कहानी एक फिल्मी लड़की की “क्योंकि उनके पिछवाड़े पर संघर्ष के फफोले नहीं, बाप की गोद थी!”
उसे थोड़ा गुस्सा था! वह ऑडिशन के कमरे से बाहर निकली थी। 'इनको क्या..., बुलाकर एक शब्द में सॉरी बोल दिए। अरे, जब मार्केट की हिरोइन ही लेना था, तब ऑडिशन का नाटक क्यों करते हो?' यह गुस्सा उस लड़की का था जो एक फ़िल्म में सेकेंड हीरोइन के लिए फाइनल हो चुकने के बा