सोशल मीडिया ने ही मराठी भाषी सिनेमा का परिदृश्य बदला- रवि जाधव
विज्ञापन जगत की बहुत बड़ी नौकरी छोड़कर रवि जाधव ने जब पहली बार 2010 में महाराष्ट् की लुप्त कला ‘लावणी’ और ‘तमाषा’ के कला फार्म को अपनी मराठी भाषा की फिल्म ‘नटरंग’ की विषयवस्तु बनायी थी, उस वक्त तमाम लोगों की राय थी कि रवि जाधव अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार रह