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(सिनेमा हॉल, मॉल, स्कूल-कॉलेज, शूटिंग, फैशन-ग्लैमर-इवेंट और पार्टियों की गेदरिंग बंद। पूरा फिल्म-उद्योग देश के साथ है कोरोना-युद्ध में)
पूरी दुनिया में इन दिनों कोरोना-बीमारी (COVID19) से लड़ने की जंग शुरू है। विश्व स्वास्थ संगठन (WHO) ने इस बीमारी को ‘महामारी’ घोषित किया है। चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ यह ‘जैविक जीवाणु रोग’ लगभग 114 देशों को भयाक्रांत करता हुआ भारत की धरती पर पसरने के लिए अपने जबड़े फैला चुका है। कई धनाढ्य देशों के प्रमुख नेताओं के भी इस वायरस की चपेट में आ जाने की चर्चा है। ऐसे में सबकी नजर भारत पर है। शांति का मसीहा और अपनी प्राचीनतम व्यवस्था की दुहाई देने वाला भारत क्या करता है? दूसरे शब्दों में कहें तो सबकी नजरों में हैं भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी!
और बेशक प्रधानमंत्री ने कोरोना से लड़ने के लिए ‘करो ना!’ का बिगुल बजा दिया है। केन्द्र और राज्य स्तर पर इस वायरस-युद्ध के लिए हर भारतीय प्रतिबद्ध है। दिल्ली, मुंबई के सिनेमाघर 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिए गये हैं। बॉलीवुड के सारे इवेंट बंद हैं। सिनेमा उद्योग ने पूरी तरह इस बीमारी को ‘न फैलने पाए’ के लिए कामकाज रोक दिया है। घाटे में चल रहा उद्योग, सिनेमा कर्मी मजदूर, सितारे और बड़ी गाड़ियों में चलने वाले सुपर सितारे सभी घर में बंद हैं। वे जिम और पूल पर जाना बंद कर चुके हैं। टीवी धारावाहिकों की शूटिंगें भी बंद रहने जैसी हालत में हैं। स्कूल-कॉलेज बंद रखने के लिए केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राज्य सरकारों से कहा है कि सारे नियम छोड़कर जो मेनडेटरी हो, वैसा करें। दफ्तर के काम अपने घरों से कम्प्यूटर पर किए जा रहे हैं और सितारों ने भी अपने-अपने बच्चों को घर में रखकर पढ़ने का संदेश दिया है। अमिताभ बच्चन ने संदेश दिया है एक भोजपुरी में कविता लिखकर- ‘...आवई देव करोना-सरोना ठेंगवा दिखाउब सब...’ तो प्रियंका चोपड़ा, सलमान खान और तमाम सितारों ने कोरोना से बचने का मैसेज दिया है। सलमान खान ने अपने मैसेज में दूर से अभिवादन करने के लिए कहा है- ‘नमस्कार’ और ‘सलाम’ हमारी परंपरा है।’ जयपुर के कुछ डाक्टरों ने कोरोना से एक इटालियन मरीज को ठीक कर देने का वीडियो भी यू-ट्यूब पर वायरल करा दिया है। तात्पर्य यह कि भारत में कोरोना वायरस से लड़ने का जोश दिखाई दे रहा है जो किसी अन्य देशों के सामने उदाहरण जैसा ही है (भले ही यह इंटरनेट की सोशल-मीडिया के प्रति बढ़ते चाव का कमाल हो!)। लग रहा है कि हर भारतवासी इस कोरोना-लड़ाई में एक साथ है।
प्रधानमंत्री मोदी जी का नमस्ते इंडिया (‘नमस्ते ट्रम्प’ के समय का स्लोगन) आज पूरी दुनिया में अमल मे लाया जा रहा है। COVID19 के वायरस स्पर्श से फैलते हैं। दुनिया के दूसरे देश-जो गलबहियां करके, किस करके अपने अभिवादन को श्रेष्ठ मानते थे, वे आज भारत की प्राचीन संस्कृति के शब्द नमस्ते को अपनाने के लिए मजबूर हैं। उन्हें एक सहारा मिल गया है। और, शायद इसीलिए आज सबकी नजरें भारत पर हैं। दुनिया के तमाम डॉक्टर्स और वैज्ञानिक इस बिमारी के रिसर्च में आयुर्वेद की पढ़ाई भी कर रहे हैं। ‘मायापुरी’ भी कोरोना की इस लड़ाई में आपके साथ है। हम पिछले कई अंक से अपने पाठकों को सावधान कर रहे हैं। - बचके रहिए, सतर्क रहिए! स्वास्थ्य है, जीवन है, तभी सबकुछ है!!
- संपादक
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