दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार का 98 वर्ष में निधन हो गया। वो लंबो समय से बीमार चल रहे थे। दिलीप कुमार एक बेहतरीन अभिनेता थे उन्होंने कई यादगार फिल्में दी हैं, वहीं उनपर फिल्माएं गाने को हम कैसे भूल सकते हैं।
आईये दिलीप कुमार के फेमस गानों को याद करते हैं।-
ये हवा ये रात ये चांदनी
साल 1952 में रिलीज़ फिल्म संगदिल का ये गाना है। ये एक रोमेंटिक सॉन्ग है जिसमें दिलीप कुमार और मधुबाला नज़र आए थे। ये गाना तलत मेहमूद द्वारा गया हुआ है। इस गाने का म्यूजिक सज्जद हुसैन का है, वहीं इस गाने का लीरिक्स राजिंदर कृष्ण ने लिखा है।
ये देश है वीर जवानों का
फिल्म नया दौर का ये गाना एनर्जी से भरपूर है। 1957 की रिलीज़ इस फिल्म में दीलिप कुमार नजर आए थे। वहीं इस गाने को बलबीर और मोहम्मद रफ़ी ने गया था। बॉलीवुड के देशभक्ति गानों में ये सबसे लोकप्रिय गीत है।
उड़े जब जब जुल्फें तेरी
फिल्म नया दौर का एक और गाना आज भी लोगों की जुवान पर है। पाँच दशक होने के बाद भी ये गाना लोकप्रिय है। इस गाने में ओपी नय्यर की कम्पोजीशन और मुहम्मद रफ़ी-आशा भोसले की आवाज है।
मधुवन में राधिका नाचे रे
साल 1960 की फिल्म कोहिनोर का ये सॉन्ग रफ़ी, नौशाद और दिलीप कुमार द्वारा गाया गया है। नौशाद के कंपोजिशन का ये एक सक्सेसफुल गाना था।
ऐ मोहब्बत ज़िंदाबाद
फिल्म मुग़ले ए आज़म, साल 1960 का हर गाना बेहतरीन है। ये गाना मोहम्मद रफी द्वारा गाया हुआ है वहीं इस गाने का म्यूजिक नौशाद ने दिया है।
नैन लड़ जाएं हैं
ये गाना भी रफ़ी, नौशाद और दीलिप कुमार ने गाया था। साल 1961 की रिलीज़ फिल्म गंगा जमुना का ये गाना है।
मुझे दुनिया वालो शराबी न समझो
साल 1964 की फिल्म लीडर का ये गाना मोहम्मद रफ़ी ने गाया था। इस गाने में दीलिप कुमार ने एक शारी का रोल किया था। कहते हैं कि इस फिल्म में दिलीप कुमार और वैजयंतिमाला ने जादू बिखेर दिया था।
साला मैं तो साहब बन गया
फिल्म गोवी का ये गाना किशोर कुमार ने गाया है। इस गाने में दीलिप कुमार सूट में नजर आए थे। उनके एक्सप्रेशन की काफी तारीफ हुई थी। ये फिल्म साल 1973 में रिलीज़ हुई थी जिसमें दिलीप कुमार के साथ सायरा बानो नजर आई थी।
दिल दिया है जान भी देंगे
साल 1986 के फिल्म कर्मा का ये गाना सुनकर आज भी आँखों में आंसू आ जाते हैं। सुभाष घाई की कम्पोजिशन का ये गाना एक पॉपुलर देशभक्ति गीत है।
इमली का बूटा
दिलीप कुमार और राज कुमार की फिल्म सोदागर के इस गाने को लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने कंपोज किया था और ये गाना महोम्मद अजीज द्वारा गाया गया था। ये फिल्म साल 1991 में रिलीज़ हुई थी।