Paresh Rawal latest update

ताजा खबर: संसद में गरिमा और अनुशासन बनाए रखने की दलील देते हुए हाल ही में यह ख़बर सामने आई कि सदन के भीतर ‘जय हिंद’ और ‘वंदे मातरम’ जैसे देशभक्ति के नारों पर रोक लगाई गई है. इस फैसले ने न सिर्फ विपक्षी दलों में नाराजगी पैदा की, बल्कि देशभर के राजनीतिक विश्लेषकों और कलाकारों ने भी इस पर सवाल उठाए. सोशल मीडिया पर यह मुद्दा तेजी से ट्रेंड कर रहा है और इसी बीच अभिनेता रणवीर शौरी और परेश रावल (Paresh Rawal) की प्रतिक्रियाएं भी सुर्खियों में हैं.

Read More: ‘भारी महसूस हो रहा है…’ Border 2 की शूटिंग खत्म होने पर इमोशनल हुए अहान शेट्टी

रणवीर शौरी का चौंकाने वाला रिएक्शन

ranveer shauri

एक्टर रणवीर शौरी, जो राजनीतिक मुद्दों पर बेबाक राय रखने के लिए जाने जाते हैं, ने ‘X’ (ट्विटर) पर एक न्यूज़ क्लिप शेयर की जिसमें इस कथित पाबंदी का ज़िक्र था. क्लिप शेयर करते हुए रणवीर शौरी ने लिखा“क्या आपको इस फैसले के बारे में पता था?”इस एक सवाल ने इंटरनेट पर बहस छेड़ दी. कई यूज़र्स ने अपनी नाराज़गी जाहिर की, तो कुछ ने सरकार की ओर से स्पष्टता की मांग की. रणवीर शौरी का यह कदम दर्शाता है कि कलाकार भी देश के राजनीतिक बदलावों को बारीकी से देखते हैं और उन पर खुलकर अपनी राय रखते हैं.

Read More: जावेद जाफरी: कॉमेडी, डांस और दमदार अभिनय के मास्टर का शानदार सफर

परेश रावल का संकेत भरा जवाब (Paresh Rawal news)

Paresh Rawal

रणवीर शौरी (Ranvir Shorey Paresh Rawal) की पोस्ट को अभिनेता और पूर्व भाजपा सांसद परेश रावल (Paresh Rawal political views) ने री-शेयर करते हुए लिखा:“हाँ, मुझे पता था… और भी बहुत सारी चीजें हैं!”हालांकि परेश रावल (Paresh Rawal Parliament issue) ने मुद्दे पर सीधे अपना पक्ष नहीं रखा, लेकिन उनका यह जवाब संकेतों से भरा हुआ था.रावल, जो अक्सर राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर स्पष्ट राय रखते हैं, पहले भी ऐसे विवादों में अपनी बात रख चुके हैं.

‘भारत माता की जय’ विवाद की याद दिलाई (Paresh Rawal on Jai Hind ban)

Paresh Rawal

यह पहली बार नहीं है जब देशभक्ति वाले नारों को लेकर संसद या सार्वजनिक मंच पर विवाद हुआ हो. इससे पहले 'भारत माता की जय' (Jai Hind Vande Mataram ban) को लेकर भी खूब बहस हुई थी. उस समय परेश रावल ने कहा था कि:किसी को भी नारे लगाने के लिए मजबूर करना गलत है.देशभक्ति एक भावना है, मजबूरी नहीं.उन्होंने जावेद अख्तर का उदाहरण दिया था, जिन्होंने कहा था कि वे अपने अधिकार से संसद में ‘भारत माता की जय’ बोलते हैं.परेश रावल (Paresh Rawal reaction) का यह बयान उस समय सराहा गया था क्योंकि वह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और व्यक्तिगत अधिकारों का समर्थन करता था.

Read More: Ranveer Singh की फिल्म ‘धुरंधर’ का नया एनर्जेटिक ट्रैक ‘Ez-Ez’ रिलीज़

संसद में नारेबाजी पर पाबंदी—बहस क्यों?  (Parliament slogan controversy)

Paresh Rawal

संसद की कार्यवाही को सुचारू रखने और शोरगुल से बचाने के लिए यह पाबंदी लगाई गई बताई जाती है.हालांकि विपक्ष का कहना है कि:यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है.देशभक्ति के नारे तो लोकतंत्र की भावना का हिस्सा हैं.ऐसी पाबंदियों से सदन की मर्यादा नहीं बढ़ती, बल्कि सवाल खड़े होते हैं.वहीं, कुछ राजनीतिक विशेषज्ञों का मत है कि नियमों का मकसद सिर्फ कार्यवाही को व्यवस्थित रखना है, विचारधारा नियंत्रित करना नहीं.

FAQ 

Q1. संसद में ‘जय हिंद’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे क्यों बैन हुए?

संसद में मर्यादा बनाए रखने के लिए इन नारों पर अस्थायी रोक लगाई गई.

Q2. विपक्ष इस फैसले पर क्यों नाराज है?

विपक्ष का कहना है कि देशभक्ति के नारों पर रोक लगाना गलत है.

Q3. रणवीर शौरी ने इस मुद्दे पर क्या कहा?

रणवीर शौरी ने हैरानी जताई और पूछा कि क्या लोग इस फैसले से वाकिफ हैं.

Q4. परेश रावल ने कैसे प्रतिक्रिया दी?

परेश रावल ने कहा कि वह पहले से इस तरह की कई बातों को जानते हैं.

Q5. क्या परेश रावल ने इस फैसले का समर्थन या विरोध किया?

उन्होंने सीधा समर्थन-विरोध नहीं बताया, सिर्फ संकेत दिया.

Read More: Jaya Bachchan ने Amitabh संग प्यार और शादी पर खोले कई राज

Advertisment