आखिर मुझे एक सच्ची और दिलवाली बहन मिल ही गई- अली पीटर जाॅन
मेरे पास केवल सात साल के लिए एक पिता था मेरी केवल चैदह साल की माँ थी मेरे दो भाई थे जो दूसरी दुनिया से ज्यादा प्यार करते थे और चले गए मेरी कभी कोई बहन नहीं थी, मैं एक के लिए रोया था पंद्रह साल की उम्र में मैंने कई मेड इन इंडिया की ’सिस्टर्स’
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