पैरालिसिस की बीमारी भी नहीं तोड़ पाई थी जुनून : Anupam Kher

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By Sarita Sharma
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Anupam Kher life story

अनुपम खेर (Anupam Kher) बॉलीवड में एक वर्सटॉइल एक्टर के तौर पर जाने जाते हैं. फिल्मी पर्दे पर अनुपम जिस कॉन्फिडेंस के साथ उतरते हैं उसी कॉन्फिडेंस और जिंदादिली से अपनी पर्सनल लाइफ को भी एंजॉय करते हैं. 

अनुपम खेर ने अपने फिल्मी करियर में डिफरेंट रोल निभाए हैं. जिनेके चलते आज भी अनुपम खेर का बॉलीवुड में बड़ा नाम हैं और यही नही वह अब भी डायरेक्टर्स की चॉइस बने हुए हैं. 

वैसे तो अनुपम खेर को ज्यादातर लोग हिंदी फिल्मों के ज़रिए ही जानते हैं लेकिन एक्टर इंगलिश, मलयालम, तमिल, तेलुगु, पंजाबी फिल्मों में भी काम कर चुके हैं. अगर इनके बॉलीवुड करियर की बात करे तो अनुपम ने साल 1982 में आई फिल्म 'अगमन' से शुरुआत की थी लेकिन साल 1984 में आई फिल्म 'सारांश' उनकी पहली हिट फिल्म मानी जाती हैं. जिसमें अनुपम खेर ने मात्र 29 साल की उम्र में एक 65 साल के रीटायर टीचर जो अपने बेटे को खो चुका हैं ऐसे पिता का रोल कर बॉक्स आफिस पर धमाका कर दिया. इस फिल्म के लिए अनुपम खेर ने 'बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवार्ड' भी मिला. 

इसके बाद अनुपम खेर ने फिल्म 'तेज़ाब' में फिर से एक पिता का रोल निभाया लेकिन यहां वह बिलकुल अलग ही अंदाज़ में नज़र आए. फिर एक के बाद एक फिल्मों में अनुपम खेर ने अपनी एक्टिंग से फैंस कभी रुलाया, कभी हंसाया तो कभी बहुत गुस्सा भी दिलाया लेकिन फिर भी फैंस अनुपम खेर पर अपना प्यार बरसाते ही रहें.

बेबाक, जिंदादिल और मेहनती अनुपम खेर की जिंदगी में एक ऐसा भी वक्त आया जब उन्हें अपने काम पर खतरा मंडराता नज़र आने लागा. इसेक बाद भी अनुपम खेर ने हिम्मत नही हारी और पूरी तरह अपने जूनुन के साथ अपना काम करते रहे. अनुपम खेर ने अपने ही शो में 'द अनुपम खेर शो' में अपनी रियल लाइफ को लेकर एक किस्सा शेयर किया था. एक्टर ने फिल्म 'हम आपके हैं कौन' के दौरान हुई पैरालिसिस की बीमारी के बारे बाताया.  जब फिल्म की शूटिंग चल रही थी उसी दौरान अनुपम खेर को अचानक अपनी दाईं तरफ का चेहरा महसूस होना बंद हो गया. जब चेकअप हुआ तो पता चला की उन्हें फैशल पैरालिसिस है. डॉक्टर ने उन्हें दो महीने अराम करने की सलाह दी.

डॉक्टर की बात सुनने के बाद अनुपम खेर के पास सिर्फ दो ही रास्तें थे. पहला की वो डॉक्टर की बात मान कर घर बैठ जाते या फिर निडर होकर अपना काम करते. अनुपम खेर बिना सोचे उसी दिन सेट पर पहुंच गए और सभी को अपने चेहरे का हाल बताकर फिल्म की शूटिंग पूरी की. अगर आप कभी फिल्म 'हम आपके हैं कौन' दोबारा देखते हैं तो उसमें अंताकशरी वाले सीन में अनुपम खेर का चेहरा आपको थोड़ा टेढ़ा दिखाई देगा. 

अनुपम खेर ने ऐसे मुश्किल भरे दौर में भी अपनी एक्टिंग से समझौता नही किया. यही कारण हैं कि वह आज भी अपने काम को पूरी शिद्दत से करते हैं और एक्टर का ये जूनुन उनकें काम निखारता रहता हैं. एक्टर आगे भी कुछ फिल्मों में अपनी एक्टिंग के अलग अंदाज़ के साथ नज़र आने वाले है. जैसे 'कुछ खट्टा हो जाए', 'द वेक्सिन वॉर', 'इमरजेंसी'  शामिल हैं.   

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