
मेरे पास माँ है, माँ मेरे साथ चल रही है, और चलती रहेगी
अली पीटर जॉन मेरी माँ का 100वां जन्मदिन मनाने का एक अनोखा तरीका, मैं अपनी मां के बारे में एक किताब लाने के लिए दृढ़...
अली पीटर जॉन मेरी माँ का 100वां जन्मदिन मनाने का एक अनोखा तरीका, मैं अपनी मां के बारे में एक किताब लाने के लिए दृढ़...
अली पीटर जॉन एक अभिनेत्री के रूप में शुरू हुई यात्रा जिसे शुरू में कुछ कठिन दौर से गुजरना पड़ा क्योंकि कुछ विशेषज्ञ और आलोचक...
अली पीटर जॉन मुझे उनकी फॉर्मिडबल पर्सनालिटी के बारे में थोडा आईडिया था और मैं उनकी महान फिल्मों के बारे में सब जानता था, लेकिन मुझे कभी भी...
इस ऊँचे लंबे इंसान को झुकाया नहीं जा सकता चाहे जितना जोर लगा लीजिये। उन्होंने अनजाने राहगीर के रूप में, एक निर्देश हीन सफर की...
राज कपूर जैसे होली मनाता था आज कोई नहीं मना सकता है एक रावण था जो सुभाष घई की होली में भांग घोलता था। अमिताभ...
मेघना घई पुरी – अली पीटर जाॅन मेघना एक ऐसे परिवार मे पैदा हुई। जहां कि हर दीवार फिल्मों की कहानियां बताती थी उनके...
जब किसी अभिनेता को उसकी पहली ही फिल्म से बहुत बड़ी सफलता के साथ एक असाधारण प्रतिभाशाली अभिनेता के रूप में स्वीकार कर लिया जाता...
– अली पीटर जाॅन क्या मेरी माँ जो जंगल में अपनी झोपड़ी बना सकती थी और जो बाद में विभिन्न मिलों और कारखानों में काम...
धर्मेंद्र ने हमेशा कहा है कि उन्होंने उनसे कहीं अधिक प्राप्त किया है, जिसकी उन्होंने अपेक्षा की थी लेकिन उनके लिए सबसे बड़ा अफसोस है...
अपने जीवन के अंतिम 10 वर्षों के दौरान, देवानंद के पास देश–विदेश के ऐसे कई लेखक थे, जो उनके जीवन और करियर के बारे में...
मुंबई के कई एक्टिंग स्कूलों में से एक में अभिनय सीखने वाले छात्रों के एक ग्रुप ने कहा कि वे मुझे देखना चाहते थे, और...
कल्पना कर सकता है कि शोमैन जिसने ‘हीरो’, ‘राम लखन’ और ‘कर्मा’ जैसी ब्लॉकबस्टर बनाई थी, वह एक दिन डीडी के लिए ‘गांधी’ पर एक...
प्रासंगिक, सामयिक और अस्थिर फिल्म कुछ पुरूष और महिलाएं खास पैदा होते है। उन्हें भगवान खास कामों के लिए खुद चुनता है। उन लोगों...
– अली पीटर जाॅन 15 अगस्त 1975 का दिन था। मैं जून में 25 साल का हो गया था और एक वादा पूरा किया था...
भारत और कुछ अन्य देशों के लोग तयशुदा समय पर उस शख्स के दर्शन के लिए पहुंचे। जो खुद निर्धारित समय पर इस दुनिया को...
वो नन्ही कली कल मुझे एक कविता बन कर मिली. मैंने सोचा था की मेरी आँखें थक गई हैं या हार गई हैं ख़ूबसूरती और...
संघर्षों की जीती-जागती तस्वीर हैं प्रेम सागर, सीरियल मार्केटिंग को दिया नया आयाम एक दिन मैं ऐसे ही नटराज स्टूडियो के सामने टहल रहा...
मैंने सरासर पागलपन देखा है, लोगों का अपने स्टार्स के प्यार के लिए जीने मरने की इच्छा, उनके य् आईडॉल्स, उनके आइकॉनस, मैं जीवन जीने...
प्रिय गोविंदा (उन दिनों हम आपको ची-ची भैया कहा करते थे) एक दोपहर मुझे यह देख कर बहुत ही आश्चर्य हुआ कि निर्देशकों व निर्माताओँ...
जिंदगी की कसौटियों की हर ‘रेखा’ को पार किया रेखा ने मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि मुझे कई बड़ी हस्तियों के जीवन के उतार-चढ़ाव और...