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एंटरटेनमेंट: भारतीय सिनेमा और टेलीविजन की दुनिया में रत्ना पाठक शाह एक ऐसा नाम है, जो अपनी शानदार अभिनय प्रतिभा और दमदार किरदारों के लिए जानी जाती हैं. उन्होंने दशकों से दर्शकों को अपने अभिनय से प्रभावित किया है और आज भी उनके द्वारा निभाए गए किरदारों की गूंज लोगों के दिलों में सुनाई देती है. आज उनके जन्मदिन के अवसर पर, हम उनके जीवन और करियर के बारे में विस्तार से जानते हैं.
परिवार
रत्ना पाठक शाह का जन्म 18 मार्च 1957 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था. वे एक फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनकी मां (ratna pathak shah mother), दीना पाठक, भारतीय सिनेमा और थिएटर की जानी-मानी अभिनेत्री थीं. बचपन से ही वे एक कलाकारिक माहौल में पली-बढ़ी, जिसने उनके अंदर अभिनय के प्रति गहरी रुचि विकसित की.उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई में पूरी की और बाद में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) से थिएटर की पढ़ाई की. यहीं से उन्होंने अभिनय की बारीकियां सीखीं और अपने करियर की नींव मजबूत की..
थिएटर से टेलीविजन तक का सफर
रत्ना पाठक शाह का करियर थिएटर से शुरू हुआ, जहाँ उन्होंने कई प्रतिष्ठित नाटकों में हिस्सा लिया. उनके नाटकों में उनकी बेमिसाल प्रतिभा दिखाई देती थी. थिएटर में उनका योगदान आज भी सराहा जाता है.उनका टेलीविजन करियर 1980 के दशक में शुरू हुआ. उन्होंने ‘इधर उधर’ और ‘देख भाई देख’ जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों में काम किया, जो आज भी दर्शकों की यादों में बसे हुए हैं. ‘देख भाई देख’ में उनका किरदार ‘माया’ काफी लोकप्रिय हुआ और इस शो को आज भी क्लासिक कॉमेडी शोज़ में गिना जाता है.
फिल्मी करियर और प्रसिद्ध फिल्में
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री रत्ना पाठक शाह ने 80 के दशक के टीवी सीरियल (ratna pathak shah TV shows) 'इधर उधर' से प्रसिद्धि हासिल करना शुरू किया था. 'साराभाई वर्सेस साराभाई' में उनके किरदार ने उन्हें घर-घर में मशहूर कर दिया. अभिनेत्री ने फिल्मों और धारावाहिकों में कई यादगार किरदार निभाए हैं. वह बड़े और छोटे पर्दे पर गंभीर भूमिकाओं से लेकर कॉमेडी तक सब कुछ करती नज़र आईं
रत्ना पाठक शाह का फिल्मी करियर
उन्होंने साल 1983 में श्याम बेनेगल निर्देशित फिल्म 'मंडी' से बड़े पर्दे पर डेब्यू (ratna pathak shah Debut Film) किया था. फिल्म में उन्होंने मालती देवी का किरदार निभाया और बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के तौर पर नेशनल अवॉर्ड जीता. इसके बाद वह साल 1987 में केतन मेहता की 'मिर्च मसाला' में पल्लवी के रोल में नजर आईं. इस फिल्म में उनकी मां दीना पाठक ने भी काम किया था. साल 2002 में वह अजय फंसीकर की 'एनकाउंटर' में नजर आईं. इस बीच वह 'इधर-उधर', 'भारत एक खोज', 'फिल्मी चक्कर', 'तारा', 'मस्त है जिंदगी', 'अपना-अपना स्टाइल' जैसे सीरियल में नजर आईं.
रत्ना पाठक शाह द्वारा निभाए गए मशहूर किरदार (Ratna Pathak Shah Famous Films)
वैसे तो रत्ना पाठक ने अपनी सभी फिल्मों और सीरियल में शानदार अभिनय किया है, लेकिन यहां हम आपको उनके कुछ मशहूर किरदारों के बारे में बताने जा रहे हैं.
फिल्म- मिर्च मसाला (1987)
किरदार- फैक्ट्री वर्कर
इस साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म में रत्ना पाठक ने फैक्ट्री में काम करने वाली महिला का किरदार निभाया है. उन्होंने भले ही एक साधारण महिला का किरदार निभाया हो, लेकिन इस फिल्म में उनका किरदार काफी मशहूर है.
टीवी सीरीज- साराभाई वर्सेस साराभाई (2004-2006)
किरदार- माया साराभाई
रत्ना पाठक शाह ने इस शो में एक अमीर महिला का किरदार निभाया था, जो काफी मशहूर हुआ. इस शो ने रत्ना पाठक को काफी प्रसिद्धि दिलाई.
फिल्म- जाने तू जाने ना (2008)
किरदार- सविता राठौर
इस फिल्म में रत्ना पाठक शाह ने अमर सिंह राठौर (नसीरुद्दीन शाह) की पत्नी का किरदार निभाया है. फिल्म में वह एक समाज सेविका हैं. यह फिल्म उनकी बेहतरीन फिल्मों में से एक है.
फिल्म- गोलमाल 3 (2010)
किरदार- गीता
'गोलमाल 3' में रत्ना पाठक शाह के किरदार को हम कैसे भूल सकते हैं. फिल्म में रत्ना पाठक ने लक्ष्मण (श्रेयस तलपड़े) और गोपाल (अजय देवगन) की मां का किरदार निभाया है. उनके किरदार को खूब पसंद किया गया.
फिल्म- खूबसूरत (2014)
किरदार- रानी निर्मला देवी राठौर
सोनम कपूर और फवाद खान अभिनीत इस फिल्म में रत्ना ने एक राजघराने की रानी का किरदार निभाया है. इस किरदार में वह नियम, कानून और परंपराओं का पालन करने वाली महिला हैं, जिसके कारण उनका किरदार काफी मशहूर हुआ.
फिल्म- लिपस्टिक अंडर माय बुर्का (2016)
किरदार- उषा
महिला सशक्तिकरण की कहानी बयां करने वाली इस फिल्म में रत्ना ने 55 वर्षीय विधवा का किरदार निभाया है. उनका यह किरदार भी काफी मशहूर हुआ है.
फिल्म- कपूर एंड संस (2016)
किरदार- सुनीता कपूर
इस फिल्म में एक्ट्रेस ने अर्जुन कपूर (सिद्धार्थ मल्होत्रा) और राहुल कपूर (फवाद खान) की मां का किरदार निभाया है.
फिल्म- निल बटे सन्नाटा (2016)
किरदार- डॉक्टर दीवान
इस फिल्म में रत्ना पाठक शाह ने एक डॉक्टर का किरदार निभाया है, जिसके घर में स्वरा भास्कर काम करती हैं. एक्ट्रेस का किरदार डॉक्टर दीवान स्वरा के किरदार को अहम सलाह देता है.
फिल्म: थप्पड़ (2020)
किरदार: संध्या
थप्पड़ में रत्ना पाठक ने तापसी पन्नू की मां का किरदार निभाया है. फिल्म में वह एक ऐसी मां के गंभीर किरदार में नजर आ रही हैं, जो अपनी बेटी के फैसले के सामाजिक पहलू को लेकर चिंतित है.
लव स्टोरी
नसीरुद्दीन शाह और रत्ना पाठक शाह (ratna pathak shah naseeruddin shah First meeting) की पहली मुलाकात 1975 में सत्यदेव दुबे द्वारा निर्देशित नाटक ‘संभोग से संन्यास तक’ की रिहर्सल के दौरान हुई थी. एक इंटरव्यू में रत्ना पाठक ने अपनी प्रेम कहानी को नाटक के शीर्षक “संभोग से संन्यास तक” के रूप में वर्णित किया. हालांकि उन्होंने कहा कि यह पहली नजर का प्यार नहीं था. एक अलग इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “यह पहली नजर का प्यार या ऐसा कुछ नहीं था. वास्तव में, जब दुबे ने मुझे उनसे मिलवाया, तो मैं उनका नाम भी ठीक से नहीं ले पाई थी. मैंने उनका नाम शिवेंद्र सिन्हा सुना था, जो FTII के एक फिल्म निर्माता थे. अपने लंबे कुर्ते और लंबी दाढ़ी के साथ वे उनमें से एक जैसे दिखते थे.”लेकिन उसके कुछ समय बाद ही दोनों साथ-साथ बाहर जाने लगे. रत्ना ने कहा, “एक दिन हम दोस्त भी नहीं थे; अगले दिन हम साथ-साथ बाहर जाने लगे.”
रत्ना से मिलने के समय नसीरुद्दीन शाह शादीशुदा थे
इस तथ्य के कारण कि रत्ना पाठक से मिलने से पहले नसीरुद्दीन शाह (naseeruddin shah First Marriage) पहले से ही शादीशुदा थे, उनका मिलन आसान नहीं था. इससे पहले, नसीरुद्दीन शाह ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के उसी कॉलेज में पढ़ने वाली पाकिस्तानी छात्रा पुरवीन मुराद से शादी की थी, जहाँ नसीरुद्दीन रहते थे.. नसीरुद्दीन की उम्र 19 साल थी, जब उन्होंने दिवंगत सुरेखा सीकरी की सौतेली बहन पुरवीन मुराद(naseeruddin shah First Wife) से शादी की, जो उस समय 34 साल की थीं. हालाँकि, यह शादी ज़्यादा समय तक नहीं चल सकी,जब नसीरुद्दीन को NSD में दाखिला मिल गया, तो वे दिल्ली चले गए और दस महीने बाद पुरवीन ने उनकी बेटी हीबा को जन्म दिया. दोनों के बीच दूरियाँ बढ़ती गईं और आखिरकार पुरवीन और हीबा लंदन चली गईं. दोनों अलग हो गए लेकिन कानूनी तौर पर तलाक नहीं हुआ.
1982 में दोनों ने शादी कर ली
इससे अप्रभावित, अभिनेताओं ने एक साथ समय बिताया, डेट (ratna pathak shah naseeruddin shah dating) पर गए और एक-दूसरे के साथ प्यार में पड़ गए. गुजारा भत्ता की चिंता के कारण नसीरुद्दीन की तलाक की कार्यवाही लंबी खिंच गई, इसलिए उन्होंने आखिरकार लिव-इन रिलेशनशिप में रहने का फैसला किया. आखिरकार 1982 में दोनों ने शादी(ratna pathak shah naseeruddin shah Marriage) कर ली. पाठक ने एक इंटरव्यू में अपनी शादी को शानदार बताया और कहा, "हमारी शादी शायद उन कुछ शादियों में से एक थी, जिसमें मैं शामिल हुई थी, जहाँ दूल्हा और दुल्हन दोनों ने खूब मौज-मस्ती की. हमारी शादी में खूब मौज-मस्ती हुई! हम बीच पर गए, तैराकी की और वाइन पी, और खूब मौज-मस्ती की. कोई रस्म नहीं हुई और कोई रोना-धोना नहीं हुआ. मुझे याद है कि जब मैं अपनी माँ के घर से निकली थी, तो हम सब साथ में विदाई गीत गा रहे थे. नसीर और मैं भी बहुत सारे विदाई गीत गा रहे थे…”
लास्ट प्रोजेक्ट
काम के मोर्चे पर, रत्ना पाठक शाह (Ratna Pathak Shah Last Film) को हाल ही में 2023 रोड ट्रिप ड्रामा "धक धक" में देखा गया था और वह "हैप्पी फैमिली: कंडीशन्स अप्लाई" और "चार्ली चोपड़ा एंड द मिस्ट्री ऑफ सोलंग वैली" (Happy Family: Conditions Apply" and "Charlie Chopra and the Mystery of Solang Valley) जैसी अन्य परियोजनाओं में भी शामिल रही हैं
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