संजू बाबा, कभी दुबई, कभी मुंबई, फिर दुबई- अली पीटर जॉन
एक शख्स ने सही ही कहा था, जब उसने देखा कि जिस बेटे ने अपनी माँ को अपने ही हाथों दफन किया हो, वह भीतर से हमेशा अशांत और बेचैन ही रहेगा। इस सच्चाई को एम.एफ. हुसैन, देव आनंद, दिलीप कुमार, प्रसिद्ध लेखक खुशवंत सिंह तथा कई अन्य साधारण और असाधारण लोगों ने भी सा
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