#MeToo कैंपेन के तहत हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। वहीं अब आरोपों की सूची में एक और हैरान करने वाला नाम सामने आया है। बॉलीवुड में महिलाओं के अधिकारों को लेकर बोलने वाली ऐक्ट्रेस और फिल्ममेकर नंदिता दास के पिता और मशहूर पेंटर जतिन दास पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है।
दरअसल एक महिला ने ट्विटर पर अपने साथ हुई घटना के बारे में लिखा है। उन्होंने लिखा- जतिन दास से मेरी मुलाकात 2004 में दिल्ली में एक इवेंट के दौरान हुई थी। मेरे ससुर ने एक पार्टी रखी थी, जिसमें जतिन दास भी आए थे। मुझे परिवार ने ही उनसे मिलवाया था। मैं उनकी बहुत बड़ी फैन थी।
वह लिखती हैं, 'पहली मुलाकात के दौरान ही जतिन ने मुझे अपने साथ बतौर असिस्टेंट काम करने के लिए कहा। मैं खुशी-खुशी तैयार हो गई। हमारी पहली मीटिंग दिल्ली में उनके घर पर हुई। दूसरे दिन उन्होंने मुझे अपने स्टूडियो में बुलाया था। खिड़की गांव स्थित स्टूडियो में जतिन ने अपने लिए व्हिस्की का पैग बनाया था। उन्होंने मुझसे पूछा कि मैं लूंगी? मैंने इनकार कर दिया। इसके बाद उन्होंने मुझे जोर से बांहों में जकड़ लिया। जब मैंने उन्हे धक्का दिया तो दोबारा मुझे पकड़ लिया और किस किया। उस दिन मैं किसी तरह वहां से भागी और उस दिन के बाद मैंने ये बात किसी से नहीं की।'
महिला ने बताया कि इसके अगले ही दिन उनके पास नंदिता का फोन आया था। वह लिखती हैं, 'नंदिता ने कहा कि मेरा नंबर उन्हें अपने पिता जतिन दास से मिला था। नंदिता मुझे बतौर असिस्टेंट काम पर रखना चाहती थीं। उन्होंने मेरी काफी तारीफ की। मैं उनकी फैन रही हूं, लेकिन उस वक्त नंदिता की सारी बातें मुझे अंदर तक चीर रही थीं।'
इस लंबी फेसबुक पोस्ट में निशा ने सिलसिलेवार तरीके से अपने साथ हुई घटना और इसके पीछे की वजह का जिक्र किया है। इसके आगे उन्होंने कहा कि इस घटना को 14 साल हो गए हैं, मैंने किसी से कुछ नहीं कहा, लेकिन अब मैं इस मूवमेंट से बहुत खुश हूं। इस मूवमेंट ने मुझे भी हिम्मत दी है। इसकी वजह से ही मैं आज अपने साथ हुए हादसे के बारे में पहली बार बोल सकी हूं।
वहीं जतिन दास ने खुद पर लगे इन आरोपों को अश्लील करार दिया और कहा, 'मैं हैरान हूं। इन दिनों कई तरह की घटनाएं हो रही हैं... कुछ लोग कारनामे करते हैं और कुछ आरोप लगाते हैं। मैं उसे नहीं जानता, मैं उससे मिला भी नहीं... और अगर मैं उनसे कहीं या कभी मिला भी तो किसी को ऐसा नहीं करना चाहिए। यह अश्लील हैं।'