गपशप: 1942 में वो कुल 9 साल की थीं जब उनके पिता, स्टेज के जानेमाने नाम, संगीत के चर्चित कलाकार दीनानाथ मंगेश्कर की मृत्यु हो गयी। वो दौर कुछ ऐसा था कि घर में पिता और दुनिया...
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Siddharth Arora 'Sahar'
सिद्धार्थ अरोरा 'सहर' एक प्रतिभाशाली बॉलीवुड लेखक और अनुभवी समीक्षक हैं। बॉलीवुड समाचारों, फिल्म विश्लेषण और सिनेमाई चर्चाओं पर इनकी गहरी पकड़ और सूक्ष्म दृष्टि उनके लेखन को विशिष्ट बनाती है। अपने सारगर्भित विश्लेषण और रोचक शैली के कारण वह पाठकों के बीच विशेष पहचान रखते हैं।
गपशप: आज के दौर में गिने चुने फिल्मी दीवाने ही हैं जो उत्तम कुमार को जानते होंगे पर सन 50 से 70 के दशक तक उत्तम कुमार को बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री का शहंशाह कहा जाता था...
गपशप : उस पंद्रह अगस्त को देश आज़ाद हुए सिर्फ छः साल हुए थे, यानी वो साल 1951 था जब अगरतला, त्रिपुरा में बसी एक पंजाबी फैमिली में नया मेहमान आया था... धवन फैमिली अपने दोनों बच्चों, अनिल और राजेंद्र धवन को लेकर कानपुर शिफ्ट हो गयी
गपशप: सुपरस्टार एक्ट्रेस श्री अम्मा यांगर अय्यपन के कुछ मज़ेदार किस्से बड़े मशहूर हैं। नहीं पहचाना? यह वही एक्ट्रेस हैं जिनके लिए ‘शोला और शबनम’ में अनुपम खेर दीवाने होते नज़र आए हैं
Web Stories: सुपरस्टार एक्ट्रेस श्री अम्मा यांगर अय्यपन के कुछ मज़ेदार किस्से बड़े मशहूर हैं। नहीं पहचाना? यह वही एक्ट्रेस हैं जिनके लिए ‘शोला और शबनम’ में अनुपम खेर दीवाने होते नज़र
एंटरटेनमेंट: अगर मैं आपसे 2 अक्टूबर कहूँ तो आप तुरंत कहेंगे गाँधी जयंती, देश को अंहिंसा के बल पर स्वतंत्रता दिलवाने और देश का बटवारा करवाने के चलते ही सिर्फ गांधी जी को याद नहीं...
गपशप: बॉलीवुड की बेबो गर्ल करीना कपूर खान का आज जन्मदिन है। बेबो यूँ तो अपने बिंदास स्टाइल और बेपरवाह बातों के लिए फेमस हैं ही, पर आपको जानकर हैरानी होगी कि बेबो वो अकेली...
गपशप: भारतीय सिनेमा में एक दौर था जब कहते थे कि ये सिनेमा का नहीं, अमिताभ बच्चन का दौर है। कहा ये भी जाता है कि अमिताभ वो आँधी थे जिनके सामने सब उड़ जाते थे सिवाये एक के...
गपशप: आज के दौर में गिने चुने फिल्मी दीवाने ही हैं जो उत्तम कुमार को जानते होंगे पर सन 50 से 70 के दशक तक उत्तम कुमार को बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री का शहंशाह कहा जाता था... (web stories)
नवकेतन बैनर की नौवीं फिल्म में देव आनंद और उनके भाई विजय आनंद ने सोचा क्यों न अगली फिल्म के म्यूजिक के लिए सचिन देव बर्मन और शैलेन्द्र की जोड़ी को चुना जाए। इस फिल्म का नाम तय हुआ - काला बाज़ार (1960) अच्छा सचिन दा कितने गुस्से वाले आदमी हैं ये आप सब
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