आरडी बर्मन के साथ ‘शोमैन’ रमेश सिप्पी की ‘ये दोस्ती-हम-नहीं-तोड़ेंगे’ की बॉन्डिंग By Mayapuri Desk 02 Feb 2022 in गपशप New Update Follow Us शेयर - चैतन्य पडुकोण रमेश सिप्पी निर्देशक (शोले) ने हाल ही में अपना 75वां जन्मदिन (23 जनवरी) अपने परिवार और चुनिंदा करीबी दोस्तों के साथ मनाया। जब कि कई शुभचिंतक सेलेब-एक्टर जैसे स्टार-एक्ट्रेस-एम.पी. हेमा मालिनी ने उन्हें अपनी शुभकामनाएं भेजीं। ‘परफेक्शनिस्ट‘ फिल्म-निर्माता रमेश ने संगीत प्रतिभा पंचम-दा (राहुल देव बर्मन) के साथ एक शानदार ट्यूनिंग साझा की। उनके शानदार सहयोग आरएस-आरडीबी ने हमें सीता और गीता, शोले, शान, सागर और शक्ति जैसी संगीतमय मील का पत्थर फिल्में दीं, संयोग से ‘‘एस‘‘ से शुरू होने वाले सभी शीर्षक। मेरे लिखित संस्मरण पुस्तक आर डी बर्मेनिया में, विनम्र, संगीत-प्रेमी रमेश-जी बताते हैं कि कैसे और क्यों (शंकर जयकिशन के साथ ‘अंदाज‘ के बाद) उन्होंने पहली बार ‘सीता और गीता‘ के लिए पंचम-दा पर हस्ताक्षर किए। साथ ही उन्होंने साझा किया कि पैक-अप के बाद भी उनके पास हमेशा दोस्त (जैसे जय और वीरू) के रूप में घनिष्ठ संबंध थे। रमेश-जी ने खुलासा किया, ‘‘यह ‘काम-दोस्ती-और प्यार‘ का एक उत्कृष्ट सम्मिश्रण था और आरडीबी ने मुझे इनोवेशन और इंडो-वेस्टर्न फ्यूजन के मामले में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया, जैसा कि ‘शोले‘ के भयानक शीर्षक-संगीत में स्पष्ट है। चूंकि पंचम-दा भी एक हारमोनिका-वादक थे, उन्होंने अमिताभ बच्चन पर फिल्माए गए वाद्य एकल विषय में और ‘ये दोस्ती हम नहीं‘ गीत के माध्यम से शानदार माउथ-ऑर्गन (हार्मोनिका) नोट्स-ट्यून्स को शामिल किया। यहां तक कि बैकग्राउंड स्कोर के लिए भी जिन फिल्मों में उन्होंने अपने तरीके से काम किया और स्टीरियोफोनिक ध्वनि का इष्टतम उपयोग किया, ‘‘रमेश सिप्पी ने याद किया जिन्होंने मेरी पुस्तक आरडी बर्मेनिया को ‘आशीर्वाद‘ दिया था। रमेश-जी जारी रखते हैं, “स्वाभाविक रूप से, पंचम-दा में पुनः आविष्कार और प्रयोग करने और भारतीय और पश्चिमी (विश्व) संगीत की रचना और सुनने के लिए वह उत्साही स्वभाव था, जो उनका दिन भर का जुनून था। वास्तव में, ‘फूडी‘ राहुल-दा खाना पकाने में भी उत्कृष्ट थे और अपने सभी करीबी दोस्तों के साथ ‘इलाज‘ करना पसंद करते थे, ‘‘मुस्कुराते हुए सिप्पी ने ‘भविष्यवादी‘ पंचम-दा से एक विदेशी धुन ‘से यू लव मी‘ को अनुकूलित करने का आग्रह किया था। ‘मुखदा‘, इसका भारतीयकरण करें और इसे ‘शोले‘ के लिए अपनी ऊंची आवाज में गाएं। वह प्रतिष्ठित गीत ‘महबूबा, महबूबा‘ है जिसे जलाल आगा पर चित्रित किया गया है, जिसमें प्रसिद्ध हेलेन सुंदर रूप से घिरी हुई हैं। जियो हजारों साल,-- रमेश सिप्पी-साब! #R.D. Burman #Ramesh Sippy #showman #Showman Ramesh Sippy हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें यह भी पढ़ें Advertisment Latest Stories Read the Next Article