चिन्मयी श्रीपद्रा (Chinmayi Sripaada) साउथ इंडस्ट्री में ज्यादातर गाने गाती थी. साल 2018 में सिंगर नें कवि-गीतकार पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया. जिसके बाद सिंगर को तमिल फिल्म डबिंग यूनियन से हटा दिया गया था. जिसके बाद सिंगर ने इस बाद का भी खुलासा किया था कि #MeToo आरोप के बाद उन्हें कई सिंगिग प्रोजेक्ट्स से बाहर निकाल दिया गया.
चिन्मयी श्रीपद्रा ने साधा कमल हसन (Kamal Haasan) पर निशाना
चिन्मयी श्रीपद्रा ने हाल ही में चल रहे पहलवानों के प्रोटेस्ट को अपने मी-टू आरोप से जोड़ते हुए एक्टर कमल हसन पर आरोप लगाया कि "कोई उन नेताओं पर कैसे भरोसा कर सकता है जो महिला सुरक्षा के लिए बोलते हैं जबकि वे अपनी नाक के नीचे उत्पीड़न को नजरअंदाज करते हैं?"
सिंगर के इस ट्विट के बाद कमल हसन के फैंस के रिएक्शन का सामना करना पड़ा. जिसके जवाब में चिन्मयी श्रीपद्रा ने ट्विट कर उस सभी को अच्छे से लताड़ लगाई और साथ ही तीखा शब्दों में बेली कि "कहने की जरूरत नहीं है कि बहुत ज्यादा गुस्सा है. इतने सारे कमल हासन समर्थक मुझसे वही सवाल पूछते हैं जो हमारे भारतीय पहलवानों का विरोध करने वालों ने कहा है।" शक्तिशाली उत्पीड़क बिल्कुल वही हैं। डीएमके - भाजपा - अब एमएनएम - सभी समान. केवल भाषा अलग है."
चिन्मयी श्रीपद्रा ने साल 2018 में हुए यौन उत्पीड़न पर किया यह खुलासा
चिन्मयी श्रीपद्रा ट्विटर पर इस यौन उत्पीड़न की जंग को जारी रखते हुए एक नया खुलासा किया. सिंगर ने खुद के साथ हुए व्यवहार को लेकर कुछ साक्ष्य सामने लाने की कोशिश कि हैं. सिंगर ने हाल ही में ट्विटर पर एक लंबा चौड़ा नोट लिखा जिसमें उन्होंने पहलवानों के प्रदर्शन और खुद के साथ हुए व्यवहार के बारें में खुलकर बात की. चिन्मयी श्रीपद्रा ने अपने नोट में लिखा कि आदरणीय मुख्यमंत्री महोदय, बड़ी हैरानी की बात हैं कि देश में जब भी कोई मामला आता हैं तो आप यौन उत्पीड़न से जूज रहे लोगों को न्याय दिलाने के बात करते हैं. जब राजनीतिक नेता बोलते हैं तो बदलाव की उम्मीद होती है. हालाँकि अभी तक कोई व्यवस्था नहीं है - कई उद्योगों में विशेष रूप से फिल्म इंडस्ट्री में कोई ICC या POCSO नहीं है.
17 से ज्यादा महिलाओं ने आपके दोस्त/समर्थक श्री वैरामुथु (Vairamuthu) का नाम लिया है जो आपकी निकटता का आनंद लेना जारी रखते हैं जिसका उपयोग वह उन महिलाओं को चुप कराने के लिए करते हैं जो और भी अधिक बोलती हैं. आपकी पार्टी ने उन्हें मंच देना जारी रखा है, जैसा कि तमिलनाडु के अन्य राजनेताओं ने किया है.
लगभग 5 वर्षों तक तमिल फिल्म उद्योग में काम पर प्रतिबंध का सामना करने और माननीय सिटी सिविल कोर्ट के साथ मामला लड़ने के बाद कोई अंत नजर नहीं आ रहा है. मेरे पास इससे लड़ने की ताकत है, यह देखते हुए कि इस देश में न्याय पाने के लिए और 20 साल लग सकते हैं, जबकि हमारे पास कनेक्शन या दबदबा नहीं है.
मैंने 2018-2019 में एनसीडब्ल्यू के पास शिकायत दर्ज की है क्योंकि हम में से कई लोगों के लिए यही एक रास्ता बचा था और जांच के लिए घर आए पुलिस अधिकारियों को एक हस्तलिखित शिकायत सौंपी. मेरे पास फोन कॉल रिकॉर्ड सहित पर्याप्त परिस्थितिजन्य साक्ष्य हैं जहां वैरामुथु ने 'समझौता' करने के लिए कॉल की व्यवस्था की. उनके बेटे मदन कार्की को भी पाठ के माध्यम से सूचित किया गया था, जिस पर उन्होंने फोन किया, जवाब दिया और सहमति व्यक्त की कि वह और उनका परिवार कई साल पहले से ही अपने पिता के व्यवहार से अवगत थे.
वैरामुथु और बृजभूषण के लिए नियम अलग नहीं हो सकते. हमारे चैम्पियन पहलवानों और एक नाबालिग सहित देश की शान ने बृजभूषण (Brij Bhushan Sharan Singh) का नाम लिया हैं.
कृपया आवश्यक कार्रवाई करें ताकि पूरे तमिलनाडु में कार्यस्थल सुरक्षित हो सकें. मैं एक ऐसे व्यक्ति के रूप में बोल रही हूं जिसे मेरे अपनी इंडस्ट्री ने बहिष्कृत कर दिया क्योंकि लोग कवि के राजनीतिक संबंधों के कारण उसके खिलाफ बोलने से बहुत डरते हैं.
कृपया सुनिश्चित करें कि मेरे उद्योग में सभी संघों में ICCs और POCSO इकाइयां हैं (क्योंकि बच्चे मास मीडिया में करते हैं तो शायद बाल यौन शोषण से सुरक्षित हैं) - कई महिलाएं और पुरुष टीवी और फिल्म में यौन उत्पीड़न का अब भी सामना कर रही है.