सरोगेसी के बजाय बच्चा गोद लेने के लिए प्रोत्साहित हों लोग – रंगोली(Rangoli Chandel Adopting Baby)
कंगना रनौत(Kangana Ranaut)की बहन रंगोली चंदेल अकसर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहती हैं। लेकिन इस बार वो किसी और कारण से सुर्खियों में आ गई है। रंगोली दूसरी बार मां बनने जा रही हैं लेकिन इस बार रंगोली चंदेल खुद बच्चे को जन्म नहीं देंगी बल्कि एक बेटी गोद लेंगी(Rangoli Chandel Adopting Baby। इस बात की जानकारी रंगोली चंदेन ने ट्विटर के ज़रिए लोगों को दी अपनी खुशी दूसरों के साथ साझा की है।
रंगोली ने ट्वीट कर दी खुशखबरी
रंगोली गोली चंदेल ने ट्वीट कर बताया कि, 'मैंने और मेरे पति ने एक बच्चा अडॉप्ट करने का फैसला किया है। मैं कपल्स को बच्चा अडॉप्ट करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती हूं बजाय सरोगेसी के। इसके जरिए उन बच्चों को घर दिलाएं जो पहले से इस दुनिया में हैं और उनका ख्वाब भी पूरा हो, जो पेरेंट बनना चाहते हैं.' रंगोली चंदेल ने बेटी गोद लेने(Rangoli Chandel Adopting Baby) का फैसला लेकर सभी को चौंका दिया है।
कंगना से मिली प्रेरणा – रंगोली
रंगोली चंदेल ने इस बात को भी स्वीकारा कि ऐसा करने की प्रेरणा उन्हे उनकी बहन कंगना से मिली है। कंगना ने ही उन्हे इसके लिए प्रेरित किया। रंगोली ने आग लिखा, ‘मेरी बहन कंगना ने मुझे ऐसा करने को प्रेरित किया है। अजय (रंगोली के पति) और मैंने सारी फॉर्मेलिटीज कर ली हैं। उम्मीद है कुछ ही महीनों में हमारी बेटी हमारे साथ होगी। कंगना ने उसे ‘गंगा’ नाम दिया है। खुशकिस्मत हूं कि मैं एक बच्ची को घर दिलाने के काबिल हूं।(Rangoli Chandel Adopting Baby)
पहले से ही एक बेटे की मां हैं रंगोली चंदेल
आपको बता दें कि रंगोली चंदेल एक बेटे की मां हैं जिसका नाम पृथ्वी है। लेकिन अब रंगोली बेटी को गोद लेकर(Rangoli Chandel Adopting Baby) वो एक मिसाल सबके सामने पेश करने जा रही हैं। रंगोली का ये फैसला वाकई काबिले तारीफ हैं। दरअसल, इन दिनों बॉलीवुड में सरोगेसी का चलन ज्यादा ही बढ़ गया है। तुषार कपूर, एकता कपूर, करण जौहर, आमिर खान, शाहरूख खान जैसे ना जाने कितने ही बॉलीवुड स्टार्स हैं जो सरोगेसी का सहारा लेकर माता या पिता बने हैं। हाल ही में शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा ने भी सरोगेसी की मदद ली और अब उनके घर नन्ही परी का आगमन हो चुका है। इस ख़बर के सामने आने के बाद से सब हैरान हैं। लेकिन रंगोली इस बात से इतर राय रखती हैं उनके मुताबिक लोगों को गोद लेने के लिए प्रोत्साहित होना चाहिए बजाय सरोगेसी के।