भारत एक लोकतांत्रिक देश है. यहां बोलने की, अपनी बात रखने की सबको आजादी हैं। पर देश के वर्तमान हालातों को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि कुछ लोग (जो खुद को शांतिप्रिय समुदाय कहते हैं) देश के लोकतांत्रिक होने का गलत फायदा उठा रहे हैं। देश के युवा छात्र छात्राएं पुलिस पर पत्थरबाजी, आगजनी कर रहे हैं और जब पुलिस ने इस हिंसात्मक क्रियाकलापों को रोकने के लिए डंडे उठाए तो बहुत से लोग ये बदहवासी में कहने लग गये कि भारत लोकतांत्रिक देश नहीं रहा. यानी इन लोगों के हिसाब से लोकतंत्र की परिभाषा यह है कि लोग पुलिस पर पत्थर फेंक सकते हैं, सरकारी संपत्ती को बर्बाद कर सकते हैं ,भारत तेरे टुकड़े होंगे का नारा लगा सकते हैं पर यदि इन देशद्रोही हरकतों को रोकने के लिए पुलिस को सख्त कदम उठाने पड़े तो लोकतंत्र पर खतरा मंडराने लगता है और सबसे महत्वपूर्ण बात इनकी आजादी छीनने लग जाती है। और ऐसा ही कुछ परिदृश्य जामिया मिलिया इस्लामिया में देखा जा रहा है। देश में जब से नया बिल नागरिकता संशोधन बिल (CAB) आया है तब से ये लोग बेवजह भारत की शांति को भंग करने पर लगे हैं। आधे से ज्यादा लोगों को यह भी नहीं पता कि वो आंदोलन कर क्यों रहे हैं। और जब देश में इतना सब कुछ हो रहा हो तो बॉलीवुड सेलिब्रिटीज ट्विटर पर अपना विचार पेश करने से कैसे पीछे रह सकते हैं। बॉलीवुड में भी एक लंबी कतार है उन एक्टर्स की जिन्होंने उन उपद्रवियों का समर्थन किया है जिन्होंने देश के संविधान की रक्षा के नाम पर देश के ही संविधान की धज्जियां उड़ा रखी है। पर हम शुरुआत उन ट्वीट्स से करेंगे जहां इन सितारों ने देशहित को परम धर्म मानकर ट्वीट किया है।
रितेश देशमुख ने इस मुद्दे पर लिखा है कि,' यह जो लोग हिंसा फैला रहे और पत्थरबाजियां कर रहे हैं उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार करना चाहिए।
कंगना रनौत की बहन रंगोली जो अपने निडर और बोल्ड स्टेटमेंट के लिए जानी जाती है उन्होंने भी छात्रों द्वारा किए जाने वाले इस हिंसा की कड़ी निंदा की है।
अनुपम खेर ने वीडियो शेयर किया है जहां आंदोलनकारियों को पुलिस ने राष्ट्रगान गाकर शांत किया।
वहीं परेश रावल ने एक वीडियो शेयर की है जहां पर आंदोलन करने वाले और पत्थर फेंकने वाले लोगों से जब पूछा गया कि वो किस लिए यह उपद्रव मचा रहे हैं तो उन्हें इसका कारण भी नहीं पता था। उन्हें यही नहीं पता कि CAB है क्या।
दिल्ली में बस में लगी आग की वीडियो शेयर करते हुए आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने पुलिस पर यह आरोप लगाया था कि पुलिस ने बस में आग लगाई थी जबकि न्यूज़ चैनलों ने यह साफ कर दिया कि इस बस में आग छात्रों ने लगाई थी, पुलिस ने नहीं। इसी आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए मनोज तिवारी ने भी ट्वीट करते हुए लिखा है, अरविंद केजरीवाल के इशारे पर आपका विधायक जनता को भड़का रहा है। साथ में एक वीडियो भी शेयर किया है.
अब कुछ ऐसे बॉलीवुड सितारे हैं जो ना तो खुल कर CAB का समर्थन कर रहे हैं और ना ही उसके विरूद्ध बोल पा रहें, क्योंकि उन्हें अपनी रोजी-रोटी ज्यादा प्यारी है। जैसे आयुष्मान खुराना, विकी कौशल, रकुल प्रीत सिंह भूमि पेडणेकर और सबसे आश्चर्यचकित करने वाली पोस्ट आलिया भट्ट की है। जी, ये वो अभिनेत्री हैं जिनको अपने देश के राष्ट्रपति के बारे में ज्ञान नहीं था उन्होंने भी इस मुद्दे पर भेड़ चाल में चलते हुए हिंसा भड़काने वाले छात्रों का समर्थन किया है। कुछ अभिनेता है जो कम्युनिस्ट विचारधारा के हैं और उनके लिए ये अच्छा मौका है दंगे को भड़काने का जैसे स्वरा भास्कर ,फरहान अख्तर और राधिका आप्टे ।