- अली पीटर जॉन
वो मुझसे लगातार कहती रही कि मैं उनकी कमबैक फिल्म देखूं और मुझे पता था कि फिल्म बहुत ही बेकार होगी, पर मैं अपनी पुरानी दोस्त 'जीनी बेबी' के कहने पर फिल्म देखने गया और जब मैं थिएटर से बाहर आया तो मैं यह सोचा था कि जीनत अमान, वो औरत जिन्होंने एक समय पर सच में दुनिया पर राज किया है उन्होंने इतनी बेकार फिल्म से कमबैक क्यों किया। मैं यही सोच सोच कर परेशान हो रहा था और सोचते-सोचते मैं जीनत अमान से जुड़ी यादों की गलियों में चला गया....
उनके पिता अमानुल्लाह खान के आसिफ की फिल्म 'मुग़ल-ए-आज़म' के डायलॉग राइटर थे। इस फिल्म के डायलॉग्स इतने बढ़िया थे जिसे आज तक याद रखा जाता है और जब तक फिल्म है तब तक इसके डायलॉग्स लोगों को याद रहेंगे। उनकी मां जर्मन थी मिसेज हेंज और वो अपने मां-बाप की इकलौती बेटी थी जिनका नाम उन्होंने जीनत अमान रखा था।
जीनत को उनकी माता ने ही पाला क्योंकि जिनत जब बहुत छोटी थी तभी उनके पिता की मृत्यु हो गई थी। जीनत को उनकी मां ने मुंबई के बढ़िया से बढ़िया स्कूल में डाला और फिर जीनत बोर्डिंग स्कूल चली गई। उनकी मां अपनी बेटी को लेकर काफी एंबिशियस थी और वो मानती थी उनकी बेटी दुनिया की सबसे खूबसूरत लड़की हैं। जीनत ने वापस आकर बहुत सी ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लिया और आखिरकार वो मिस एशिया बनी और लाइमलाइट में आ गई। चारों तरफ लोग उनके प्रशंसक थे पर देवानंद सबसे पहले थे जिन्होंने जीनत की मां से परमिशन लेकर जीनत को फिल्मों में कास्ट किया। देवानंद मानते थे कि जो किरदार वो जीनत को दे रहे हैं वो किरदार सिर्फ और सिर्फ जीनत ही कर सकती हैं और यह किरदार था फिल्म 'हरे रामा हरे कृष्णा' में एक हिप्पी का किरदार जो उस वक्त पूरे दुनिया में काफी चर्चा में था। देव ने फिल्म में मुख्य किरदार के लिए मुमताज को पहले से साइन कर रखा था और अपनी बहन के किरदार के लिए उन्हें ऐसी लड़की चाहिए थी जो युवा हो, पाश्चात्य संस्कृति से ज्यादा प्रभावित हो, बोल्ड और साहसी हो और सारी रुकावटों और बंदिशों से मुक्त हो। फिल्म में जीनत का किरदार देवानंद की बहन का था जो अपने परिवार से बिछड़ कर गलत रास्ते पर चली जाती है और नेपाल के काठमांडू में हिप्पियों के ग्रुप में शामिल होकर ड्रग्स की दुनिया में चली जाती है। मिसेज हेंज बहुत इंटरेस्टेड थी खासकर इसलिए क्योंकि उनकी बेटी की पहली फिल्म उनके पसंदीदा एक्टर देवानंद बना रहे थे। जिनत भी अभिनेत्री के रूप में अपना कैरियर बनाने में काफी इंटरेस्ट थी। उन्हें एक्टिंग के बारे में कुछ नहीं पता था पर डायरेक्टर के रूप में देव ने ये जिम्मेवारी ली कि ववो जीनत को एक अभिनेत्री के रूप में अच्छे से ट्रेनिंग देंगे।
देव ने नेपाल की अलग-अलग जगहों पर शूटिंग शुरू कर दी। देव जीनत के किरदार पर ज्यादा ध्यान दे रहे थे और जीनत भी बहुत जल्दी सब कुछ सीख रही थी। वह जल्दी ही हिप्पी (जैनीस) के किरदार में ढल गई जो देव उन्हें बनाना चाहते थे। जीनत इस कदर हिप्पी के किरदार में ढल गई थी कि कई बार उनके दोस्त और रिश्तेदार उनको सच में हिप्पी समझ बैठे थे। फिल्म का गाना 'दम मारो दम' जिसका म्यूजिक आर. डी.बर्मन ने दिय था, उस गाने से जीनत अमान रातों-रात स्टार बन गई। जब 'हरे रामा हरे कृष्णा' रिलीज हुआ तो पूरे देश में जीनत चर्चा का विषय बन गई थी। उनका किरदार जो था वो आज तक हिंदी सिनेमा में नहीं दिखाया गया था।
जीनत ने ऐसे किरदार निभाए हैं जो उस वक्त की अभिनेत्रियां निभाने का साहस नहीं करती थी। बहुत से रूढ़ीवादी सोच के लोगों ने उनकी आलोचना की पर नई जनरेशन ने उनका खुले दिल से स्वागत भी किया। उन्होंने अपने किरदार इतने अच्छे तरीके से निभाया है कि ऐसा लगता था कि वो किरदार सिर्फ और सिर्फ जीनत ही निभा सकती थी। जीनत हिंदी फिल्म्स के अभिनेत्रियों का नया चेहरा बन चुकी थी।
जीनत अमान का नाम देव आनंद के साथ भी जोड़ा गया था। दोनों शादी करने के लिए भी तैयार थे पर चीजें तब बदल गई जब जीनत ने राज कपूर की फिल्म 'सत्यम शिवम सुंदरम' में मुख्य किरदार निभाने का फैसला लिया और उसके बाद देव आनंद और जीनत अमान ने कभी साथ काम नहीं किया।
उस वक्त ये खबर जोर शोर से चल रही थी कि जीनत अमान का पाकिस्तान के हैंडसम क्रिकेटर इमरान खान के साथ अफेयर चल रहा है पर यह झूठी खबर थी। उसके बाद कंवलजीत सिंह के साथ उनका नाम जोड़ा गया। जीनत ने फिर संजय खान से शादी की जो पहले से ही शादीशुदा थे पर इसशादी का अंत बहुत ही दुखद हुआ जिससे उनका कैरियर भी खत्म हो गया। जीनत ने फिर असफल अभिनेता मजहर से शादी की जो रमेश सिप्पी की फिल्म 'शान' में अपने अब्दुल के किरदार की वजह से जाने जाते हैं। जिनत के दो बेटे हैं अजहर और अयान।
जीनत के पास अब कोई काम नहीं है। उन्हें कैरेक्टर रोल्स भी नहीं मिलते हैं क्योंकि 25 साल बाद भी कई फिल्ममेकर्स ऐसा सोचते हैं कि जीनत आज भी मैच्योर किरदार नहीं निभा सकती हैं। जीनत ने अपना समय अपने बेटों को बड़े करने में व्यतीत किया। उन्होंने फिल्में प्रोड्यूस करने की भी कोशिश की पर उनका यह सपना पूरा नहीं हो पाया। अब जीनत अपनी जिम्मेदारियों से पूरी तरह फ्री है। बेटें भी बड़े हो गए हैं जो अभिनेता बनने की राह पर है। जीनत ने पिछले इलेक्शन में कांग्रेस के लिए कैंपेनिंग की पर वो सफल नहीं रही। जीनत अब टीवी के रियलिटी शो में दिखती हैं। जीनत के जीवन पर एक किताब लिखी जा सकती है और क्या पता शायद किसी दिन जीनत खुद ये किताब लिखें।
जीनत अमान के बारे में कुछ और बातें
1.जीनत भारत के साथ-साथ पश्चिमी देशों में भी लीडिंग मॉडल थी और वो वोग की ब्रांड एम्बेसडर भी रह चुकी हैं
2. जीनत का कैरियर उनकी मां ने सुपरवाइजर किया जब तक वो एक बहुत बड़ी स्टार नहीं बन गई थी। जीनत को स्वतंत्र और साहसी महिला का सिंबल माना जाता था। जीनत खुद को 'दुनिया की नागरिक' और 'भविष्य की औरत' कहा करती थी।
3.जीनत पहली अभिनेत्री थी जिन्होंने फैशन डिजाइनिंग को इंडस्ट्री में लाया.उनके कपड़े दुनिया के जाने-माने डिजाइनर्स डिजाइन करते थे.
4.जीनत स्टाइल आइकन बन गई थी. वो जो भी अपने फिल्मों में पहनती थी वो उस वक्त का फैशन बन जाता था जिसे 'जीन बेबी स्टाइल' कहा जाता था।
5.जीनत राज कपूर के साथ काम करने के पीछे इतनी पागल थी कि एक बार राज कपूर का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए वो राज कपूर के केबिन में ट्रांसपेरेंट उजली साड़ी पहन कर चली गई जो उन्हें पता था कि राज कपूर की कमजोरी है। जीनत अपने मकसद में कामयाब हो गई। राज कपूर ने उन्हें अपनी फिल्म 'सत्यम शिवम सुंदरम' में मुख्य किरदार निभाने का मौका दिया।
6.सभी निर्देशकों ने उनकी हिंदी सही करने की कोशिश की पर वो वैसे ही बोलती थी जैसा वो बोलती आ रही थी और आज भी वो वैसे ही बोलती हैं।
7.जीनत ने सभी बड़े हीरो के साथ काम किया है जैसे देवानंद, धर्मेंद्र,शशि कपूर, राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चनजीनत ने विजय अरोरा और कंवलजीत जैसे हीरो के साथ भी काम किया है।
8.हॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री जीना लोलोब्रिजिडा जिन्होंने जीनत के साथ शालीमार में काम किया था, उन्होंने जीनत को सबसे खूबसूरत महिला कहा था।
9. जीनत किताबी कीड़ा थी। वो हमेशा अपने साथ किताबें लेकर चलती थी और वो आज भी किताबें पढ़ा करती हैं।
10. 'इंसाफ का तराजू' में रेप विक्टिम का किरदार निभाने वाली जीनत अपने इस किरदार को एक यादगार किरदार मानती हैं।
11. जिनत एक अच्छी पत्नी भी थी। उन्होंने अपने पति मजहर का बहुत अच्छे से ख्याल रखा। मजहर पैनक्रियाज में कैंसर की वजह से कम उम्र में ही गुजर गए।
12. जीनत कभी-कभी ऐसा मानती हैं कि उन्हें इस वक्त इस इंडस्ट्री का हिस्सा होना चाहिए था जब लड़कियों के पास पूरी आजादी है जो भी हो करना जाती हैं , पर उनके जमाने में ये करने के लिए उन्हें लड़ाइयां लड़नी पड़ी थी पर फिर भी जिनत को इस बात का कोई अफसोस नहीं है। आज भी इंडस्ट्री की बहुत सी अभिनेत्रियां जीनत से फिट रहने की सलाह लेती हैं।
13. जीनत जब सफलता की ऊंचाइयों पर थी तब उनके नाम पर हीरा और परफ्यूम का नाम रखा गया था।