रंगो से और देते थे। मुझे फरिश्ते (फरिश्ते) को खोजने और मिलने के