/mayapuri/media/post_banners/aeb8a539de89cd6851b752f5a58fbccfac6c20b5778625a94c98809cae97f71b.jpg)
लीजेंडरी एक्टर दिलीप कुमार के निधन से सारा देश गमगीन है। अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, रणबीर कपूर, शाहरुख खान, विद्या बालन आदि बड़े बड़े स्टार्स उनके घर या कब्रिस्तान जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी रहे हैं। आज सुबह से ही फिल्म पत्रकारों का जमावड़ा उनके घर के बाहर लगा हुआ है। सैकड़ों फोटोज़ खींची जा रही हैं। ढेरों आर्टिकल्स लिखे जा रहे हैं।
/mayapuri/media/post_attachments/8a731c4498e09184d040f517ec070c5177756983b9445cc41a58e52ff0e8f5e6.jpeg)
यही देख ज़रा नाराज़ होते हुए कृति सेनन ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से एक स्टोरी अपडेट की है जिसमें तुनकता हुआ सवाल पूछा गया है कि क्या मीडिया और फिल्मी पत्रकारों को किसी एक्टर की अंतिम विदाई भी कवर करनी चाहिए?
अंतिम संस्कार बिल्कुल पर्सनल घटना है और मीडिया को चाहिए कि वह दुःखी जनों को अपना दुःख व्यक्त करने दें, न कि उनके चेहरे पर कैमरा फ्लैश मारते रहें।
उन्हें आगे लिखा कि 'कई वीडिओज़ देखकर बहुत दुःख महसूस हो रहा है कि कैसे एक के बाद एक फोटोज़ खींची जा रही हैं और वीडियो बनाई जा रही हैं वहीं पत्रकार बैकग्राउंड में आराम से इधर उधर की बातें कर रहे हैं जैसे कुछ हुआ ही नहीं है।
मैं मीडिया से फिर रिक्वेस्ट करती हूँ कि फ्यूनरल्स कवर न किया करें। आपको कैसा लगेगा अगर आप किसी अपने को खोएं और आपके चारों तरफ फ्लैशेस चमकते रहें?
आपसे दरख्वास्त है कि दुःखी परिवार को उनकी प्राइवेसी दें। आइए कुछ बदलें।
पेशे से पहले इंसानियत को आगे लाएं। ??
कृति सेनन से पहले भी कई सेलेब्रिटीज़ ने मीडिया को इनसेंसिटिव साबित करने की कोशिश की है लेकिन मीडिया भी अपना काम करने के लिए मजबूर है।
पूरे देश और दुनिया तक ख़बर पहुँचाने का ज़िम्मा लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया के पास ही है।
- सिद्धार्थ अरोड़ा 'सहर'
Follow Us
/mayapuri/media/media_files/2025/10/17/cover-2663-2025-10-17-18-54-17.png)