जब आप किसी चीज को दिल से चाहते हैं, तो सारी कायनात उसे आपसे मिलाने में लग जाती है! ज़ी टीवी का आगामी शो ‘तेरे बिना जिया जाए ना’ कृषा चतुर्वेदी नाम की एक लड़की की ऐसी ही एक कहानी है, जिसने हमेशा एक राजकुमार के सपने देखे और फिर एक दिन अचानक कायनात उसके सपने सच कर देती है। जहां अंजलि तत्रारी, कृषा का रोल निभाएंगी, वहीं इस शो में पाॅपुलर टेलीविजन एक्ट्रेस रक्षंदा खान, जयालक्ष्मी के शाही अवतार में नजर आएंगी।
कृषा एक साधारण लड़की है, जिसके पास बहुत सीमित साधन हैं। वो इस उम्मीद में अंबिकापुर के आकर्षक नजारों के बीच स्थित एक भव्य महल में आती है कि वो अपनी जिंदगी के प्यार देवराज (अविनेश रेखी) के साथ अपनी परियों वाली कहानी की शुरुआत करेगी, जो उस राजघराने के वारिस हैं। कृषा की दुनिया से अलग देवराज का परिवार अब भी रजवाड़ों की शान में रहता है और परंपरा में यकीन रखता है। जब कृषा राजसी तौर-तरीके अपनाने और देवराज की पत्नी के रूप में स्वीकार किए जाने के लिए संघर्ष कर रही होती है, तभी उसकी मुलाकात जयालक्ष्मी से होती है।
जया लक्ष्मी या जया मां, जैसा कि उन्हें प्यार से बुलाया जाता है, अंबिकापुर के राज परिवार की केयरटेकर हैं। वो शाही परिवार के बच्चों की देखभाल के लिए इस घर में आई थीं, लेकिन जल्द ही देवराज के पिता वीरेंद्र सिंह राठौर की बहन की तरह बन र्गइं। वीरेंद्र सिंह राठौर और उनकी पत्नी की असमय मौत के बाद जया मां ही राठौर परिवार की कुल माता बन गईं और तब से ही वो पूरे परिवार और उनके व्यवहार की देखरेख कर रही हैं। वो बड़ी ग्लैमरस महिला हैं, जिनका राजसी अंदाज है और उन्हें आलीशान कपड़े पहनना और अपनी बिरादरी के लोगों में उठना-बैठना बहुत पसंद है।’’
इस शो और अपने किरदार के बारे में बात करते हुए रक्षंदा खान ने कहा, ‘‘मैं तेरे बिना जिया जाए ना को लेकर बेहद उत्साहित हूं, क्योंकि यह मेरे द्वारा अब तक किए गए सभी शोज़ से बिल्कुल अलग है। हमने ऐसे कई शोज देखे हैं, जिनमें परी कथाओं जैसा अंत होता है, लेकिन हमारे शो की शुरुआत ही एक परी कथा वाली प्रेम कहानी से होती है और आगे जो होता है, वही बाकी की कहानी है। इसमें बड़े दिलचस्प उतार-चढ़ाव हैं और मैं पहली बार ऐसा शाही किरदार निभाने को लेकर वाकई बहुत उत्साहित हूं। मुझे उम्मीद है कि मुझे इस राजसी अवतार में देखकर सभी को बहुत मजा आएगा। जया मां का मेरा किरदार बड़ा शाही है, जो राजघराने की परंपराओं को कायम रखती हैं। उनमें बिजनेस का भी जबर्दस्त गुण है। उनके किरदार में कई परते हैं, तो ऐसे में यह किरदार काफी चैलेंजिंग भी होगा और मस्ती भरा भी। मैं उम्मीद करती हूं कि सभी मुझे और इस शो को अपना प्यार देते रहेंगे।’’
जहां जया मां ये सुनिश्चित करेंगी कि राज परिवार की परंपराओं का पालन किया जाए, वहीं देवराज कृषा के प्यार और अपने शाही परिवार एवं उसकी विरासत के प्रति अपने कर्तव्यों के बीच उलझ जाएगा। क्या कृषा के लिए आगे खुशहाली आएगी? या फिर उसे खुद आगे बढ़कर इसे हासिल करना होगा?
‘तेरे बिना जिया जाए ना’ के बारे में ज्यादा जानने के लिए बने रहिए हमारे साथ।