रिहाना और मिया ख़लीफ़ा के खिलाफ एकजुट हुए अक्षय, अजय और सुनील By Siddharth Arora 'Sahar' 03 Feb 2021 | एडिट 03 Feb 2021 23:00 IST in एंटरटेनमेंट New Update Follow Us शेयर इस समय हमारे देश में किसान आंदोलन में रोज़ कोई न कोई नई बात देखने को मिल रही है। रोज़ विवाद बढ़ते ही नज़र आ रहे हैं, इन्हीं विवादों को हवा देते हुए हॉलीवुड की मशहूर पॉप-जैज़ सिंगर रिहाना ने किसान आंदोलन का पक्ष लेते हुए ट्वीट किया था कि कोई इनके बारे में बात क्यों नहीं कर रहा है? इन्हीं की तरह पूर्व पॉर्न स्टार मिया ख़लीफ़ा ने भी दिल्ली में इंटरनेट बंद करने को लेकर आपत्ति जताई थी। इसी ट्वीट वॉर के बीच विदेश मंत्रालय से एक स्टेटमेंट ज़ारी किया गया जिसमें लिखा था कि किस तरह किसान आंदोलन 26 जनवरी के दिन बहुत उग्र हो गया था, किस तरह पुलिस कर्मियों को घायल किया गया और किस तरह आंदोलन उपद्रव में परिवर्तित हो गया। इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने ये साफ़ किया कि किसानों के प्रति जो भी निर्णय और आंदोलन है वो पूरी तरह हमारे देश का मसला है। इसे प्रोपेगैंडा बनाने की ज़रुरत नहीं है। इसी के साथ उन्होंने दो हैशटैग चलाये - #IndiaAgainstPropaganda और #IndiaTogether. इसका समर्थन करने के लिए दिग्गज अभिनेता अक्षय कुमार, अजय देवगन और सुनील शेट्टी भी उतर आये और उन्होंने ट्वीट करके रिहाना और मिया ख़लीफ़ा पर निशाना साधकर कहा कि किसी भी बाहरी शख्स को प्रोपगैंडा मचाने की कोई ज़रुरत नहीं है। अक्षय ने लिखा कि 'किसानों के अधिकार हमारे देश लिए बहुत ज़रूरी हैं और उनकी परेशानियों को सुलझाने के लिए पहले ही जरूरी प्रयास हों रहे हैं। आइए जो लोग हमारे बीच दूरिया बढ़ा रहे हैं उनको अहमियत देने की बजाए एक सौहार्दपूर्ण समाधान का साथ दें।' ?s=20 वहीं सुनील शेट्टी ने भी रीट्वीट करते लिखा कि हमें किसी चीज़ को पूरी तरह जाने बिना अपनी प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए क्योंकि आधे सच से ज़्यादा ख़तरनाक कुछ नहीं होता है। ?s=20 तीसरी ओर इन्हीं हैशटैग के साथ अजय देवगन ने बिना रीट्वीट किये कहा 'भारत या भारतीय नीतियों के खिलाफ किसी प्रोपगैंडा में फंसने की बजाए हमें एकजुट होकर बिना किसी झगड़े के साथ रहना चाहिए। ?s=20 हालाँकि इन तीनों के सपोर्ट के बाद पार्श्वगायिका, स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने भी इन्हीं हैशटैग के साथ ट्वीट कर अपना समर्थन दर्ज किया। वहीं दूसरी ओर, ट्रोलर्स ने मज़ाक बनाना शुरु कर दिया कि इस काम के लिए इन्हें सरकार ने कितना पैसा दिया है? इन रस्स्साकशी के बीच आंदोलनकारी छः फरवरी को चक्काजाम करने की घोषणा कर चुके हैं। फिलहाल कोई भी इस बात की भविष्वाणी नहीं कर सकता है कि ये विवाद कब ख़त्म होगा! हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें यह भी पढ़ें Advertisment Latest Stories Read the Next Article