पलायन आज भी बिहार- यूपी की प्रमुख समस्या है, जिस पर पहले भी कई लोकगीत बनते रहे हैं. ऐसा ही एक धमाकेदार भोजपुरी लोकगीत वर्ल्ड वाइड रिकॉर्ड भोजपुरी के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल से रिलीज हुआ है. यह लोकगीत है - 'दोहा में का करबा', जिसके निर्माता रत्नाकर कुमार हैं. यह लोकगीत भोजपुरी के दर्शकों को खूब पसंद भी आ रहा है, तभी अब तक इसे 5 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है. 'दोहा में का करबा' को शिवानी सिंह ने गाया है, जिनकी आवाज बेहद खूबसूरत है.
'दोहा में का करबा' लोकगीत को माही श्रीवास्तव पर फिल्माया गया है, जो इंडस्ट्री की नई पौध की उभरती अदाकारा हैं. भोजपुरी के दर्शक इस गीत को बेहद प्यार दे रहे हैं. इससे सिंगर शिवानी सिंह बेहद खुश हैं. उन्होंने कहा कि यह गीत पूरी तरह से मनोरंजक और यूपी बिहार के एक बड़े वर्ग की व्यथा है, जो रोजगार के लिए आज भी देशभर ही नहीं, विदेशों में भी पलायन कर रहे हैं. खास कर गल्फ देशों में अधिक कमाई के लिए जाने को मजबूर हैं. उनकी परिस्थितियां कुछ ऐसी होती है, कि अगर नई शादी भी हुई है. तब भी रोजगार के लिए घर छोड़ना ही पड़ता है. यही इस गाने में है.
उन्होंने कहा कि लोकगीत हमेशा समाज के दुख सुख की अभिव्यक्ति होती है. चाहे जितने भी लोकगीत हैं, उन्हें सुनकर समाज की जीवनशैली का पता चलता है. हमारा लोकगीत 'दोहा में का करबा' भी आज के दिनों की कहानी को संगीत के कहने वाला है. इसलिए आप सबों से आग्रह करूंगी कि आप भी 'दोहा में का करबा' को सुने और अपना बहुत सारा प्यार दें. आपको बता दें कि 'दोहा में का करबा' का लिरिक्स आशुतोष तिवारी और म्यूजिक विकास यादव का है.पी आर ओ रंजन सिन्हा (Ranjan Sinha) है.