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कलर्स पर 'डोरी' ने मनोरंजन और भावनात्मक पहलुओं के आकर्षक ब्लेंड से दर्शकों का दिल्न जीत लिया है. इसमें छह वर्षीय डोरी का सफर दिखाया गया है, और माही भानुशात्री ने इस किरदार में जान फूंक दी है. जबकि डोरी पिछड़ी मानसिकता और परिस्थितियों से लड़ रही है, कई चुनौतियां उसके रास्ते का खतरा बन रही हैं. जब दर्शकों ने सोचा कि यह कहानी अब और आगे नहीं जा सकती, तभी यह शो कछ आकर्षक नए ट्विस्ट सामने लाने वाला है जो उन्हें हैरान करने के लिए तैयार हैं. अपनी कहानी में नए मोड़ लाने का वादा करते हुए, इस विचारोत्तेजक ड्रामा ने ल्रोकप्रिय अभिनेत्री सोनल वेंगुर्लेंकर और बाल कलाकार माही भद्रा को अपनी स्टारकास्ट में शामिल किया है. सोनल गंगा प्रसाद (अमर उपाध्याय) की चालाके पत्नी पवित्रा की भूमिका निभाती नज़र आएंगी, जो शादी के कुछ ही दिनों बाद अपने पति को छोड़कर चली गई थी. उसके आने से, डी की दुनिया की दनिया का कभी मजबूत ता रहा ताना-बाना कमज़ोर हॉने लगता है. वहीं माही भद्रा 8 सात्र की युवती फ्लोरा की भूमिका रंगी, जो गंगा प्रसाद बायोलॉजिकल बेटी है. ज़िददी और बिगड़ैल, यह ज़िंदादिल नन्ही लड़की ड़की अपने पिता का स्नेह चाहती है, जिसके लिए वह डोरी के जीवन को अधर में लटकाने से नहीं चूकेगी. क्या डोरी अपने प्यारे बाबा को फ्लोरा के हाथों खोने के डर पर काबू पा सकेगी?
कलर्स के डोरी में पवित्रा की भूमिका निभा रहीं सोनल वेंगुर्लेकर कहती हैं,
"कलर्स के साथ दोबारा काम करने काला अच्छा है, और मैं डोरी में ऐसी दिलचस्प भूमिका निभानें का एक और मौका पाकर काफी उत्साहित हूं. मैं पवित्रा का किरदार निभाती नज़र आऊंगी, जो गंगा प्रसाद और डोरी के जीवन मे बहुत बहुत सारा ड्रामा और ट्विस्ट लाती है. मैं इस भूमिका को निभाने के लिए कुल वसा हित हूं क्योंकि इससे मुझे सुधा चंद्रन जैसे अनुभवी कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिल्रा है. मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस शो को यूं ही अपना प्यार देते रहेंगे, और मैं इसमें मेरी भूमिका को अपनाएंगे."
कलर्स के 'डोरी' मैं फ्लोरा की भूमिका निभा रहीं माही भद्रा कहती हैं,
"डोरी मेरे लिए बहत खास है क्योंकि मुझे कलर्स के साथ काम करने का मौका मित्र रहा है. मैं ऐसे बेहतरीन कलाकारों के साथ काम करने के अवसर के लिए आभारी हूँ जिन जिनसे मैं कई नई बातें सीख रही हूं. मुझे उम्मीद है कि दर्शक फ्लोरा के मेरे किरदार को उतना ही प्यार देंगे, जितना उन्होंने मेरे किरदारों को दिया था. मुझे अपने प्रदर्शन पर उनकी प्रतिक्रिया जानने का इंतज़ार रहेगा."
मौजूदा कहानी में, डोरी कैलाशी देवी को चाकू से माया की हत्या करते ही देखती है और मासूमियत से यह गुनाह अपने सिर ले लेती है. इस बीच, हवेली में एक लड़ाई के दौरान सधा घायल हो जाती हैं. इस बीच, जब गंगा को यह एहसास होता है कि डोरी को माया की हत्या के लिए फंसाया जाएगा, तो वह उसके साथ बनारस से भागने का फैसला करता है. बाद मैं, मानसी हस्तक्षेप करती है और मौजूदा हालात से निपटने तक के लिए, गंगा को डोरी सहित कहीं दूर चले जाने के लिए मनाती है. क्या गंगा मानसी से सहमत होगा और उस पर भरोसा करेगा?