Advertisment

आखिर मुझे एक सच्ची और दिलवाली बहन मिल ही गई- अली पीटर जाॅन

author-image
By Mayapuri Desk
आखिर मुझे एक सच्ची और दिलवाली बहन मिल ही गई- अली पीटर जाॅन
New Update

मेरे पास केवल सात साल के लिए एक पिता था

मेरी केवल चैदह साल की माँ थी

मेरे दो भाई थे जो दूसरी दुनिया से ज्यादा प्यार करते थे और चले गए

मेरी कभी कोई बहन नहीं थी, मैं एक के लिए रोया था

पंद्रह साल की उम्र में मैंने कई मेड इन इंडिया की ’सिस्टर्स’

हर रक्षाबंधन, मेरे दोनों हाथ रंग-बिरंगी राखियों से ढँके हुए थे

मेरी ज्यादातर ‘बहनें’ पत्नियां और मां बनने के बाद भाग गईं

कुछ ने अपने ही ‘भाइयों’ से शादी कर ली, जिनके लिए रक्षाबंधन दूसरे ‘बंधन’ का पासपोर्ट था।

आखिर मुझे एक सच्ची और दिलवाली बहन मिल ही गई- अली पीटर जाॅन

मुझे आखिरकार एक ‘बहन’ मिल गई, जिसने न केवल मेरी कलाई पर राखी बांधी, बल्कि अपने देवता के रूप में मेरे साथ पूजा भी की और मुझे कुछ अच्छा खाना खिलाया और सालों बाद मुझे पता चला कि वह अब तक की सबसे बड़ा फ्राॅड था। ज्ञात हुआ, वह एक वास्तविक धोखेबाज थी जिसकी शादी एक धोखाधड़ी थी और वह अब ’द जीनियस’ नामक एक स्कूल चलाती है (जीनियस को धोखाधड़ी वाले स्कूलों की आवश्यकता क्यों है)

यह वह ‘बहन’ थी जिसे मैंने सचमुच पाला था, जिसने मुझे सालों तक धोखेबाज ‘बहनों’ के लिए सम्मान खो दिया।

पिछले साल ही मुझे लीला भंसाली (संजय लीला भंसाली की माँ) नामक दादी में एक सगी बहन मिली, उसकी राखी आज भी मुझे जीवित रहने की शक्ति देती है, यह एक कवच (कवच) की तरह है जिसने मुझे नहीं छोड़ा मुझे लग रहा था कि जिंदगी की हर दिन की उथल-पुथल में मैं उसे खो दूंगा....

आखिर मुझे एक सच्ची और दिलवाली बहन मिल ही गई- अली पीटर जाॅन

लेकिन आज सुबह ही, मुझे श्रीमती भंसाली का फोन आया और उन्होंने मुझे रक्षाबंधन के दिन, जो कि स्वतंत्रता दिवस के साथ मेल खाता है, खुद को मुक्त रखने के लिए कहा।

क्या मैं उसके लिए खुद को आजाद रखूंगा? मेरा दिल कहता है कि उस दिन मुझे न सिर्फ उसके लिए आजाद होना होगा, बल्कि उसकी पूजा भी करनी होगी बिना पतवार और कांपती नाव को ऐसी ‘बहन’ कहां और कब मिलती है, जो देखने में बेहद कमजोर दिख सकती है, लेकिन दुनिया की सबसे ऊंची चट्टान की ताकत के रूप में मैं अपनी सगी बहन से मिलने के लिए मर रहा हूं और मुझे उम्मीद है कि मैं उससे मिलने से पहले नहीं मरूंगा।

उपरवाले तूने ऐसी बहने बनाना क्यों बंद कर दिया? ये बहने ही तो है जो तेरे ताज में चार और ज्यादा चांद लगाते हैं। कृपया लीला जैसी बहने और बनाइये, नहीं तो तेरी दुनिया तकलीफ में सकती है

#Sanjay Leela Bhansali #leela bhansali #ali peter john sister leela bhansali
Here are a few more articles:
Read the Next Article
Subscribe